Advertisements

Guru Nanak Jayanti 2023 History: गुरुपुरब व गुरु नानक देव जयंती को क्यों मनाया जाता है प्रकाश पर्व, जानिए पूरा इतिहास

Guru Nanak Jayanti 2023: भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जहां पर हर धर्म के त्योहारों को धूमधाम से मनाया जाता है। हर धर्म के लोग एक दूसरे के त्यौहार को मिलकर बड़ी धूमधाम से मनाते हैं । होली, दिवाली, ईद और सब त्योहार पर हर धर्म के लोग मिलकर रौनक लगाते हैं।मंदिर मस्जिद और गुरुद्वारों में भी चहल-पहल होती है। भारत के प्रमुख गुरु में से एक गुरु  यानी गुरु नानक देव जी की जयंती भी है। हर साल कार्तिक महीने में पूर्णिमा के दिन गुरु नानक जयंती मनाई जाती है।

आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि गुरु नानक जयंती क्यों मनाई जाती है, गुरु नानक जयंती कैसे बनाई जाती है और इस वर्ष गुरु नानक जयंती किस तिथि मनाई जाएगी।

Advertisements
Guru-Nanak-Dev-Jayanti-2023-Facts-in-hindi

हर साल कार्तिक महीने की पूर्णिमा को मनाई जाती है गुरु नानक जयंती

सिख समुदाय के सबसे पहले गुरु नानक देव जी के जन्मदिन के अवसर पर गुरु नानक जयंती मनाई जाती है । गुरु नानक देव जी का जन्म कार्तिक महीने की पूर्णिमा को हुआ था ।

हर वर्ष जिस दिन भी कार्तिक महीने में पूर्णिमा आती है, उसी दिन गुरु नानक जयंती मनाई जाती है । इस दिन सिख समुदाय के लोग तो गुरु नानक जयंती मनाते ही है। अन्य धर्म के लोग भी बढ़-चढ़कर गुरु नानक जयंती में ही हिस्सा बनते हैं।

गुरु नानक जी सिखों के प्रथम गुरु थे उन्होंने अपने ज्ञान रुपी प्रकाश से समाज में फैली कुरीतियों को दूर किया। उन्होंने जाति व समुदायों के उत्थान के लिये त्याग व बलिदान की कई उदाहरण पेश किये। सिखों के लिये गुरुनानक देव जी का स्थान सबसे ऊपर आता है।

गुरु नानक जी का जन्म दिवस सिखों समुदाय के लिये एक पावन और पवित्र पर्व है। गुरुद्वारों में सैकड़ों दीपो से सजाया जाता है। सिख समुदाय यह पर्व बड़ी धूमधाम व श्रद्धा के साथ प्रकाश पर्व की तरह मनाते है।

गुरु नानक देव जी ने ही सिख समुदाय की स्थापना की थी

दरअसल सिख समुदाय के सबसे पहले गुरु नानक देव जी ही है। गुरु नानक देव जी ने ही सिख धर्म की स्थापना की थी। गुरु नानक देव जी का जन्म 29 अक्टूबर 1469 को पंजाब के तलवंडी में हुआ था।

उस समय यह क्षेत्र हिंदुस्तान के अंदर आता था। लेकिन जब भारत और पाकिस्तान का विभाजन हुआ, तो जिस स्थान पर गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था वह एरिया पाकिस्तान में चला गया ।

इस स्थान पर गुरु नानक देव जी ने करतारपुर नाम का एक नगर बसाया था । इसीलिए यहां पर करतारपुर नाम का एक बहुत बड़ा गुरुद्वारा भी है। जिसे देखने के लिए पाकिस्तान के सिख समुदाय के अलावा भारत के सिख समुदाय के लोग भी हर साल पाकिस्तान जाते हैं।

Join Our WhatsApp Group hindikhojijankari

गुरु नानक देव जी के त्याग को याद किया जाता है

गुरु नानक जयंती मनाने का एक कारण यह भी है कि इन्होंने अपना सारा जीवन दूसरों की सेवा करने के लिए बिता दिया। यह हमेशा समाज से भेदभाव को मिटाना चाहते थे और इसीलिए उन्होंने समाज के लोगों को एकता का पाठ भी पढ़ाया ।

यह हमेशा लोगों की सेवा करने के लिए  तैयार रहते थे । उनके इस त्याग और बलिदान को जीवन भर याद रखने के लिए गुरु नानक देव जी के जन्मदिन के अवसर पर हार साल गुरु नानक देव जी की जयंती मनाई जाती है। इस जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में भी जाना जाता है।

गुरु नानक जयंती के अवसर पर हर गुरुद्वारे में पाठ किया जाता है। दूर-दूर से लोग गुरुद्वारों में दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।

Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram group Join Now

गुरु नानक जयंती के अवसर पर बहुत गुरुद्वारा् ऐसे हैं, जिनमें कुछ दिन पहले ही पाठ शुरू हो जाता है। गुरु नानक देव जी ने इक ओंकार का नारा दिया था। इस नारे का मतलब होता है कि भगवान एक है।

 गुरु नानक देव जी के द्वारा दिए गए इस नारे को आज भी दुनिया याद रखती है। धो  इसीलिए गुरु नानक देव जयंती सिर्फ सिख समुदाय के लोग ही नहीं बल्कि हिंदू धर्म के लोग भी धूमधाम से मनाते हैं।। हर गुरुद्वारे में पाठ होता है और लंका की सुविधा भी होती है।

इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा 27 नवंबर को है। इसलिए 27 नवंबर को गुरु नानक देव जी की जयंती मनाई जाएगी। गुरु नानक देव जी की जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में भी जाना जाता है।।

भारतीय विदेश के हर गुरुद्वारे में इस दिन गुरु ग्रंथ साहिब जी का पाठ किया जाता है। इस दिन पाठ के साथ-साथ सभी गुरुद्वारों में लंगर भी दिया जाता है। गुरु नानक देव जी के दर्शन करने के लिए हर धर्म के लोग गुरुद्वारा पहुंचते हैं।

Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram group Join Now

इस दिन गौतम बुद्ध ने भी पहला उपदेश दिया था

बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध ने भी इसी दिन पहला उपदेश दिया था गौतम बुद्ध के अनुयायियों के द्वारा भी करने के लिए हर वर्ष इसी दिन गुरु पूर्णिमा मानते हैं

गुरु पूर्णिमा के दिन स्कूल कॉलेज में फंक्शन का आयोजन किया जाता है। गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर सभी धर्म के लोग अपने गुरु के दर्शन करने के लिए उनके स्थान पर या फिर उनके मंदिर या गुरुद्वारे में ही जरूर जाते हैं।

आज इस लेख के माध्यम से हमने यह आपको जानकारी दे दी है कि गुरु नानक देव जी की जयंती क्यों मनाई जाती है और गुरु नानक देव जी की जयंती साल 2023 में कब मनाई जा रही है। इस पोस्ट को अन्य लोगों के साथ शेयर करना याकि उन्हें गुरु पूर्णिमा के बारे में जानकारी मिल सके।

FAQ

गुरु नानक जी का जन्म कब हुआ था?

29 अक्टूबर 1469 को पंजाब के तलवंडी में हुआ था।

गुरु नानक जयंति 2023 कब है?

27 नबंबर 2023

हर साल कार्तिक महीने की पूर्णिमा को क्यों मनाई जाती है?

गुरुनानक जी का जन्म 29 अक्टूबर 1469 को कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन हुआ था।

Leave a Comment