hindi Diwas Kya Hai ? हिंदी दिवस कब मनाया जाता है। Hindi Diwas Kyu Manate Hai ? Hindi Diwas 2025, हिंदी भाषा का इतिहास, विश्व हिंदी दिवस 2025 का थीम और अन्य जानकारी यहां देखें।
Hindi Diwas 2025: दुनिया भर में सैकड़ो देश है और उन तमाम देशों में सैकड़ो भाषाएं बोली जाती हैं। हिंदी भी उन सैकडो भाषाओं में से एक है जो विशेष रूप से भारत में बोली जाती है। लेकिन जिस तरह दूसरे भाषाओं को स्थान मिला है हिंदी को उसे स्तर का स्थान नहीं मिल पाया है। क्योंकि आज भी लोग हिंदी भाषा बोलने में शर्म महसूस करते हैं।
दुनिया के हर एक देश के लोग अपने-अपने भाषा में बात करते हैं लेकिन भारत में कई लोग हिंदी भाषा बोलने से हिचकिचाते हैं। भारत में हिंदी से ज्यादा लोग अंग्रेजी को महत्व देते हैं। लेकिन जो अपनापन हिंदी भाषा में महसूस होता है वह अंग्रेजी बोलने में नहीं होता है।
हिंदी भाषा को विश्व स्तर पर सम्मान देने और लोगों को हिंदी भाषा बोलने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ही हर साल हिंदी दिवस मनाया जाता है। आज के इस लेख में हम Hindi Diwas 2025 के बारे में विस्तार से जानेंगे।
विषय–सूची
Hindi Diwas 2025, हिंदी भाषा का इतिहास( History of Hindi )
हिंदी भाषा को 1000 वर्ष पुराना माना जाता है। संस्कृत जिसे आर्य भाषा बोली जाती है जो की 5000 वर्ष पहले अस्तित्व में आई थी। हिंदी भाषा का जन्म भी संस्कृत भाषा से ही हुआ है। हिंदी को देवनागरी लिपि में लिखा जाता है।
समय-समय पर इस भाषा के बोलने और लिखने की शैली में भी बदलाव आया। भारत में ऐसे कई महान हिंदी साहित्यकार का जन्म हुआ जिन्होंने अपने हिंदी साहित्य के माध्यम से विश्व स्तर पर हिंदी भाषा के महत्व को फैलाया जिसमें माखनलाल चतुर्वेदी, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, जय शंकर प्रसाद, मैथिली शरण गुप्त, महादेवी वर्मा, हरिवंश राय बच्चन, कबीर, रामधारी सिंह दिनकर और सुमित्रानंदन पंत का नाम आता है ।
वैसे हिंदी भाषा का नाम हिंदी क्यों रखा गया इसके पीछे की भी कहानी बहुत ही रोचक है। हिंदी भाषा का नाम फारसी भाषा के शब्द हिंद से रखा गया है। फारसी भाषा में हिंद का अर्थ होता है सिंधु नदी की भूमि। 11वीं शताब्दी की शुरुआत में सिंधु नदी के किनारे बोली जाने वाली भाषा को हिंदी कहा जाता था। तभी से यह भाषा अस्तित्व में आया।
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हिंदी दिवस कब मनाया जाता है।( Hindi diwas kab manate hai )
हिंदी दिवस कब मनाया जाता है? अगर आप इंटरनेट पर यह सर्च करेंगे तो आपको 10 जनवरी और 14 सितंबर, दो तारीख देखने को मिल सकती है। लेकिन इसमें आपको कन्फ्यूजन होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि साल में दो बार हिंदी दिवस मनाया जाता है। एक हिंदी दिवस भारत में राष्ट्रीय हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है वंही एक विश्व स्तर पर विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
राष्ट्रीय हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। 14 सितंबर 1946 को भारत के आधिकारिक भाषा के रूप में हिंदी को चुना गया था । उसके बाद स्वतंत्र भारत का पहला प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बनने के बाद उन्होंने 14 सितंबर 1953 से हर साल हिंदी दिवस मनाए जाने की घोषणा की।
वंही बात करें विश्व हिंदी दिवस की तो विश्व स्तर पर हिंदी भाषा का प्रचार करने की उद्देश्य से 10 जनवरी 1974 को पहली बार महाराष्ट्र राज्य के नागपुर जिले में हिंदी दिवस के कार्यक्रम का आयोजन किया गया और इस सम्मेलन में विश्व भर के 30 देशों ने भाग लिया जिनमें 122 प्रतिनिधि शामिल थे।
उसके बाद भारत के दूतावास ने पहली बार नॉर्वे में हिंदी दिवस को मनाया। साल 2006 में उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की। इस तरीके से अब हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।
क्यों मनाया जाता है विश्व हिंदी दिवस (Hindi diwas kyu manate hai)
पूरे विश्व भर में अंग्रेजी, स्पेनिश और मंडेरिन के बाद हिंदी को दुनिया में चौथा सबसे ज्यादा बोला जाने वाला भाषा माना जाता है। हिंदी न केवल भारत में बल्कि दुनिया के और भी कई देशों में बोला जाता है जैसे कि बांग्लादेश, सिंगापुर, पाकिस्तान, नेपाल, मॉरीशस, फिजी, त्रिनिदाद आदि। भारत के स्वतंत्रता के बाद पूरे देश में हिंदी भाषा के प्रति लोगों का प्रेम काफी ज्यादा बढ़ गया था।
क्योंकि स्वतंत्रता संग्राम में भारत के हिंदी साहित्यकारों के द्वारा लिखे गए हिंदी साहित्यो ने भारतवासियों में देशभक्ति की भावना को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसीलिए देश आजाद होने के बाद हिंदी को भारत का राष्ट्रीय भाषा का दर्जा दिया गया। लेकिन समय के साथ हिंदी भाषा का महत्व भी कम होते चला गया।
हमारे देश के नागरिक खासकर युवा अपने राष्ट्रभाषा हिंदी को छोड़कर अंग्रेजी की और रुख करने लगे। यह प्रचलन आज भी बरकरार है। आज की भी युवा अंग्रेजी भाषा को हिंदी से ज्यादा महत्व देती है। दुनिया के बाकी देशों में लोगों को अपनी अपनी भाषा बोलने में शर्म या झिझक महसूस नहीं होती है लेकिन हमारे देश की युवा को अपनी ही भाषा बोलने में शर्म महसूस होती है।
लोगों को लगता है कि जो अंग्रेजी बोल सकता है वह ज्यादा पढ़ा लिखा माना जाता है यहां तक कि जिसे अंग्रेजी अच्छे से आती है उन्हें हर जगह पर नौकरी भी बहुत आसानी से मिल जाता है। लेकिन क्या जिस व्यक्ति के पास सब चीजो का ज्ञान है लेकिन उसे अंग्रेजी भाषा नहीं आता तो क्या उसके ज्ञान का कोई महत्व नहीं? भाषा केवल विचारों को एक दूसरे से साझा करने का एक जरिया है।
यह ज्ञान को मापने का कोई पैमाना नहीं होता। ऐसे में युवाओं को हिंदी भाषा की ओर रुख कराने, हिंदी भाषा बोलने के लिए उन्हें दोबारा प्रोत्साहित करने तथा विश्व स्तर पर हिंदी भाषा को विख्यात करने के उद्देश्य से ही विश्व हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत की गई। इस तरह हिंदी दिवस मनाने का एकमात्र उद्देश्य एक बार फिर हिंदी भाषा में क्रांति लाना है।
विश्व हिंदी दिवस 2025 का थीम (Hindi divas 2025 theme kya hai )
हर साल विश्व हिंदी दिवस अलग-अलग थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल 2025 में विश्व हिंदी दिवस सम्मेलन का थीम “एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज” है।
विश्व हिंदी दिवस कैसे मनाया जाता है (Hindi Divas kaise mante hai)
विश्व हिंदी दिवस समारोह में लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। हर साल 10 जनवरी को हिंदी दिवस के दिन सरकारी ऑफिस में कार्यक्रम आयोजित होता है। विदेश में भारत के दूतावास पर विश्व हिंदी दिवस के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिसमें हिंदी दिवस के महत्व से लोगों को परिचित कराया जाता है। स्कूल और कॉलेज में भी बच्चों को विश्व हिंदी दिवस पर निबंध लेख दिया जाता है ताकि वह हिंदी के महत्व को जान सके।
हिंदी भाषा से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (facts about Hindi)
- विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार हिंदी को विश्व की 10 शक्तिशाली भाषाओं में से एक माना गया है।
- ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में पहली बार साल 2017 में हिंदी के कुछ शब्दों को शामिल किया गया था।
- पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी दिवस सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को आयोजित हुआ था।
- साल 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विश्व हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की थी।
- पहला विश्व हिंदी दिवस नॉर्वे में भारतीय दूतावास में मनाया गया था।
- साल 1949 में हिंदी को भारत गणराज्य का भाषा बनाया गया था।
- दक्षिण प्रशांत महासागर के मिलेनेशिया में स्थित फिजी नामक द्वीप में हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त हुआ है।
- भारत के अलावा पाकिस्तान, नेपाल, मॉरीशस, युगांडा, न्यू जीलैंड, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी जैसे देशों में भी हिंदी भाषा बोली जाती है।
- हिंदी को राज्य भाषा के रूप में अपनाने वाला पहला राज्य बिहार था जिसने वर्ष 1881 में उर्दू के स्थान पर हिंदी को बिहार का राज्य भाषा के रूप में दर्जा दिया।
हिंदी दिवस पर कुछ उद्धरण (Hindi divas quotes)
इस हिंदी दिवस पर हमने ठाना है हिंदी बोलने में हमें शर्म नहीं महसूस करना है।
हिंदी है हम सबकी राष्ट्रभाषा
राष्ट्र की शान है हिंदी भाषा।
हिंदी देश की शान है ,
हम हिंदुस्तानियों का अभिमान है।
जब तक सूरज चांद रहेगा, तब तक हिंदी भाषा का मान रहेगा।
भाषाओं की फुलवारी में
सबसे प्यारा हमारा हिंदी भाषा है।
निष्कर्ष
आज के लेख में आपने हिंदी दिवस कब मनाया जाता है, हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है और हिंदी दिवस से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जाना। हालांकि हिंदी के साथ अंग्रेजी भाषा का भी ज्ञान होना जरूरी है लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हिंदी हमारी असल राष्ट्रीय भाषा है।
जहां जरूरत ना हो वहां हमें अपनी मूल भाषा का ही प्रयोग करना चाहिए। ऐसे ही हम हिंदी भाषा के महत्व को बढ़ा पाएंगे। हमें उम्मीद है कि आज का यह लेखा् आपको पसंद आया होगा। इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अन्य लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें।
FAQ
प्रथम विश्व हिंदी दिवस कब मनाया गया था?
पहली बार विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी 1974 को महाराष्ट्र के नागपुर जिले में आयोजित समारोह में मनाया गया था।
राष्ट्रीय हिंदी दिवस कब मनाया जाता है?
राष्ट्र हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। पहली बार 14 सितंबर 1949 को राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की गई थी।
विश्व हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत किसने की थी?
साल 2006 में हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाने की घोषणा तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने की थी।
हिंदी की उत्पत्ति कहां से हुई?
हिंदी भाषा संस्कृत भाषा से विकसित हुआ है।