इंजीनियर डे क्याें मनाया जाता है, इतिहास और महत्व, भारत के महान इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जीवन परिचय (Facts history Engineers Day in hindi, Who is M. Visvesvaraya biography in hindi, Engineers Day 2023 Theme In Hindi)
15 सितंबर का दिन भारत में हर साल इंजीनियर दिवस के तौर पर मनाया जाता है दरअसल इसी दिन भारत के महान इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी का जन्म हुआ था। इसलिए उनकी जयंती के उपलक्ष में ही हर साल इंजीनियर दिवस मनाया जाता है।
अगर बात इंजीनियरिंग की हो तो यह केवल एक रोजगार नहीं है बल्कि करोड़ों भारतवासियों की भावना है। भारत में इंजीनियरिंग का क्रेज दुनिया की अपेक्षाकृत कुछ ज्यादा ही है जिसे दुनिया भर को शानदार इंजीनियर दिए हैं। शायद यही कारण भी है कि भारत को आज इंजीनियर की फैक्ट्री के नाम से भी जाना जाता है।
इतिहास के पन्नों को पलट कर देखें, तो पाएंगे कि Upgrade होता स्मार्टफोन, लग्जरी कार, नई टेक्नोलॉजी के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज, दिनों का सफर घंटों में, यह सब परिवर्तन बहुत तेजी से हो रहा है।
तेजी से विकसित होती तकनीक देश और दुनियां की तस्वीर बदल रही है और यह सब इंजीनियरों की वजह से संभव हो पाया है।
भारत में इन्हीं Engineers के सम्मान में 15 सितंबर का दिन इंजीनियर डे के रूप में मनाया जाता है। आज इस लेख के जरिए हम आपको इंजीनियर से दे से जुड़ी खास जानकारियां बताएंगे।
आज के इस लेख में हम मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी के बारे में भी बात करेंगे। जिनकी जयंती पर मनाया जाता है अभियंता दिवस, तो आइए शुरू करते हैं और अभियंता दिवस पर पूर्ण जानकारी प्राप्त करते है।
विषय–सूची
इंजीनियर डे क्या है? (Facts history of Engineers Day in hindi)
इंजीनियर डे अर्थात अभियंता दिवस इंजीनियरों के द्वारा किए गए काम को सराहने के लिए और उन्हें सम्मान देने के लिए मनाया जाने वाला दिन है अर्थात इंजिनियर्स डे केवल इंजीनियरों को समर्पित है। ठीक उसी तरह से जिस तरह से डॉक्टर्स डे डॉक्टर के लिए, टीचर्स डे टीचर्स के लिए, फादर्स डे फादर्स के लिए इत्यादि समर्पित होते हैं।
इंजीनियर डे कब मनाया जाता है?
भारत रत्न प्राप्त करने वाले इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या के जन्मदिवस को इंजीनियर्स डे के रूप में मनाया जाता है। इंजीनियर डे यानी अभियंता दिवस हर साल 15 सितंबर को मनाया जाता है।
इंजीनियर डे क्यों मनाया जाता है?
भारत के एक महान इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके जन्मदिन को, इंजीनियर डे के नाम से चिन्हित किया गया है। उन्होंने विश्वस्तरीय अद्भुत कार्य करते हुय विश्व में भारत को गौरव को दिलाया है।
डॉक्टर विश्वेश्वरय्या को इनके द्वारा एक इंजीनियर के तौर पर किए गए सफल कार्य के लिए सन 1955 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। साथ ही दुनिया के समस्त इंजीनियर को सम्मान देने के लिए और उनके काम को सराहना करते हुये, उन्हें प्रेरित करने के लिए इंजिनियर्स डे मनाया जाता है।
राष्ट्रीय इंजीनियर दिवस की थीम 2023 (Engineers Day 2023 Theme In Hindi)
हर साल 15 सितंबर को राष्ट्रीय इंजीनियर दिवस के उपलक्ष में हर साल एक थीम निर्धारित की जाती है और इस थीम के अनुसार अभियंता दिवस मनाया जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बार राष्ट्रीय इंजीनियरिंग दिवस की थीम 2023 सतत भविष्य के लिए इंजीनियरिंग (Engineering For A Sustainable World) निर्धारित की गई है।
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इंजीनियर डे मनाने का उद्देश्य
अभियंता दिवस (Engineers Day) मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनियाभर के इंजीनियरों को प्रोत्साहित करना है। उनके द्वारा किए गए कार्यों से प्रोत्साहित एवं प्रेरणा लेकर, उन्हें नए तरकीब(New Technology) और तकनीकों को सुझाने में मदद करना है, ताकि वह अपने हुनर के बदौलत देश और दुनिया को तरक्की की एक नई ऊंचाई पर लेकर के जा सकें।
इंजीनियर डे का महत्व
इंजीनियर डे अर्थात अभियंता दिवस का महत्व दुनिया भर के इंजीनियर के द्वारा किए गए कार्य की सराहना करना और देश के youth को इंजीनियरिंग के करियर के प्रति motivate करना है। किसी भी देश को विकसित और सम्पन्न राष्ट्र बनाने के लिये एक मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता होती है जिसके लिये देश में कुशल कारीगरों, इंजीनियरों का होना बहुत ही आवश्यक है इसके लिये इंजिनियरिंग के क्षेत्र को बढ़ावा एवं प्रोत्साहित करना अति आवश्यक है जिससे आज का युवा इस क्षेत्र की महत्वता को समझे और जैसे महान मोक्षगुंडम विश्वेश्वर्या इंजीनियर को जाने जिन्होंने देश में ही नहीं बल्कि विश्वभर में ख्याति हासिल की हैं।
इंजीनियर डे का इतिहास
हमारे भारत देश में बहुत सारे महान इंजीनियर्स हुए हैं। मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या महान इंजीनियरों में से एक है। उन्होंने भारत का एक नया प्रारूप तैयार किया और उसके अनुसार भारत में बदलाव लाने का प्रयास किया, जिसमें वह काफी हद तक सफल भी रहे।
उन्होंने बहुत सारे बांधों का निर्माण किया है। इनका हैदराबाद और मैसूर जैसी सिटी को विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
इसीलिए एक महान इंजीनियर के रूप में किए गए कार्यों के प्रति समर्पण के लिए साल 1968 से हर वर्ष 15 सितंबर को अभियंता दिवस अर्थात इंजिनियर्स डे मनाने की घोषणा की गई थी। इसके बाद हर साल 15 सितंबर को इंजिनियर्स डे मनाया जाता है।
आइये इन्हें भी पढ़ें – डॉक्टर्स डे कब और क्यों मनाया जाएगा?
मोक्षगुंडम विश्वेश्वर्या कौन थे? (Who is M. Visvesvaraya Biography hindi)
डॉक्टर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या भारत के एक प्रसिद्ध इंजीनियर थे। उन्होंने आधुनिक भारत की रचना करके देश को एक नया रूप दिया। उन्होंने अपने जीवन काल में भारत के विकास में बहुत सारे महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विश्वेश्वर्या जी का असाधारण योगदान रहा। इनका जन्म 15 सितंबर 1860 को कर्नाटक के कोलार जिले में हुआ था।
मोक्षगुंडम विश्वेश्वर्या के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी (M. Visvesvaraya Biography, Family Details, Important Points)
नाम (Name) | डॉ॰ मोक्षगुंडम विश्वेश्वर्या |
प्रसिद्ध नाम (Famous Name) | सर एमवी |
पिता का नाम (Fathers Name) | श्रीनिवास शास्त्री |
माता का नाम (Mother Name) | वेंकटलक्ष्मी |
जन्म (Date of Birth) | 15 सितंबर 1860 |
जन्म स्थान (Place of Date) | चिकलापुर(मैसूर ) |
मृत्यु (Death) | 3 दिसम्बर 1979 |
शैक्षिण योग्यता (Qualification) | विज्ञान स्नातक (बीएससी) इंजिनियरिंग, कॉलेज ऑफ इंजिनियरिंग, पुणे डीसीई- सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा |
पेशा (Profession) | सिविल इंजीनियर, राजनेता |
राष्ट्रीयता (Nationality | भारतीय |
राष्ट्रीय पुरस्कार | भारत रत्न (1955) |
जाति (Cast) | ब्राह्मण |
धर्म (Region) | हिन्दू |
मोक्षगुंडम विश्वेश्वर्या द्वारा किए गए कुछ प्रमुख कार्य
डॉक्टर विश्वेश्वर्या द्वारा एक इंजीनियर के रूप में बहुत सारे सफल कार्य किए गए। जिनके कारण उन्हें काफी प्रसिद्धि मिली। आइए इनके कार्यों के बारे में जानते हैं:-
बांधों का निर्माण
मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या ने एक सफल इंजीनियर के रूप में देश मे कई बांध बनवाए हैं। जिससे देश में पानी की समस्या को खत्म करने में एक बड़ी सफलता हासिल हुई थी। इनके द्वारा बनाए गए कुछ प्रमुख बांध है, जैसे:- पुणे के खड़कवासला जलाशय में बांध, ग्वालियर में तिघरा बांध, मैसूर में कृष्णराज सागर बांध आदि इनके द्वारा निर्मित कुछ प्रमुख बांधों मे से है।
हैदराबाद सिटी का निर्माण
डॉ. विश्वेश्वरय्या को हैदराबाद सिटी बनाने की उपलब्धि भी प्राप्त हुई है। उन्होंने इस शहर के लिए एक बाढ़ सुरक्षा प्रणाली तैयार की थी। इसी की वजह से उन्हें पूरे देश में एक अलग पहचान मिली और उनका पूरे देश में नाम हो गया।
यही नहीं, बल्कि उन्होंने विशाखापट्टनम बंदरगाह की सुरक्षा को देखते हुए समुद्री कटाव से एक प्रणाली विकसित की जो सुरक्षा के नजरिए से काफी सफल साबित हुई।
मैसूर स्टेट का विकास कार्य
डॉक्टर विश्वेश्वर्या मॉडर्न मैसूर स्टेट का पिता भी कहलाए, क्योंकि उन्होंने मैसूर की सरकार के साथ मिलकर बहुत सारे शैक्षणिक संस्थानों और कई फैक्ट्रियों की स्थापना करवाई थी, जिसमें स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, मैसूर आयरन एंड स्टील फैक्ट्री, मैसूर चेंबर ऑफ कॉमर्स, मैसूर साबुन फैक्ट्री और विश्वेश्वर्या कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग शामिल है।
यूं कहा जा सकता है कि मैसूर स्टेट को एक नए विकास मार्ग पर ले जाकर इसकी छवि बदलने मैं डॉक्टर विश्वेश्वर्या का बहुत बड़ा योगदान है। डॉक्टर विश्वेश्वर्या को उनके द्वारा इंजीनियर के तौर पर किए गए सफल कार्य करने के लिए सन 1955 में भारत सरकार द्वारा भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
भारत के अलावा अन्य देशों में अभियंता दिवस
इंजीनियर्स डे केवल भारत में ही नहीं मनाया जाता बल्कि कुछ अन्य देश भी है जहां पर यह दिवस हर वर्ष मनाया जाता है। जैसे कि ईरान में इसे 24 फरवरी को मनाया जाता है।
अर्जेंटीना में 16 जून को, तुर्की में 5 दिसंबर को, बांग्लादेश में 7 मई को, इटली में 15 जून को इंजीनियर्स डे के रूप में मनाते हैं। इसके अलावा अभियंता दिवस रोमानिया में 14 सितंबर को, बेल्जियम में 20 मार्च को और ईरान में 24 फरवरी को मनाया जाता है।
इंजीनियर्स डे अर्थात अभियंता दिवस कैसे मनाया जाता है?
इंजिनियर्स डे के दिन खास तौर पर इंजीनियरिंग कॉलेज में कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दिन इंजीनियरों के द्वारा किए गए कुछ खास कार्यों के लिए उन्हें सम्मानित भी किया जाता है। साल 2022 में 161 वां इंजीनियर डे अर्थात अभियंता दिवस मनाया जाना है।
निष्कर्ष
दोस्तों, आज के इस लेख में हमने आपको कौन हैं मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के बारे में बताया, जिनके नाम पर अभियंता दिवस मनाया जाता है। साथ ही हमने अभियंता दिवस के ऊपर पूर्ण जानकारी प्राप्त की है।
आशा करते हैं कि हमारे द्वारा साझा की गई यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। आप इस जानकारी को अपने परिवार और दोस्तों के साथ की जरूर शेयर करें। यदि आप इस आर्टिकल से संबंधित कोई प्रश्न हमसे पूछना चाहते हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
FAQ
इंजीनियर्स डे (अभियंता दिवस) कब मनाया जाता है?
15 सितंबर को
अभियंता दिवस किसकी याद में मनाया जाता है?
इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या की याद में
क्या 15 सितंबर को पूरे विश्व में इंजीनियर्स डे मनाया जाता है?
नहीं, हर देश मे अलग-अलग दिन इंजीनियर्स डे मनाया जाता है।
इंजीनियर डे क्यों मनाया जाता है?
हमारे देश के इंजीनियरो के काम की सराहना करने के लिए और उन्हें सम्मान देने के लिए।
इंजीनियर्स डे कब से मनाया जाता है?
सन 1968 से
इंजीनियर डे कैसे मनाया जाता है?
इस दिन इंजीनियरिंग कॉलेजेस में कार्यक्रमों का आयोजन होता है और इंजीनियरों को सम्मान दिया जाता है।
मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या का जन्म कब हुआ था?
15 सितंबर 1860
भारत के प्रथम सिविल इंजीनियर कौन थे?
मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या