James Webb Space Telescope को इसका नाम, James Edwin Webb के नाम से मिला है। उन्हें 14 फरवरी 1961 को नासा का Administrator बनाया गया था।
जेम्स वेब टेलिस्कोप आइये जाने इसके बारे में कुछ खास बातें
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यह टेलिस्कॉप 1996 में बनना शुरु हुआ था। 2002 में इसको पूरा करना था लेकिन कुछ तकनीकि वजहों से इसे बनने में 2007 तक का समय लगा
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इसकी कुल लागत 500 मिलियन डॉलर से बढ़कर 10 बिलियन तक पहुंच गई। जोकि लगभग 75000 करोड़ रुपये है।
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इसमें 6.5 मिटर डायामीटर के 2 मिरर लगे हुये है। यह हबल के मिरर से तीन गुना बढ़ा है और कार्य करने की क्षमता में 100 गुना अधिक शक्तिशाली है।
यह अंतरिक्ष के बिग बैंग, बैल्क हॉल, सुदूर ग्रहों, तारों एवं आकाशगंगाओं के निर्माण और इतिहास से जुड़ी सटीक जानकारी देगा। सबसे महत्वपूर्ण यह ब्रम्हांड की शुरुआत 1350 करोड़ वर्ष के रहस्य भी बताएगा।
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JWST 340 मील दूर रखे हुए किसी भी फुटबॉल को आसानी से देख सकता है और उसका स्पष्टीकरण भी आसानी से कर सकता है।
24 जनवरी को यह अपने निर्धारित किये गये स्थान एल-2 पर पहुंच गया हैं। इसको अपनी पहली तस्वीर Develop करने में 6 महिने का समय लगेगा जोकि जून तक वैज्ञानिकों मिलेगी।
अपने स्थान पर पहुंचने तक इसमें उम्मीद से अधिक फयूल अभी बचा हुआ है जिसके कारण से यह उम्मीद से दुगुना समय तक अंतरिक्ष में तैनात रहेंगा। यानि की 20 वर्षों तक अंतरिक्ष के रहस्यों को उजागर करेगा।
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