Kalki Dham Temple facts in hindi: पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु के दसवें अवतार का नाम कल्कि है। इस अवतार ने अब तक धरती पर जन्म तो नहीं लिया है, लेकिन कल्कि अवतार भविष्य में जन्म लेगा। कहा जाता है कि कल्कि अवतार के आ जाने से कलयुग का अंत होगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान विष्णु के 10 वें अवतार कल्कि का जन्म पृथ्वी पर बढ़ते हुए पाप और अधार्मिक कार्य को रोकने के लिए होगा।
भगवान कल्कि के लिए एक धाम बनाया जा रहा है, जिसे कल्कि धाम के नाम से जाना जाएगा। दोस्तों यह बात तो हम सभी जानते ही है कि जब-जब पृथ्वी पर अधर्म और पाप बड़ा है, तब भगवान विष्णु ने अवतार लेकर बुराई का सर्वनाश किया है। इसी प्रकार कलयुग का अंत करने के लिए भगवान विष्णु के 10 वें अवतार का जन्म होगा। जिसका नाम कल्कि है।
भगवान कल्कि को समर्पित कल्कि धाम का निर्माण किया जा रहा है। हाल ही में ही भगवान कल्कि धाम को बनाने का कार्य कार्य शुरू किया जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर को बनाने के लिए उद्घाटन कर दिया है। यह मंदिर भारत के उत्तर प्रदेश के संभल में बनाया जाएगा। चलिए इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको पूरी जानकारी दे देते हैं कि कल्कि धाम को क्यों बनाया जा रहा है और कल्कि भगवान से संबंधित क्या पौराणिक कथाएं हैं।
विषय–सूची
कल्कि धाम की स्थापना कहां की जा रही है?
दरअसल कल्कि धाम की स्थापना देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के संभल में की जा रही हैI कहा जा रहा है कि कल्कि धाम को बनाने के लिए गुलाबी पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा। कल्कि धाम को बनाने के लिए लगभग 5 वर्ष का समय लगने वाला है, क्योंकि काफी अद्भुत तरीके से कल्कि धाम को बनाया जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू की जा चुकी है। अयोध्या के राम मंदिर और सोमनाथ मंदिर को बनाने के लिए जिन पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है, उन्ही पत्थर का इस्तेमाल इस धाम को बनाने के लिए भी किया जाएगा।
कल्कि का जन्म कहां होगा और कब होगा? (kalki Ka Janam Kaha Hoga)
जानकारी के अनुसार कल्कि का जन्म भारत के ब्राह्मण परिवार में होगाl ऐसा ब्राह्मण परिवार जो सच में पूरे में लगन से भगवान की भक्ति करते होl जिस ब्राह्मण को पूरे ज्ञान की प्राप्ति हो, उस घर में कल्कि का जन्म होगाl कहा जाता है कि कल्कि धरती पर सावन के महीने में शुक्ल पक्ष की पंचम तिथि पर अवतार लेंगे और इनका जन्म संभल में होगा।
कहा जाता है कि भगवान कल्कि सफेद घोड़े पर सवार होकर आएंगे। जानकारी के मुताबिक यह कहा जाता है कि जब पाप कलयुग में चरम सीमा पर होगा, तब कल्कि अवतार जन्म लेंगे और सभी पापों का सर्वनाश कर देंगे।
कल्कि धाम का कनेक्शन जुड़ा हुआ है अयोध्या से?
यह बात तो हम सभी जानते ही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा अयोध्या में राम मंदिर की स्थापना कर दी गई है और उद्घाटन भी किया जा चुका है । राम मंदिर को काफी भव्य तरीके से बनाया गया है। संगमरमर के अलावा अन्य काफी महत्वपूर्ण पत्थरों का इसमें इस्तेमाल किया गया है। कहा जा रहा है कि कल्कि धाम में भी गुलाबी पत्थर और अन्य सभी पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा। जो राम मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल किए गए हैं।
इसके अलावा यह भी जानकारी मिली है कि जिस प्रकार राम मंदिर में स्टील और लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसी प्रकार इस मंदिर में भी लोहे और स्टील का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं किया जाएगा।
लगभग 5 एकड़ जमीन पर इस मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इस मंदिर के निर्माण कार्य को पूरा होने में लगभग 5 वर्षों का समय लगेगा।
कल्कि धाम से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य (Kalki Dham Temple facts in hindi)
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जिस प्रकार भगवान राम जी की जन्म भूमि अयोध्या में राम मंदिर प्रसिद्ध है। इसी प्रकार से यह कल्कि धाम भी प्रसिद्ध होने वाला है। क्योंकि यहां पर भगवान कल्कि से संबंधित एक धाम बनाया जा रहा है। जिसकी काफी विशेषताएं हैं। चलिए एक-एक करके जान लेते हैं।
- जानकारी के मुताबिक कल्कि धाम में 10 गर्भ ग्रह को बनाए जाएंगे। इस मंदिर के शिखर की ऊंचाई 108 फीट होगी और मंदिर के ऊपर 11 फीट का एक चबूतरा भी बनाया जाएगा।
- कल्कि धाम को लेकर यज्ञ बातें प्रचलित है कि जब कल्कि अवतार का जन्म होगा, तो धरती पर बढ़ रहे सभी पाप का अंत होगा। सभी पापों का सर्वनाश करने के लिए ही भगवान विष्णु के 10 वें अवतार कल्कि का जन्म होगा।
- मंदिर में 68 तीर्थ स्थापित किए जाएंगे।
- जो पुराना कल्कि मंदिर है, वह ऐसे ही सही सलामत रखा जाएगा। कल्कि धाम में 10 गर्भगृह बनाए जाएंगे और 10 गर्भ गृह का मतलब होगा कि भगवान विष्णु के 10 अवतार। यानी गर्भ ग्रहण के माध्यम से भगवान विष्णु के 10 अवतार को दर्शाया जाएगा।
- इस मंदिर का निर्माण इंटरलॉकिंग पद्धति के द्वारा किया जाएगा । यानी जिस प्रकार से राम मंदिर का निर्माण किया गया है। उसमें सरिया और लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसी प्रकार इसमें इंटरलॉकिंग के माध्यम से मंदिर का निर्माण किया जाएगा।
- संभल में स्थित भगवान कल्कि के पुराने मंदिर के आसपास पूरे पांच एकड़ जमीन में कल्कि धाम को बनाया जाएगा। लेकिन जो पुराना मंदिर है, उसे सही सलामत रखा जाएगा। कल्कि मंदिर को बनाने के लिए उन पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा जो सोमनाथ मंदिर को बनाने के लिए इस्तेमाल की गए है और जो भगवान राम मंदिर को बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए हैं।
FAQ
कल्कि भगवान कौन हैं?
कल्कि भगवान का जन्म कब होगा?
कलयुग के 432000 वर्ष में सावन माह की शुल्कपक्ष पंचमी तिथि को स्थान संभल में होगा
कल्किधाम कहां है?
संभल, उतर प्रदेश
कल्कि किस भगवान के अवतार है?
विष्णु भगवान