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Essay on National Sports Day hindi: राष्ट्रीय खेल दिवस का इतिहास महत्व, निबंध और थीम 2025। National Sports Day Theme 2025 Facts History in Hindi

राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है? (राष्ट्रीय खेल दिवस पर निबंध – Essay on National Sports Day hindi) राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 थीम मेजर ध्यानचंद की जयंति पर ही क्यों मनाया जाता है? राष्ट्रीय खेल दिवस जानिए इसका महत्व एवं इतिहास (National Sports Day Facts History In Hindi, National Sports Day Theme 2025)

राष्ट्रीय खेल दिवस 2025: भारत एक ऐसा देश है जहां किसी भी क्षेत्र में प्रतिभा की कमी नहीं है। फिर चाहे वह तकनीकी हो, शिक्षा, मनोरंजन या फिर खेल। आज हमारा देश हर क्षेत्र में प्रतिभा से संपन्न है। भारत के स्वर्णिम इतिहास में एक से बढ़कर एक महान प्रतिभावान खिलाड़ी पैदा हुए हैं।

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उन्हीं में से एक नाम मेजर ध्यानचंद जी का भी है जिन्हें हॉकी का जादूगर कहा जाता है। मेजर ध्यानचंद भारत के ऐसे महान प्रतिभावान हॉकी खिलाड़ी थे जिन्होंने भारत को तीन बार ओलम्पिक स्वर्ण पदक का विजेता बनाया था।

मेजर ध्यानचंद जी 29 अगस्त 1907 को पैदा हुए थे। उनकी मृत्यु के बाद उनकी जयंती का यह दिन भारतीय राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में घोषित कर दिया गया। अब हर साल 29 अगस्त का दिन National Sports Day के रुप में मनाया जाता है।

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इस दिन भारत में खेल के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाई जाती है तथा उन्हें हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी की उपलब्धियां के बारे में बताया जाता है। 29 अगस्त का यह दिन भारतीय खेल जगत के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन है।

आईए आज आपको राष्ट्रीय खेल दिवस के विषय में विस्तार से जानकारियां देते हैं और आपको बताते हैं कि राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 की थीम क्या है?

Essay on National Sports Day hindi | major dhyan chand National Sports Day Facts history in hindi

विषय–सूची

राष्ट्रीय खेल दिवस क्यो मनाया जाता है? जानिए इसका इतिहास महत्व एवं थीम (Essay on National Sports Day hindi)

राष्ट्रीय खेल दिवस कब मनाया जाता है?

भारत में 29 अगस्त का दिन प्रतिवर्ष राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद जी का जन्म हुआ था। भारतीय इतिहास में उनकी उपलब्धियां को सदैव जीवित रखने के लिए हर साल उनकी जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राष्ट्रीय खेल दिवस मनाने की शुरुआत साल 2012 से हुई। हर साल राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर खेलो से जुड़ी हुई नई-नई योजनाएं शुरू की जाती हैं।

राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 का संक्षिप्त विवरण (Essay on National Sports Day hindi)

लेख का प्रकारनिबंध
राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है?खेलों के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाना
राष्ट्रीय खेल दिवस कब मनाया जाता है?29 अगस्त
पहली बार कब शुरु हुआ?29 अगस्त 2012
राष्ट्रीय खेल दिवस तारीख 29 अगस्त 2025
राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन किसको याद करते हैंमेजर ध्यानचंद
मेजर ध्यानचंद का जन्म दिवस 29 अगस्त 1952
खेलों में में मिलने वाला सर्वोच्च सम्मानध्यानचंद अवार्ड

राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है?

राष्ट्रीय खेल दिवस हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित है। 29 अगस्त 1907 को मेजर ध्यानचंद जी का जन्म हुआ था। इस दिन मेजर ध्यान चंद जी की जयंति है। वह ऐसे महान खिलाड़ी थे जिन्होंने हॉकी को ख्याति दिलानें में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने हॉकी में तीन बार भारत के लिये स्वर्ण पदक दिलाया था। वह हॉकी को रात में चांद की रोशनी में भी खेल लेते थे उनके खेल के प्रति समर्पण और ध्यान केन्द्रित करने की शक्ति के कारण उनको ध्यान चंद के नाम से पुकारा गया। उनका असली नाम ध्यान सिंह था। उन्हें हॉकी के विजार्ड की उपाधि दी गई थी। वह वास्तव में एक जादूगर की तरह खेलते थे। मानों हॉकी की गेंद उनके इशारों पर नाच रहीं हो।

जब वह देश के लिये खेलते थे उस समय को हॉकी के लिए स्वर्णिम काल कहा जाता है। मेजर ध्यानचंद जी एक पद्मभूषण विजेता रहे हैं। इसके अलावा युवाओं मे खेल के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए भी राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports Day) 29 अगस्त को राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है।

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राष्ट्रीय खेल दिवस मनाने का उद्देश्य (National Sports Day Facts history in hindi)

राष्ट्रीय खेल दिवस को मनाने का उद्देश्य केवल मनोरंजन करना नहीं है, बल्कि हर एक व्यक्ति को उसकी जीवन में खेल की भूमिका क्या है, इस बात से जागरूक करवाने के लिए राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।

राष्ट्रीय खेल दिवस मनाने का एक मुख्य उद्देश्य यह भी है कि हमारे देश की युवा पीढ़ी की प्रतिभा को पहचाना जा सके। उस प्रतिभा को एक नई राह देने के उद्देश्य से अलग-अलग प्रतियोगिता को आयोजित किया जाता है।

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राष्ट्रीय खेल दिवस मनाने का महत्व

राष्ट्रीय खेल दिवस मनाने का महत्व जनता का ध्यान खेल की तरह आकर्षित करना है। युवाओं को खेल के प्रति जागरूक करने और इसमें बनने वाले करियर की तरफ बढ़ावा देना है। हर एक व्यक्ति के शरीर के लिए खेल से होने वाले फायदे के प्रति लोगों का ध्यान केंद्रित करना है।

राष्ट्रीय खेल दिवस का इतिहास

ध्यान चंद जी 16 साल की उम्र से ही भारतीय सेना में भर्ती हो गए। यहा उन्होंने हॉकी का प्रशिक्षण देना शुरू किया और अपनी कड़ी मेहनत और परिश्रम से गेंद पर नियंत्रण पाने की कला सीख ली।

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उन्होंने हॉकी टीम के कप्तान के रूप में तीन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते हैं। साल 1948 में उन्होंने अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। खेल में अच्छे प्रदर्शन की वजह से सेना में भी उनका प्रमोशन होता रहा और उन्हें कमीशन ऑफिसर के तहत मेजर का post,  सम्मान के रूप में दिया गया।

उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1000 से अधिक गोल किए हैं। इसीलिए उन्हें हॉकी का जादूगर कहते हैं। साल 1956 में उन्हें तीसरे सबसे बड़े सम्मान पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया।

साल 2012 में भारत सरकार ने मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस को राष्ट्रीय खेल दिवस अर्थात नेशनल स्पोर्ट्स डे के रूप में मनाने की घोषणा की। तब से हर साल 29 अगस्त का दिन भारतीय राष्ट्रीय खेल दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

मेजर ध्यानचंद कौन थे?

मेजर ध्यानचंद एक महान हॉकी खिलाड़ी थे। इनका जन्म 29 अगस्त 1952 में, उ.प्र. इलाहाबाद में हुआ। यह 16 साल की उम्र में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वहीं से ही इन्होंने हॉकी में प्रशिक्षण प्राप्त किया। साल 1928, 1932 और 1936 में इन्होंने ओलंपिक गेम्स में तीन स्वर्ण पदक अर्जित किए थे। यह केवल एक ऐसे हॉकी खिलाड़ी है जिन्हें सिविलियन पुरस्कार पद्म भूषण अर्थात् देश के तीसरे सबसे बड़े पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

अच्छा प्रदर्शन करने से इनका सेना में भी प्रमोशन होता रहा और इन्हें कमीशन ऑफिसर के तहत मेजर का पद दिया गया था। इसलिए इन्हें मेजर ध्यानचंद के नाम से जाना जाता है।

इन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान 1000 से भी अधिक गोल किए थे। यही कारण है कि इन्हें हॉकी का जादूगर कहा जाता है। इनके सम्मान स्वरूप भारत सरकार द्वारा, दिल्ली में बने स्टेडियम का नाम मेजर ध्यानचंद स्टेडियम रखा गया।

क्यों कहां जाता था उन्हें हॉकी का जादूगर?

उस समय भारत ही हॉकी खेल का बादशाह हुआ करता था। मेजर ध्यानचंद ही वो व्यक्ति थे जिन्होंने हॉकी में ख्याति दिलाई थी। उनकी हॉकी से जब बॉल ऐसे टच हो जाती थी मानों चुम्बक से चिपक गई हो। उनकी चुस्ती और फुर्ती के आगे विपक्षी टीम धाराशाही हो जाती थी। एक बार तो उनकी हॉकी स्टिक को तोड़कर देखा गया कहीं इसमें कोई चिपकने वाला पदार्थ तो नहीं लगा हैं। उनकी इसी चमत्कारी शक्ति को देखकर उन्हें हॉकी का जादूगर नाम दिया गया था।

राष्ट्रीय खेल दिवस कैसे मनाया जाता है?

इस दिन अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को राष्ट्रपति भवन में खेल के राष्ट्रीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाता है। राजीव गांधी, अर्जुन पुरस्कार, खेल रतन और द्रोणाचार्य पुरस्कार जैसे प्रसिद्ध खेल से संबंधित पुरस्कारों को भारत की सरकार द्वारा 1 साल में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया जाता है।

हमारे देश में ध्यानचंद पुरस्कार खेल के प्रति आजीवन उपलब्धि के तौर पर मिलने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार होता है। द्रोणाचार्य पुरस्कार कोच को दिए जाने वाले पुरस्कारों में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।

इस दिन खास करके स्कूलों में स्पोर्ट्स इवेंट का आयोजन किया जाता है। यह बच्चों में खेल के प्रति आत्मविश्वास, श्रद्धा और जागरूकता बढाता है। अलग-अलग खेल एकेडमी के द्वारा भी कार्यक्रम आयोजित किए जाते है।

इस दिन देश के प्रतिभावान खिलाड़ियों जिन्होंने विभिन्न खेलों में अद्भुत प्रर्दशन करने वालें खिलाड़ियों को राष्ट्रपति जी द्वारा द्रोणाचार्य, राजीव गांधी, खेल रत्न जैसे प्रतिष्ठित पुरुस्कारों से सम्मानित किया जाता है।

राष्ट्रीय खेल दिवस थीम 2025 (National Sports Day Theme 2025)

हर वर्ष की भांति इस वर्ष यह दिन केवल औपचारिकता के लिए नहीं, बल्कि एक मुहिम के तहत मनाया जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हर साल राष्ट्रीय खेल दिवस पर एक विशेष विषय अर्थात् थीम निर्धारित की जाती है और इस विषय को केंद्र में रखकर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस साल भारतीय राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 की थीम “Sports to Promote Peaceful and Inclusive Societies” अर्थात् “शांतिप्रिय और समावेशी समाज को बढ़ावा देने के लिए खेल” निर्धारित की गई है जिसके तहत राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 मनाया जाएगा।

साल 2022 में एक खास मुहिम के तहत जम्मू से लेकर पोर्ट ब्लेयर तक के सभी स्कूलों में बच्चों को खेल के प्रति जागरूक और प्रेरित किया गया और यह नेक काम हमारे देश के असली हीरो अर्थात हिमा दास, निकहत जरीन, अमित पंघाल, मुरली श्री शंकर, भावना पटेल जैसे पदक विजेता खिलाड़ियों के द्वारा किया गया।

खेल दिवस पर शुरू हो रही इस परंपरा की एक खास बात यह भी है कि आने वाले वर्षों में यह मुहिम राज्य सरकारों के साथ मिलकर राज्य स्तर पर आगे बढ़ाई जाएगी।

साल 2022 में खेल मंत्रालय पूरे देश में 200 स्थानों से भी अधिक जगहों पर एक साथ राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया। इसमें खेल मंत्री अनुराग ठाकुर जी और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी भी शामिल रहें।

राष्ट्रीय खेल दिवस से संबंधित रोचक तथ्य (National Sports day Interesting Facts)

  • मेजर ध्यानचंद इकलौते हॉकी खिलाड़ी है, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1000 से अधिक गोल किए हैं।
  • मेजर ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर भी कहा जाता है।
  • ध्यान चंद जी के नाम के आगे मेजर शब्द पहले से नहीं जुड़ा हुआ है। यह उन्हें सेना द्वारा सम्मान के रूप में दिए गए मेजर पद मिलने के बाद जुड़ा है। इसी के बाद वह मेजर ध्यानचंद कहलाए।
  • मेजर ध्यानचंद एकमात्र हॉकी खिलाड़ी हैं जिन्हें पदम भूषण से सम्मानित किया गया है।
  • दिल्ली में एक स्टेडियम का नाम मेजर ध्यान चंद स्टेडियम रखा गया है।
  • Sport की फुल फॉर्म S- Spiritual, P- physical, O-Organize, R-reliable, T-Teacher  होती है।
  • नेशनल स्पोर्ट्स डे 2012 से मनाया जाता है।
  • स्पोर्ट्स के क्षेत्र में देश का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान ‘ध्यान चंद पुरस्कार’ ही है जिसको प्रथम बार 2002 में दिया गया था।

FAQ

नेशनल स्पोर्ट्स डे कब मनाया जाता है?

29 अगस्त

राष्ट्रीय खेल दिवस किसको समर्पित है?

मेजर ध्यानचंद

मेजर ध्यानचंद कौन है?

प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी

मेजर ध्यानचंद को किस नाम से जाना जाता है?

हॉकी का जादूगर

खेलों में मिलने वाला सर्वोच्च पुरकार क्या है?

ध्यानचंद अवार्ड

राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 की थीम क्या है?

Sports to Promote Peaceful and Inclusive Societies

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