Fulera Dooj 2024 Kab Hai, Fulera Dooj Kaise Manate Hai, Fulera Dooj Kya Hota Hai, How To Celebrate Fulera Dooj, Fulera Dooj Festival Vrat Vidhi Kya Hai
Fulera Dooj 2024 Kab Hai: भारत में हर धर्म के लोग धूमधाम से त्यौहार मनाते हैंl हिंदू धर्म के लोगों के त्यौहार काफी ज्यादा होते हैं। क्योंकि हर महीने कोई ना कोई व्रत एवं त्यौहार आ ही जाता है। इन सभी व्रत में फुलेरा दूज का त्यौहार काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। मुख्य रूप से उत्तर भारत में यह त्यौहार मनाया जाता है। इस त्यौहार को रंगों का त्यौहार भी कहा जाता है। क्योंकि इस दिन सभी भक्त रंगों और फूलों का इस्तेमाल करके होली की तरह खेलते हैं।
भगवान श्री कृष्ण जी के लिए यह व्रत या त्यौहार मनाया जाता है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से फुलेरा दूज 2024 में कब मनाई जाएगी और फुलेरा दूज किस प्रकार मनाई जाती है। इस व्रत को करने की सही विधि क्या है,पूरी जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से बताने वाले हैं।
विषय–सूची
फुलेरा दूज त्यौहार क्या होता है? (Fulera Dooj Kya Hai)
मुख्य रूप से यह त्यौहार भगवान श्री कृष्ण जी के लिए मनाया जाता है । इस दिन भगवान श्री कृष्ण जी की पूजा अर्चना की जाती है। बहुत लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं । फुलेरा दूज के दिन सभी कृष्ण मंदिरों में उत्सव मनाया जाता है। मंदिरों को भव्य रूप से सजाया जाता है और सजनें के बाद मंदिर काफी सुंदर लगते हैं।
मंदिरों में भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ होती है। इस दिन मंदिरों में भगवान श्री कृष्ण जी की लीला का उत्थान किया जाता है। मंदिरों में भगवान श्री कृष्ण जी के लिए भजन भी गाए जाते हैं और नृत्य किया जाता है। इस दिन रंगों से होली खेले जाती हैं।
यह दिन काफी शुभ माना जाता है। बहुत लोग ऐसे हैं, जो इस दिन अपने शुभ कार्य को करते हैं। इस दिन जो भी कोई कार्य किया जाता है, उसका परिणाम अच्छा ही निकलता है।
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फूलेरादूज 2024 में कब मनाई जाएगी? (Fulera Dooj 2024 Kab Hai)
हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर वर्ष फूलेरादूज त्योहार मनाया जाता है। इंग्लिश कैलेंडर के अनुसार फरवरी और मार्च के महीने में यह त्यौहार मनाया जाता है। हर बार की तरह इस वर्ष भी फाल्गुन की शुक्ल पक्ष की द्वितीय के दिन 12 मार्च 2024 को फूलेरादूज का त्यौहार मनाया जाएगा।
अगर आप भी इस त्यौहार को मनाना चाहते हैं तो 12 मार्च 2024 को मना सकते हैं। इस दिन भगवान श्री कृष्ण जी के लिए व्रत भी रखा जाता है और शाम के समय भगवान श्री कृष्ण जी को भोग लगाकर व्रत खोला जाता है।
फूलेरादूज त्यौहार का क्या महत्व है। (Fulera Dooj Ka Mahtav)
हिंदू धर्म में जब भी कोई त्यौहार या व्रत रखा जाता है तो उसका कोई ना कोई महत्व जरूर होता है। तभी उस त्यौहार को किया जाता है। अन्य त्योहारों की तरह फूलेरादूज त्योहार का भी अपना काफी महत्व है। चलिए एक-एक करके विस्तार से जान लेते हैं।
कहा जाता है कि इस दिन शुभ कार्य करने के लिए कोई भी मुहूर्त निकलवाने की आवश्यकता नहीं होती है। इस दिन बिना मुहूर्त निकलवाए आप कोई भी कार्य शुरू कर सकते हैं।
फूलेरादूज के दिन बहुत लोग बिना किसी मुहूर्त के निकलवाए शादी भी कर लेते हैं। इस दिन शादी करने के लिए किसी भी मुहूर्त को निकलवाने की आवश्यकता नहीं होती है।
इसके अलावा भी इस वक्त के काफी महत्व बताए जाते हैं। कहा जाता है कि जो भी सच्चे मन से भगवान श्री कृष्ण जी के लिए व्रत रख लेता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
अगर आपका कोई काम नहीं बन रहा है, तो आप इस त्यौहार को धूमधाम से बनाएं और भगवान श्री कृष्ण जी के लिए व्रत रखें। आपका कार्य जरूर सिद्ध होगा।
फूलेरादूज कैसे मनाई जाती है? (How To Celebrate Phulera Dooj)
फूलेरादूज त्योहार को हर साल कृष्ण भक्त काफी धूम-धाम से मानते हैं। सबसे पहले इस दिन भगवान श्री कृष्ण जी की पूजा अर्चना की जाती है। भगवान श्री कृष्ण जी के लिए व्रत रखा जाता है।
इष्ट देवता मन भगवान श्री कृष्ण जी की प्रतिमा पर रंग-बिरंगे और गुलाल लगाया जाते हैं। इस दिन भगवान श्री कृष्ण जी के लिए व्रत रखा जाता है और जब इस व्रत को खोला जाता है, तो शाम के समय पकवान का भोग लगाया जाता है।
भगवान कृष्ण जी के मंदिर व घरों में भगवान श्री कृष्ण जी के गाने बजाए जाते हैं और नृत्य संगीत का आयोजन किया जाता है।
इस दिन को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। सभी आपस में रंगों की होली खेलते हैं और भगवान श्री कृष्ण जी के भजन की मस्ती में नृत्य करते हैं।