पर्यावरण को संरक्षित व सुरक्षित बनाये रखने के लिये सबसे पहले 1972 में स्कॉटहाम स्वीडन में पर्यावरण दिवस पर सम्मेलन आयोजित किया गया था। इसमें 119 देश शामिल हुये थे।

पर्यावरण को संरक्षित करनें के लिये वैश्विक मंच पर सन 1974 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा 5 जून से पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी।

भारत में पर्यावरण की सुरक्षा के लिए पर्यावरण के प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए अधिनियम, 1986 कानून बनाया गया है

औद्योगिकीकरण और नगरीकरण के कारण पर्यावरण का अधिक से अधिक दोहन हो रहा है। जिससे पर्यावरण का संतुलन बिगड़ता ही जा रहा है

विश्व पर्यावरण दिवस  के बारें में महत्वपूर्ण बातें

भूमि, जल, वायु के अलावा सभी जीव-जंतु, सूक्ष्म जीव, पेड़-पौधे व इनसे संबंधित सभी तत्व पर्यावरण में शामिल है।

इस साल की थीम 2022 में  क्या है?

पर्यावरण दिवस का मुख्य मेजबान देश कौन हैं?

पृथ्वी पर जीवन का अस्तित्व बचाने के लिये पर्यावरण को सुरक्षित रखना होगा।

अपनेे आसपास पेड़ लगाये, लोगों को जागरुक करें, यदि हर व्यक्ति अपने जन्मदिवस पर एक पेड़ उगाए तो लाखों पेड़ लग जाएंगे।

विश्व पर्यावरण दिवस  पर अनमोल विचार

पहले कहते थे जल बचाओं, फिर कहने लगे, हवा को स्वच्छ करों, फिर कहने लगें, पेड़ बचाओं अब है बारी मृदा की, मिट्टी की, इसे बचाना है, पोषण को बचाना है इसके बिना नहीं होगी कई हरियाली, रेगिस्तान हो जाएंगी हमारी पृथ्वी सारी।

विश्व पर्यावरण दिवस  पर कविता व स्लोगन

पर्यावरण दिवस मनाना है। एक पेड़, हर व्यक्ति को लगाना है, पृथ्वी को रहने लायक बनाना है।। नई पीढ़ी का समझाना है अपने जन्मदिवस पर एक पेड़ लगाना हैं।

विश्व पर्यावरण दिवस  पर  Quotes

एक पेड़ अपने जीवनकाल में 1000 किलो कार्बन-डाईआक्साइड को लेकर उसे आक्सीजन में बदल देता है।

पेड़ हमारे लिये क्यों जरूरी हैं?

आइये जाने दुनियां के कुछ अनोखे और अद्भुत पेड़ों के बारें में।

टायलेट पेपर की मांग को पूरा करने के लिये लगभग 27,000 पेड़ काटने पड़ते हैं।

पेड़ों की हो रही है, अंधाधुंध कटाई

हर साल लगभग 5 अरब पेड़ लगते है लेकिन उससे अधिक 10 अरब पेड़ काट लिये जाते हैं।

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विश्व पर्यावरण दिवस  का महत्व व इतिहास