चलो अपनी मोहब्बत को भी कुछ अंजाम देते हैं!जो है बेनाम सा रिश्ता उसे एक नाम देते हैं!बसा लेते हैं मन में एक दूजे की यूं स्मृतियां,पकड़ कर हाथ एक दूजे का, रिश्ता थाम लेते हैं!
चलो अपनी मोहब्बत को भी कुछ अंजाम देते हैं
जब से देखा था तुम्हें एक नजर,
मेरी नस नस में बस गए हो तुम!
ऐसा लगता है जैसे प्यार हो गया है, मुझे!जब से उस शख्स का दीदार हो गया है मुझे!
ऐसा लगता है जैसे प्यार हो गया है, मुझे!जब से उस शख्स का दीदार हो गया है मुझे!
तुमसे एक पल भी जुदा होकर ऐसा लगता है,जैसे मैं तुमको नहीं जिंदगी को खोने लगा!
कभी झरोखे से जब याद तेरी आती है!दिल का दरवाजा बहुत तेज खटखटाती है!