Atal Setu Bridge News in Hindi: हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा अटल बिहारी वाजपेई सेवारी न्हावा शेवा अटल सेतु का उद्घाटन किया जा चुका हैl अटल सेतु बनने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि जिस सफर को 2 घंटे में पहले तय किया जाता था, अब इस सेतु के बनने के कारण मात्र 20 मिनट में उस सफर को तय किया जा सकता है। मोदी सरकार के द्वारा 17840 करोड रुपए खर्च करके अटल सेतु ब्रिज को बनाया गया है।
इस ब्रिज की खास बात यह है कि यह भारत का सबसे लंबा पुल है। साथ के साथ यह सबसे बड़ा समुद्री पुल भी है। चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको अटल सेतु ब्रिज के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी विस्तार से बताते हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हम यह भी जानेंगे कि अटल सेतु ब्रिज से अगर आप सफर कर रहे हैं, तो सरकार द्वारा टोल टैक्स निर्धारित किया गया है। इसके अलावा अटल सेतु ब्रिज की खास बातें क्या-क्या है, पूरी जानकारी हम विस्तार से इस आर्टिकल में जाने वाले हैं। पूरी जानकारी के लिए अंत तक इस आर्टिकल में बने रहे।
विषय–सूची
Atal Setu Bridge बनाकर मोदी ने किया अपना वादा पूरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 12 जनवरी 2024 को अटल सेतु ब्रिज का उद्घाटन किया जा चुका है। अटल सेतु ब्रिज मुंबई और इसके उपनगर को नवी मुंबई से जोड़ेगा। यह देश का सबसे लंबा समुद्री पुल है। अटल सेतु ब्रिज को बनाने के लिए लगभग 17840 करोड रुपए खर्च किया गया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा कहा गया कि जब मैं सत्ता में आया था, तो मैं उसी दिन यह फैसला कर लिया था कि देश में बदलाव करूंगा।
देश में बदलाव के कारण हमारा भारत देश पूरी दुनिया में अलग पहचान बनाएगा। 24 दिसंबर 2016 को इस समुद्री पुल की आधारशिला रखी गई थी और काम शुरू हो चुका था। बीच में दो वर्ष कोरोनावायरस के कारण सब जीवन अस्त-व्यस्त हुआ, लेकिन हमने काम नहीं रुकने दिया।
अटल सेतु की महत्वपूर्ण बातें (Important Points)
पहली बार परियोजना के बारे में सोचा गया था | 1962 |
पुल का शिलान्यास | 24 दिसंबर 2016 |
परियोजना शुरु की गई | 2018 |
अटल सेतु ब्रिज की लागत | 17840 करोड रुपए |
सेतु का उद्घाटन | 13 जनवरी 2024 |
सेतु की कुल लम्बाई | 21.8 किमी |
समुंद्र पर बना पुल | 16.5 किमी |
जमीन पर पुल | 5.5 किमी |
Atal Setu Bridge कहां बना है?
दरअसल मुंबई और इसके उपनगर में नवी मुंबई को जोड़ने के लिए अटल सेतु ब्रिज का निर्माण किया गया है। अटल सेतु ब्रिज को बनाने के लिए सरकार ने काफी ज्यादा मेहनत की है। इस ब्रिज को बनाने के लिए 177903 मीट्रिक टन स्टील की खपत हुई है। इसके अलावा 504253 टन सीमेंट की खपत हुई है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस अटल सेतु ब्रिज को बनाने के लिए रोजाना 5400 श्रमिकों से भी ज्यादा श्रमिकों ने दिन-रात काम किया है।
तब जाकर इस अटल सेतु ब्रिज का निर्माण हो चुका है। अटल सेतु ब्रिज के निर्माण के बाद जिस सफर को तय करने के लिए 2 घंटे का समय लगता था। अब उस सफर को मात्र 20 मिनट में तय किया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक इस ब्रिज का जीवन का लगभग 100 वर्ष होने वाला है। यानी 100 वर्ष से पहले तो इस ब्रिज को कोई भी नुकसान नहीं होगा।
अटल सेतु के फ़ायदे (Benefits of Atal Setu Bridge)
1 | मुंबई और नवी मुंबई का सफर 2 की बजाये 20 मिनट में पूरा होगा। |
2 | मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरु बंदरगाह पूरी तरह कनेक्ट होंगे। |
3 | प्रत्येक यात्र से 500 रुपयें का ईंधन की बचत होगी। |
Permission For vehicle on Atal Setu Bridge: अटल सेतु ब्रिज पर इन वाहनों को चलने की इजाजत दी गई है
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अटल सेतु ब्रिज पर भारत सरकार के द्वारा वाहन के संचालन से संबंधित कुछ गाइडलाइन जारी की गई है। गाइडलाइंस के अनुसार ही वाहनों को ब्रिज पर चलने की अनुमति होगी। अटल सेतु ब्रिज पर भारी वाहन चलाने की अनुमति नहीं है। जैसे की ट्रैक्टर, ऑटो, रिक्शा और अन्य कोई भी वाहन जो काफी ज्यादा भारी है, उसे इस पुल पर चलने की अनुमति नहीं है।
चालकों को अधिकतम 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ही गाड़ी चलाने की इजाजत दी गई है। अगर आप इससे ज्यादा स्पीड में गाड़ी चलाने का सोचेंगे, तो आपको रोक भी दिया जा सकता है या फिर आपको इस रूट पर जाने की इजाजत भी नहीं दी जाएगी। अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस पुल पर रोजाना लगभग 70000 वाहन चलने वाले हैं। आंकड़ा इससे ज्यादा भी हो सकता है।
Atal Setu Bridge Toll Tax Rate: अटल सेतु ब्रिज पर इतना रखा गया है टोल टैक्स
भारत सरकार के द्वारा अटल सेतु ब्रिज पर टोल टैक्स के लिए भी रेट निर्धारित किए जा चुके हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सिंगल रिटर्न, डेली पास और मंथली पास के अलावा कई सारे प्लांस सरकार के द्वारा बना दिए गए हैं. अगर आप का रोजाना इस पुल से आना जाना होगा, तो आपके लिए मंथली पास अच्छा रहेगा.
अगर आपके पास कार है, तो सिंगल यात्रा के लिए ₹250 का टोल टैक्स कटेगा। अगर आपको एक ही दिन में आना-जाना करना है यानी रिटर्न जर्नी है, तो आपको 375 खर्च करना होगा। अगर आपको डेली पास चाहिए तो 625 रुपए का खर्चा आएगा। इसके अलावा अगर आप मंथली पास बनवाना चाहते हैं, तो यह फैसिलिटी भी आपके लिए उपलब्ध है। ब्रिज पर सफर करने के लिए मंथली आपको 12500 का पास बनवाना होगा। अगर आपके पास कार है।
मिनी बस और सिंगल एलसीवी के लिए सिंगल जर्नी करने के लिए आपको लगभग ₹400 खर्च करना होगा। रिटर्न जर्नी के लिए आपको ₹600 खर्च करना होगा। इसके अलावा डेली पास के लिए हजार रुपए खर्च करना होगा और मंथली पास के लिए आपको ₹20000 खर्च करना पड़ सकता है।
यदि बस या फिर ट्रक है, तो उसमें आपको सिंगल सफर के लिए ₹830 खर्च करना होगा। बाकी अधिक जानकारी के लिए आप अटल सेतु ब्रिज पर स्थित टोल टैक्स से संपर्क कर सकते हैं। वहां पर आपको आपके वाहन के हिसाब से पूरा खर्चा बता दिया जाएगा।
Atal Setu Bridge For Oversized Vehicle: ओवरसाइजड वाहनों के लिए यह निर्धारित किया गया है टोल टैक्स
ओवरसाइजड वाहनों को अगर अटल सेतु ब्रिज से जाना है, तो उन्हें एक्स्ट्रा टोल टैक्स देना होगा। आपकी जानकारी के लिए बता दे की ऐसे वाहनों को सिंगल जर्नी पर 1580 रुपए खर्च करने होंगे। इसके अलावा रिटर्न जर्नी पर 2370 रुपए खर्च करना होगा।
3950 में आपको डेली पास मिल जाएगा। अगर आप मंथली पास बनवाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको लगभग 80000 रुपया खर्च करना होगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें, जो रेट हम आपको बता रहे हैं वह 13 जनवरी 2024 से 31 दिसंबर 2024 तक के लिए निर्धारित किए गए हैंl यानी 1 साल के बाद रेट में भी परिवर्तन कर दिया जाएगा।
FAQ
अटल सेतु कहां पर हैं?
मुंबई और इसके उपनगर में नवी मुंबई को जोड़ता है।
अटल सेतु कितना लंबा है?
21.8 किमी
अटल सेतु ब्रिज की लागत क्या है?
17840 करोड रुपए
अटल सेतु का पूरा नाम बताएं?
अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा अटल सेतु
इस पुल का नाम पहले मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) था।