आम को फलों का राजा कहा जाता है। नाम से ही आपको इस पल की अहमियत समझ में आ गई होगी। अब आपके मन में एक सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर आम को ही फलों का राजा क्यों कहा जाता है? जबकि आम के अलावा भी कई और बेहतरीन स्वादिष्ट फल इस दुनिया में है। आज इस लेख में हम इन्हीं बातों पर विस्तार से चर्चा करने वाले हैं।
गर्मियों का मौसम आते ही आम के फल की बहार आ जाती है। बाजार में आम की ढेर सारी वैरायटी उपलब्ध होती हैं जिनकी खासियत, जिनका स्वाद एक दूसरे से काफी अलग होता है।
आम केवल एक फल के तौर पर ही नहीं बल्कि मुरब्बा चटनी अचार सब्जी पापड़ कुमावत खटाई तथा शेक के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है। दुनिया में ऐसे बहुत कम लोग होंगे जिन्हें आम नहीं पसंद होगा। आम खाने में जितना ही मीठा और स्वादिष्ट होता है उतना ही सेहत के लिए लाभदायक भी होता है। आम से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Interesting facts about mango in hindi) ऐसे हैं जिसे सुनकर आप दंग रह जायेंगे।
चलिए आज जानते हैं कि आखिर आम का फल कितने तरीके का होता है? साथ ही आज हम आपको आम के रोचक तथ्य के बारे में भी जानकारी देंगे जिससे कि यह फल आपका सबसे पसंदीदा फल हो जाएगा।
विषय–सूची
आम के बारें में रोचक जानकारी (All information and Interesting facts about mango in hindi)
आम का इतिहास –
आप तो जानते ही हैं कि आम कितना रसीला होता है और इसे भारत का राष्ट्रीय फल माना जाता है। लेकिन आम केवल भारत का ही नहीं बल्कि पाकिस्तान और फिलिपिंस का भी राष्ट्रीय फल है। बांग्लादेश में तो आम के पेड़ को राष्ट्रीय पेड़ भी कहा जाता है।
22 जुलाई को हर साल नेशनल मेंगों डे (National Mango Day) मनाया जाता है। यह दुनियां में सबसें ज्यादा पसंदीदा फलों में एक माना जाता है। आम का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name) मेंगीफेरा इंडिका “Mangifera indica” होता है। आम की अन्य प्रजातियों को भी मेंगीफेरा ही कहा जाता है। आम की यह प्रजाति सबसे पहले केवल भारतीय उपमहाद्वीप में मिलती थी लेकिन धीरे-धीरे यह भारत के सभी राज्यों में मिलने लगी साथ ही अन्य देशों में भी फैल गई।
आम की खेती सबसे पहले भारतीय उपमहाद्वीप में ही होती थी, लेकिन धीरे-धीरे चौथी से पांचवी शताब्दी तक इसकी खेती पूरे एशिया में होने लगी। उसके बाद 10 वीं शताब्दी तक पूर्वी अफ्रीका के लोगों को भी आम के बारे में पता चला और वहां के लोगों ने इसे बहुत पसंद किया। इसी तरह 14 वीं शताब्दी में यह बरमूडा, ब्राज़ील, वेस्टइंडीज, तथा मेक्सिको में भी पसंद किया जाने लगा।
चौसा आम का शेरशाह शूरी से जुड़ां इतिहास
चौसा आम का स्वाद सभी को खूब भाता है इसकी उत्पत्ति उ.प्र. के हरदोई जिले में हुई थी। लेकिन इसका नाम बिहार के गांव पर रखा गया है इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है। शायद ही आपको इसके बारें में मालूम हो। सन 1539 में जब राजा शेरशाह शूरी ने बिहार के बक्सर जिले के चौसा गांव में हुमायुं को एक युद्ध में पराजित कर दिया था। इस युद्ध को जीतने की खुशी में एक जश्न का आयोजन किया गया तब राजा शेरशाह शूरी को एक आम पेश किया था जिसका स्वाद उन्हें इतना पसंद आया कि उन्होंने आम की किस्म का नाम ‘‘चौसा’ घोषित कर दिया।
आम शब्द कहां से लिया गया है?
आम को पहले ना ही आम कहा जाता था और ना ही मैंगो। आइए जानते हैं कि इस फल का नाम आम और मैंगो कैसे पड़ा।
इस फल का नाम संस्कृत भाषा से लिया गया है संस्कृत भाषा में इस फल को आम्र: कहा जाता है। इस आम्र: शब्द से ही हिंदी भाषा में इसे आम बुलाया जाने लगा। भारत के लगभग सभी राज्यों में इसे आम ही बुलाया जाता है लेकिन केरल में इसे मांगा नाम से बुलाया जाता है। 1498 ईस्वी में जब पुर्तगाली केरल में मसाला लेकर जाते थे तब वह आम भी अपने राज्य लेकर गए और उसका नाम मांगा रखा।
1510 ईसवी में यह फल इटली पहुंचा और इटली में भी इसे मांगा बुलाया जाने लगा। इटली भाषा से इसका अनुवाद फ्रांसीसी भाषा में हुआ और फ्रांसीसी भाषा से इस फल का अनुवाद अंग्रेजी भाषा में हुआ। अंग्रेजी भाषा में अनुवाद करते हुए इसका नाम मैंगो पड़ गया। मैंगो में ओ का उच्चारण किस तरह से किया गया है, यह स्पष्ट नहीं है। अतः यह कह सकते हैं कि मैंगो शब्द को केरल के मलयालम भाषा से ही लिया गया है।
आम को क्यों कहते हैं फलों का राजा?
आम की पैदावार भारत में सबसे ज्यादा है। भारत में हर साल लगभग 2.5 करोड़ टन आम का उत्पादन किया जाता है। साथ ही भारत में आम की लगभग 1500 किस्में मिलती हैं जो बहुत ही स्वादिष्ट होती हैं। इन सभी आम के किस्मों में पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। आम में यह सभी चीजें होने के कारण ही इसे फलों का राजा कहा जाता है।
आम तो फलों का राजा है ही लेकिन क्या आप जानते हैं कि आमों का राजा कौन है? आमों का राजा अलफांजो यानी हापुस आम को कहा जाता है। इसकी पैदावार महाराष्ट्र में सबसे अधिक होती है। अल्फांसो आम को महाराष्ट्र में हापुस के नाम से जाना जाता है। यह आम सुंदर और स्वादिष्ट होता है इसकी गुणवत्ता, स्वाद व सुंदरता के कारण यह विदेशों में बहुत लोकप्रिय है। अल्फांसो आम की कीमत अन्य आमों की अपेक्षा अधिक होती है।
आम की कितनी किस्में होती हैं?
ऐसे तो आम की लगभग 1500 किस्में होती हैं लेकिन हम यहां पर आपको आम की 10 लोकप्रिय किस्मों के बारे में बताने जा रहे हैं।
1. दशहरी आम –
दशहरी आम का उत्पादन सबसे अधिक उत्तर भारत में होता है। यह आम भारत में सबसे अधिक लोकप्रिय है और सबसे अधिक खाया जाने वाला आम है। इस आम की खेती उत्तर प्रदेश के मलिहाबाद में होती है। दशहरी आम अपनी खुशबू तथा शहद जैसी मिठास के लिए अधिक लोकप्रिय हैं। इस आम को ज्यादातर चूस कर पाया जाता है।
2. लंगड़ा आम –
लंगड़ा आम हरे रंग का होता है। इस आम का अकार अन्य आमों की आकार की अपेक्षा बड़ा तथा गोलाकार होता है। लंगड़ा आम भारत का सबसे लोकप्रिय आम माना जाता है। इस आम की मिठास और इसका स्वाद दोनों कमाल का होता है। इसी कारण लोग इस आम को खाना बेहद पसंद करते हैं।
3. हापुस आम-
हापुस आम को अल्फांसो नाम से भी जाना जाता है। जैसा हमने आपको बताया कि इसे आमों का राजा भी कहा जाता है। आम की पैदावार महाराष्ट्र के रत्नागिरी शहर में सबसे अधिक होती है। सबसे बेहतरीन आम होने के साथ-साथ हापुस काफी महंगा आम भी है। इस समय एक दर्जन हापुस आम की कीमत तकरीबन ₹1000 के लगभग होगी।
4. चौसा आम –
यह आम गर्मी के शुरुआती दिनों से लेकर अंत के दिनों तक पाया जाता है। चौसा आम का उत्पादन सबसे अधिक पाकिस्तान के मीरपुर में होता है। इस आम को केवल चूस के खाया जाता है। इसलिए इसे चौसा आम कहा जाता है। कुछ मान्यताओं के मुताबिक इस आम का नाम चौसा आम बिहार के चौसा शहर के नाम पर रखा गया है और यही इस आम का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है।
5. सफेदा या बंगनपल्ली आम-
सफेदा आम को आंध्र प्रदेश में बंगनपल्ली आम के नाम से जाना जाता है। आम सबसे अधिक आंध्र प्रदेश में ही होता है। यह आम सबसे अधिक रेशेदार वाला आम होता है। इसका आकार सामान्य आमों की तुलना में काफी बड़ा होता है।
इस आम का रंग हल्का पीला या फिर सफेद होता है इस पर धब्बे लगे होते हैं। इस आम की लंबाई तकरीबन 14 सेंटीमीटर तक होती है।
6. हिमसागर आम-
हिमसागर आम सबसे अधिक पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में लोकप्रिय है। इस आम का छिलका लंगड़े आम के जैसा होता है लेकिन अंदर से यह पीले तथा गहरे नारंगी रंग का होता है। हिमसागर आम बाजार में मई से लेकर जून तक मिलता है।
7. केसर आम –
केसर आम अपनी भीनी खुशबू तथा हल्के केसरिया रंग के लिए सबसे अधिक लोकप्रिय हैं। इसीलिए इसे केसर आम कहा जाता है। आम की पैदावार गुजरात में सबसे अधिक होती है। गुजरात में इस आम का इस्तेमाल रस बनाने में सबसे अधिक किया जाता है।
8. गुलाबखास आम-
गुलाब खास आम मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, बिहार के कुछ शहर तथा पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में उगाया जाता है। गुलाब खास आम की पहचान इसके लाल रंग तथा गोला आकार से होती है।
9. तोतापुरी आम-
भारत में आम की इस वैरायटी की खासियत यह है कि यह बिल्कुल तोते की आकृति का दिखाई पड़ता है। इसकी छोटे आम हूबहू तोते की तरह मिलते हैं इसलिए इसका नाम तोतापुरी रखा गया है। इस आम की पैदावार दक्षिण भारत में सबसे अधिक होती है। इस आम का गूदा हल्का सख्त तथा खट्टा-मीठा होता है। इसके कारण भारत के लोग इसका रस पीना ज्यादा पसंद करते हैं। यह आम गर्मी के शुरुआती दिनों से लेकर अंतिम दिनों तक रहता है।
10. किशनभोग आम –
यह आम पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में उगाया जाता है। इस आम का आकार मध्यम, तिरछा तथा गोलाकार होता है। इस आम को काफी दिनों तक स्टोर करके रखा जा सकता है। किशनभोग आम मौसम के मध्य में पककर खाने लायक बनता है।
आम से संबंधित रोचक तथ्य (Interesting facts about Mango in hindi)
- भारत में लोग आम के पत्ते का प्रयोग सूरन उबालने में भी करते हैं।
- लंगड़ा आम, जो आम की एक किस्म है, को सबसे पहले वाराणसी में उगाया गया था। इस आम को एक लंगड़े किसान ने उगाया था जिसके कारण इसका नाम लंगड़ा आम पड़ा।
- आम का पेड़ भले ही 4 साल बाद फल देना शुरू करता है लेकिन जब यह फल देना शुरू कर देता है तो लगभग 300 सालों तक यह बिना सूखे फल दे सकता है। यह दुनिया का सबसे ज़्यादा दिनों तक जीवित रहने वाला पेड़ है।
- दुनिया का सबसे बड़ा आम नूरजहां आम है यह तीन किलों तक का होता है।
- दुनियां का सबसे महंगा आम मियाजाकी है इसके एक आम की कीमत 21 हजार रुपये तक होती है।
- पुराने समय में आम का पेड़ समृद्धि का प्रतीक माना जाता था। इसलिए प्राचीन समय में यह लगभग सभी के घरों में पाया जाता था।
- आम को पानी में भिगोकर खाने से चेहरे पर पिंपल्स नहीं होते हैं।
- आम को बौद्ध धर्म में एक दूसरे को तोहफे के रूप में दिया जाता है। बौद्ध धर्म में ऐसा माना जाता है कि भगवान गौतम बुद्ध आम के पेड़ की छांव में आराम करते थे इसलिए बौद्ध धर्म में आम को शुभ माना जाता है।
- “बुक ए हिस्टॉरिकल डिक्शनरी ऑफ इंडियन फूड” में लिखा है कि आम की खेती सबसे पहले पुर्तगालियों ने की और आम की सबसे पहली वैरायटी का नाम फ्रेनानदिन रखा।
- आम से संबंधित एक तथ्य यह है कि आम मुगल बादशाह जहांगीर का सबसे पसंदीदा फल हुआ करता था और जहांगीर ने कहा था कि यह पूरी दुनिया का सबसे स्वादिष्ट फल है।
- भारत में उगाए जाने वाले सभी फलों में से आम का फल ऐसा है जो 5000 साल पहले से उगाया जा रहा है। जहां आम सबसे पहले उगाया गया था वह क्षेत्र में म्यांमार राज्य से जुड़ा हुआ था।
- भारत में व्रत के दिनों में लोग आम के लकड़ी से दातुन करते हैं साथ ही आम की लकड़ी का प्रयोग हवन करने में भी किया जाता है।
- आम को फलों का राजा माना जाता है और ज्यादातर लोगों का पसंदीदा फल होता है।
- सन 1498 में वास्को डी गामा ने जब समुद्री मार्ग से भारत की खोज की कब पुर्तगाल के लोग भारत में आए और यहां से मसाले तथा आम के पौधे और फल अपने साथ ले गए।
- पुर्तगाल के लोग आम को मांगा कह कर बुलाते है।
- एक रिपोर्ट की दावे के मुताबिक भारत में पूरी दुनिया का 41% आम का उत्पादन होता है।
- आम के पेड़ में लगे फूल को बौर के नाम से जाना जाता है।
- आम के बीज को गुठली कहते हैं।
- बांग्लादेश में आम के पेड़ को राष्ट्रीय पेड़ माना जाता है।
- भारतीय संस्कृति में आम के पौधे और पत्ते बेहद शुभ माने जाते हैं। इसीलिए मांगलिक कार्यक्रमों में आम का फल चढ़ाया जाता है और आम के पत्ते घर की देहरी पर सजाए जाते हैं।
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आम हेल्थ के लिए भी फायदेमंद (Health Benefits of Mango)
आम में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जिससे हमारा शरीर फिट रह सकता है। इसमें कई एंटीऑक्सीडेंट तत्व भी पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को लाभ पहुंचाता है। आइए जानते हैं कि आम हमारे लिए किस तरह फायदेमंद है।
- यदि आप डाइट कर रहे हैं तो अपने डाइट में आप आम को भी शामिल कर सकते हैं। सर्वे में पाया गया था कि आम मोटापे को घटाने में मदद करता है क्योंकि इसमें गैलोटेनिन तथा मैंगिफेरिन नामक केमिकल पाया जाता है।
- दूध और आम का सेवन एक साथ करने से यह हमारे शरीर को ताकत प्रदान करता है। क्योंकि दूध में तो प्रोटीन होता ही है। साथ में आम में भी कई तरह के विटामिन पाए जाते हैं। जैसे विटामिन ए और विटामिन सी आम में भरपूर मात्रा में होता है।
- आम में विटामिन ए तथा विटामिन सी होने के कारण यह हमारे सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। इससे हमारी त्वचा हेल्दी रहती है तथा यह झुर्रियों की समस्याओं को दूर करता है।
- आम का नियमित सेवन करने से खून की कमी नहीं होती है। इसमें साईट्रिक एसिड होता है, इसमें फाइबर और बिटामिन सी प्रचुर मात्र में उपलब्ध होता है। यह हमारे पांचन तंत्र को तंदरुस्त बनाये रखता है।
- आम कैंसर जैसी घातक बिमारियों को दूर करता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है। इसमें मैग्निशियम, पौटेशियम, कैल्शियम, ,जिंक बिटामिन ए, ई, सी, प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं।
- केवल आम ही नहीं बल्कि इसके पत्ते भी हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। आम के पत्तों से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और किडनी के स्टोन से संबंधित बीमारियां सही हो सकती हैं।
- यदि आम को सही मात्रा में खाया जाए तो यह हमारे शरीर के लिए फायदा करता है। कुछ लोग स्वाद-स्वाद में इसकों बहुत अधिक खाते है जोकि नुकसानदेह भी हो सकता है।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने आपको आम से संबंधित जानकारियां दी। (All information and Interesting facts about mango in hindi) साथ ही हमने आम के कुछ रोचक तथ्य के बारे में भी बताया। आशा है कि इस लेख से आपको आम से संबंधित जानकारियां मिल पाई होंगी। यदि आप कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते है।
FAQ/ आम से संबिंधत कुछ प्रश्न-उत्तर
आम का (Scientific name) वैज्ञानिक नाम क्या है?
मेंगीफेरा इंडिका “Mangifera indica”
भारत में आमों का राजा किसकों कहते हैं?
अलफांजो यानी “हापुस आम” यह विदेशों में अपने स्वाद व मिठास के लिये प्रसिद्ध है।
दुनियां का सबसे महंगा आम का नाम क्या है?
मियाजाकी (miyazaki) आम की दुनियां में सबसे महंगी किस्म है इसका नाम जापान के मियाजाकी शहर पर रखा गया है।
आम के पेड़ की आयु कितनी होती है।
आम का पेड़ सही से देखभाल की जाए तो यह 80 से 90 वर्ष तक चलता है। कुछ आम के वृक्षों की उम्र 100 वर्ष से भी अधिक हो सकती है।