Arjun Puraskar 2023 Divyakriti Singh Success Story : अर्जुन अवार्ड मिलेगा, जाने यह कौन है? भारत सरकार की ओर से हर साल अलग-अलग क्षेत्र में चर्चित नाम को अवार्ड दिए जाते हैं। जैसे खेल, शिक्षा और अन्य क्षेत्र के चर्चित लोगों को सम्मान के रूप में अवार्ड दिए जाते हैं। वैसे तो राष्ट्रपति के द्वारा हर खेल से संबंधित किसी न किसी व्यक्ति को बेस्ट परफॉर्मेंस दिखाने के कारण अवार्ड से नवाजा जाता है । लेकिन आज तक के इतिहास में किसी भी घुड़सवार को अर्जुन अवार्ड नहीं दिया गया है । लेकिन 41 साल बाद अब यह रिकार्ड टूटने वाला है ।
क्योंकि राजस्थान की दिव्यकीर्ति सिंह जो की घुड़सवार है, इन्हें अर्जुन अवार्ड दिया जाएगा। चलिए आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से इनकी सक्सेस स्टोरी के बारे में जानकारी देते हैं कि कैसे यह एक बड़ी घुड़सवार बनी है और पहली बार किसी घुड़सवार को अर्जुन अवार्ड मिलने जा रहा है। तो इस बारे में क्या जानकारी है, पूरी जानकारी विस्तार से जानते हैं।
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घुड़सवारी करने के लिए परिवार से मिली थी सीख (Arjun Puraskar 2023 Divyakriti Singh Success Story)
दिव्यकृति काफी अच्छी घुड़सवार है। इन्हें बचपन से ही घुड़सवारी करने का काफी ज्यादा शौक था। दरअसल इनके घर का माहौल भी ऐसा था कि इन्हें बचपन से ही घुड़सवारी करने के लिए प्रेरणा मिली है। इनके परिवार में इनके पिता भी घुड़सवारी करना पसंद करते थे।
इनके पिता राजस्थान पोलो संघ से जुड़े हुए हैं और वह भी घुड़सवारी के क्षेत्र में काफी अच्छी पहचान रखते हैं। दिव्यकृति पिछले कई सालों से घुड़सवारी की ट्रेनिंग जर्मनी से ले रही है। अपनी ट्रेनिंग के दौरान इन्होंने काफी कुछ सीखा है। साल 2022 में एशियन गेम्स के लिए इनका नाम गया था, लेकिन अंतिम रूप से इनका सिलेक्शन उसमें नहीं हो पाया था।
एशियन गेम में चयन न होने के कारण हो गई थी डिप्रेस्ड
दिव्यकृति ने बताया कि जब साल 2022 में उनका चयन एशियन गेम्स के लिए नहीं हुआ था, वह काफी ज्यादा टूट गई थी। क्योंकि उन्होंने एशियाई गेम में चयन के लिए काफी ज्यादा मेहनत की थी। लेकिन अंत में उनका चयन नहीं हो पाया था।
कुछ समय वह काफी ज्यादा डिप्रेस्ड भी रही थी। लेकिन फिर से उन्होंने घुड़सवारी की ट्रेनिंग शुरू कर दी थी और रोज प्रैक्टिस किया करती थी । उसके बाद इन्हें ड्रेसाज इवेंट में खेलने का मौका मिला । इनकी टीम ने काफी अच्छी परफॉर्मेंस की और भारत के लिए पहली बार गोल्ड मेडल जीता।
ड्रेसाज इवेंट में एशियन गेम्स 2023 में भारत के लिए जीता है गोल्ड मेडल
ड्रेसाज इवेंट में दिव्यकीर्ति सिंह के साथ उनकी टीम के सदस्य हृदय विपुल चेडा, अनुष अग्रवाल और सुदप्ति हेजला ने काफी अच्छी परफॉर्मेंस की और लगभग 41 साल बाद भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता । उनकी टीम ने लगभग 209.252 अंक हासिल किए थे।
इससे पहले साल 1982 में भारतीय टीम की तरफ से इस इवेंट में गोल्ड मेडल जीता गया था। लगभग 41 साल के बाद इन की टीम ने शानदार परफॉर्मेंस की और गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। देखा जाए तो इंडिया को गोल्ड मेडल जीतने के लिए 41 साल का इंतजार करना पड़ा है।
वैसे तो उनकी पूरी टीम ने ही काफी शानदार परफॉर्मेंस की थी, लेकिन दिव्यकृति ने अन्य प्लेयर के मुकाबले में अच्छी परफॉर्मेंस की थी। जिसके कारण इनका नाम अब अर्जुन अवार्ड के लिए शामिल किया गया है।
9 जनवरी 2024 को राष्ट्रीय भवन में मिलेगा पुरस्कार
हाल ही में ही साल 2023 के लिए खेल पुरस्कारों की घोषणा की जा चुकी है। 26 एथलीट्स को खेल अवार्ड से नवाजा जाएगा। जिनमें दिव्यकीर्ति सिंह का भी नाम शामिल है। 9 जनवरी 2024 को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति के द्वारा सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा । इस बीच दिव्यकीर्ति सिंह को अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
हाल ही में ही जब से साल 2023 के लिए खेल पुरस्कारों में इनका नाम लिया गया है,तभी से यह काफी ज्यादा वायरल हो रहे हैं और होनी भी चाहिएl क्योंकि इस अवार्ड को जीतने के लिए इन्होंने काफी ज्यादा मेहनत भी की थी। आज इस आर्टिकल के जरिए हमने आपको इनके बारे में जानकारी दी है। अन्य ऐसी ही देश दुनिया की खबर जानने के लिए हमारी वेबसाइट से जुड़े रहे।
FAQ
अर्जुन पुरस्कार पाने वाले पहले भारतीय कौन है?
सलीम दुरानी
अर्जुन पुरस्कार किसको दिया जाता है?
अर्जुन पुरस्कार खेल के क्षेत्र में दिया जाता 3 से 4 साल तक उत्कृष्ठ प्रर्दशन करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है।