जैसा कि आप लोग जानते हैं कि सरदार पटेल की याद में गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण किया गया है जो इस बात को दर्शाता है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देश की अखंडता और एकता को बनाए रखने में उनका योगदान क्या था। भारत की एकता और अखंडता में इन्हीं हम योगदानों के लिए उनकी प्रतिमा को स्टैचू ऑफ यूनिटी का नाम दिया गया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह स्टैचू ऑफ यूनिटी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बन चुकी है। इसकी ऊंचाई स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी ज्यादा है। आज यह स्टैचू ऑफ यूनिटी भारत की अद्वितीय धरोहर है जो सरदार वल्लभ भाई पटेल के स्वर्णिम योगदानों को जीवंत करती है।
इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए 2018 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की प्रतिमा स्थापित की ताकि आने वाले पीढ़ी को मालूम चल सकें कि देश के विकास और निर्माण में सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान अतुलनीय विस्मरणीय रहा है I
ऐसे में बहुत सारे लोगों के मन में सवाल आ रहा है कि स्टैचू ऑफ यूनिटी क्या है इसका निर्माण कब किया गया इसकी ऊंचाई लंबाई कितनी है स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बारे में रोचक जानकारी (Interesting facts about Statue of Unity in hindi) अगर आप इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है हम आपसे निवेदन करेंगे कि हमारे साथ आखिर तक बने रहे हैं चलिए शुरू करते हैं-
विषय–सूची
दुनियां की सबसें ऊंची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बारें में पूर्ण जानकारी (All Information and Facts about Statue of Unity in Hindi)
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी सरदार वल्लभभाई पटेल की एक विशालकाय प्रतिमा है जिसके द्वारा हम सरदार बल्लम भाई पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं क्योंकि जिस प्रकार भारत को एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए उन्होंने अपनी राजनीतिक सूझबूझ का इस्तेमाल किया था क्योंकि जब देश 1947 में आजाद हुआ तो उन्होंने कुल मिलाकर 563 रियासत को मिलाकर भारत देश का निर्माण किया था और उस समय कुछ ऐसे भी रियासत थी जो भारत में विलय होना नहीं चाहती थी।
इसकी प्रमुख वजह थी कि उन्हें पाकिस्तान में सम्मिलित होना था इन सब बात को ध्यान में रखते हुए सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सैन्य कार्रवाई और दूसरे प्रकार के राजनीतिक योजना के माध्यम से उन सभी रियासतों को भारत में विलय करने का काम किया था यही कारण है कि देश के प्रधानमंत्री ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए स्टेचू ऑफ यूनिटी निर्माण करने की घोषणा गुजरात में की जिसके बाद गुजरात में उनका स्टेचू बनाया गयाI
यह प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ़ लिबर्टी से भी दोगुना बड़ी है। स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी की ऊंचाई सरदार सरोवर बांध से भी बड़ी है। Statue of unity height तकरीबन 182 मीटर है। और यह 60 मंजिला ईमारत जीतनी दिखती है। आसान शब्दों में कहे तो आज स्टैच्यू ऑफ यूनिटी है प्रमुख पर्यटक स्थल है यहां पर प्रति वर्ष लाखों की संख्या में लोग इसे देखने के लिए आते हैं I
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Statue of Unity का निर्माण
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण करने के लिए देश के सभी लोगों ने लोहा का दान किया था statue of unity पूरी तरह से लोहे से बनाए जाने की योजना बनाई गई थी लेकिन किसी कारण प्रतिमा को लोहा के द्वारा बनाया नहीं जा सका I इस प्रतिमा को बनाने के लिए ₹3000 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया था और उसका काम लार्सन एंड टूब्रो कंपनी को दिया गया था जिसने सबसे कम 2,989 करोड़ की बोली जिन्होंने इससे पहले भी दुनिया की सबसे ऊंची इमारत ‘बुर्ज खलीफा’ पर काम कर चुके हैं।
स्टैचू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) का स्ट्रक्चर कंक्रीट और स्टील से बनाया गया है। इसके अंतर्गत 75000 क्यूबिक मीटर कंक्रीट, 5700 मीट्रिक टन स्टील स्ट्रक्चर, 18500 टन प्रबलित स्टील रॉड और 22500 टन कांसे जैसी सामग्री से इसे बनाया गया है। इसके अलावा निर्माण में 3400 मजदूर और 250 इंजीनियरों 42 महीनों तक लगातार काम किया तब जाकर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनकर तैयार हुई है।
Statue of Unity बनाने में खर्च
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाने में कुल मिलाकर 3000 करोड़ रुपए का खर्च आया था इसका पूरा खर्च गुजरात सरकार के द्वारा उठाया गया था I
Statue of Unity से जुड़ी खास व रोचक बातें
- Statue of Unity की लंबाई 182 मीटर इसलिए आप ही से 7 मीटर की दूरी से भी आसानी से देख सकते हैं।
- इसमें 2 लिफ्ट लगाई गई है, जिसके माध्यम से आप स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के हृदय पर पहुंच सकते हैं यहां से आप सरदार सरोवर बांध का नजारा और खूबसूरत वादियों का अच्छा खासा आनंद उठा सकते हैंI
- इंजीनियर के द्वारा इस प्रतिमा को बनाने के लिए इसे चार भागों में विभाजन कर दिया गया तभी उसका निर्माण कार्य पूरा हो सका जो कि इस प्रकार है (1)मॉक-अप, (2)3डी (3)स्कैनिंग तकनीक, (4)कंप्यूटर न्यूमैरिकल कंट्रोल प्रोडक्शन तकनीक।
- इस मूर्ति के निर्माण में भारतीय मजदूरों के अलावा चीनी मजदूरों ने भी काम किया था।
- इस मूर्ति को ऐसे बनाया गया है कि अगर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अगर कोई भी हवा चले तो उस मिट्टी को कोई भी नुकसान नहीं होगा इसके अलावा अगर कोई भी भूकंप जैसी स्थिति आती है तो भी इस मूर्ति को कोई भी छपी नहीं पहुंचेगी क्योंकि इसका निर्माण कुछ इसी प्रकार किया गया
- मूर्ति को बनाने का काम अक्टूबर 2014 को मेंलार्सन एंड टूब्रो कंपनी को दिया गया था, और इसके निर्माण में करीब 3000 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में विशेष तौर पर चार धातुओं का इस्तेमाल किया गया है जिसमें 85%तांबे का इस्तेमाल किया गया है ताकि इसमें जंग ना लगे I
- इस मूर्ति का कुल वजन 1700 टन है।
- इस प्रतिमा को बनाने मे 5700 मीट्रिक टन स्ट्रक्चरल स्टील और 18500 मीट्रिक टन रिइनफोर्समेंट बार्स का इस्तेमाल किया गया है।
- 22500 मीट्रिक टन सीमेंट का इस्तेमाल किया गया है।
- इस प्रतिमा को बनाने में करीब 46 महीनों का वक्त लगा था।
- स्टैचू आफ यूनिटी की आधारशिला 21 अक्टूबर 2013 को रखी गई थी।
Statue of Unity के बारे में रोचक जानकारी
- स्टैचू ऑफ यूनिटी’ दुनियां की सबसे ऊंची प्रतिमा हैI
- भारत में अधिकांश पर्यटक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए आ रहे हैंI
- Statue of unity ऊंचाई 182 मीटर है अमेरिका के ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ से दोगुनी हैI
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की ऊंचाई इतनी है की इसे 7 किलोमीटर की दूरी से भी देखा जा सकता हैI
- सरदार वल्लभभाई पटेल प्रतिमा ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ का कुल वजन 1700 टन हैI
- इस स्टैच्यू के पैरों की हाइट 80 फीट हैI
- स्टैच्यू के हाथ की ऊंचाई 70 फीट, कंधे की ऊंचाई 140 फिट और चेहरे की ऊंचाई 70 फिट हैI
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के प्रतिमा के अंदर 2 lift का भी प्रयोग किया जाता है ताकि आप उस के माध्यम से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के प्रतिमा के छाती पर पहुंच सकेंI
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बनाने में 3000 करोड़ रुपए का खर्च आया है इसका पूरा खर्च द्वारा उठाया गया था।
- 200 इंजीनियर और 2500 मजदूरों ने मिलकर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण किया है इसे बनाने में कुल मिलाकर 3 साल 8 महीने का समय लगा था
- ‘स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी’ प्रतिमा 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने तेज हवा इस प्रतिमा को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा और ना ही 6.5 तीव्रता तक के भूकंप के द्वारा
- प्रतिमा को बनाने के लिए चार धातुओं का इस्तेमाल किया गया है जिसमें अधिकांश धातु का आता है ताकि इस प्रतिमा में जंग ना लगे
- इसमें ५ किसानों द्वारा ५ हजार मिट्रिक टन लोहा दिया गया था।
- ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ परियोजना के माध्यम से प्रत्येक वर्ष 15000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिला थाI
- ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ प्रोजेक्ट का दैनिक संचालन और रखरखाव काम लार्सन एंड टुब्रो कंपनी को दिया गया थाई यह कंपनी २५ साल तक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का रखरखाव और दैनिक संचालन का काम करेगीI
Statue of Unity का उद्घाटन कब किया गया?
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का उद्घाटन 31 अक्टूबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया था और उस समय इस बात की घोषणा की गई कि आपसे 31 अक्टूबर को भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day)के रूप में भी मनाया जाएगा इसके अलावा इस दिन स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जयंती का दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा ताकि हम सरदार वल्लभभाई पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकेंI
Statue of Unity का प्रवेश शुल्क कितना है?
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी अगर आप घूमने के लिए जा रहे हैं तो वहां पर आपको प्रवेश शुल्क भी भुगतान करना होगा तभी जाकर आप स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देख पाएंगे यहां पर प्रवेश शुल्क ₹60 से लेकर ₹350 के बीच होता है और आप इसकी बुकिंग ऑनलाइन तरीके से कर सकते हैं I सबसे महत्वपूर्ण बात किया कर यहां पर किसी बच्चे की उम्र 5 साल से कम है तो उसे यहां पर कोई भी प्रवेश शुल्क देने की जरूरत नहीं है स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के अंदर कई प्रकार के घूमने लायक पर्यटक स्थल भी है जहां पर अगर आप जाना चाहते हैं तो आपको ₹350 का शुल्क देना होगा तभी जाकर यहां पर यहां पर घूम पाएंगे I
इसके अलावा 15 छोटे बच्चों के लिए ₹60 और बड़ों के लिए ₹120 का यहां पर प्रवेश शुल्क निर्धारित किया गया है आप इस टिकट के माध्यम से फूलों की घाटी, सरदार पटेल स्मारक, संग्रहालय और ऑडियो-विज़ुअल गैलरी एकता साइट और बांध की प्रतिमा को देख सकते है।
FAQ
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी क्या है?
स्टेच्यू ऑफ़ यूनिटी सरदार बल्लभ भाई पटेल की याद में बनाई गई एक प्रतिमा हैI
‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ किस व्यक्ति की मूर्ति है?
सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ कहाँ स्थित है?
देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ऊंची मूर्ति गुजरात के नर्मदा जिले में केवड़िया में सरदार सरोवर बांध के करीब स्थापित किया गया है I
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी कि लंबाई कितनी हैं?
यह अमेरिका के ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ से दोगुनी ऊंची हैI इसकी ऊंचाई 182 मीटर है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी कहां स्थित हैं?
गुजरात के नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध से 3.2 किलोमीटर दूर भरुच जिले के पास स्थित हैं।