मौनी अमावस्या कब है?(Mauni Amavasya 2024 Kab Hai) : जैसा कि सब जानते हैं, माघ का महीना चल रहा है और इस महीने को सभी व्यक्ति बहुत ही पवित्र महीना मानते हैंl इस महीने में ढेर सारे धार्मिक काम किए जाते हैं। इसके अलावा इस महीने में प्रकृति भी अनुकूल होने लगती है। इतना ही नहीं यह भी मान्यता है की माघ के महीने में सामान्य जल भी गंगाजल के समान हो जाता है। तभी तो इस महीने में सूर्य देव, तीर्थ स्थान मां गंगा और श्री हरि विष्णु की पूजा का विशेष महत्व भी माना जाता है।
इसके अलावा यह भी कहा जाता है, अगर हम माघ के महीने में दान करते हैं, तो वह हम बहुत ही पुण्य का काम होता हैं। हमें माघ के महीने में मांस से बने आहार का सेवन भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह महीना बहुत ही पवित्र माना जाता है। अगर आप भी यह जानना चाहता है कि माघ के महीने में आपको क्या क्या काम करने चाहिए, जो आप बिल्कुल सही पोस्ट पर पहुंचे हैं।
हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से माघ के महीने से जुड़े सभी रहस्य के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। लेकिन इसके लिए आपको हमारे साथ हमारी इस पोस्ट के अंत तक बना रहना होगा, ताकि आपको मौनी अमावस्या के बारे में सभी जानकारी प्राप्त हो।
विषय–सूची
मौनी अमावस्या क्यों मनाई जाती है? (Mauni Amavasya Kyu Manayi Jati Hai)
अब आप यह सोच रहे होंगे कि मौनी अमावस्या आखिर क्यों मनाई जाती हैl आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मौनी अमावस्या के साथ धार्मिक और ज्योतिष महत्व जुड़े हुए हैं। इसीलिए ज्योतिष के अनुसार जब माघ के महीने में चंद्रमा और सूरज दोनों मकर राशि में एक साथ होते हैं, तब चंद्रमा और सूरज दोनों ही ग्रहों की ऊर्जा के प्रभाव से इस दिन का महत्व और भी अधिक हो जाता है।
इसीलिए इस दिन मौनी अमावस्या मनाई जाती है। इतना ही नहीं आपको बता दे की ज्योतिष में सूर्य को पिता और धर्म का आकार माना गया है। इसलिए मकर में सूर्य और चंद्र के एकत्र होने पर लोग पूजा तथा दान पुण्य भी करते हैंl
2024 मौनी अमावस्या कब है? शुभ मुहूर्त (Mauni Amavasya 2024 Mai Kab Hai)
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि 2024 में मौनी अमावस्या कब है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की 9 फरवरी 2024 के दिन शुक्रवार के दिन माघ अमावस्या हैI
वहीं अगर हम इस अमावस्या की शुभ तिथि की बात करें तो इसकी शुभ तिथि सुबह 8:02 पर होगी तथा कृष्ण अमावस्या तिथि की समाप्ति 10 फरवरी दिन शनिवार की सुबह 4 बजकर 28 पर होगीI जिसकी वजह से मांग अमावस्या को आप 9 फरवरी शुक्रवार को मना सकते हैं।
मौनी अमावस्या का महत्व और दान (Mauni Amavasya Ka Mahatav Kya Hai)
सबसे पहले आपको हम जानकारी देते हैं कि माघ अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या क्यों कहा जाता हैl आपको बता दे की मौनी कहने के पीछे एक बहुत ही धार्मिक महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि इसी दिन मनु ऋषि का जन्म हुआ था। जो बहुत बड़े ऋषि हुआ करते थे। जिसकी वजह से मनु शब्द से इस अमावस्या को मौनी अमावस्या का नाम दिया गया है।
अगर हम यहां पर दान की बात करें, तो माघ के महीने में हमें तिल के लड्डू, तिल का तेल तथा तिल कपड़े और इसके अलावा हमें आंवला भी दान करना चाहिए। क्योंकि ऐसा कहा जाता है, अगर हम माघ के महीने में यह दान करते हैं, तो यह दान माघ के महीने में बहुत ही शुभ माना जाता है। यह भी कहा जाता है कि अगर माघ के महीने में हम सूर्य देव को दूध और दिल के साथ पानी देते हैं, तो ऐसा करने से हमारी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
मौनी अमावस्या के दिन क्यों रखा जाता है मौन व्रत (Mauni Amavasya Kyo Rakha Jata Hai)
आपकी जानकारी के लिए बता दे की ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा कहा जाता है की हमारे मन के देवता चंद्रदेव हैl इसलिए अगर अमावस्या के दिन चंद्रमा के दर्शन हमें नहीं होते हैं, तो उसकी वजह से हमारे मन की स्थिति बिगड़ने लगती हैं। इसीलिए अमावस्या के दिन हमें मौन रहकर कमजोर मन को सयमित करने का विधान करना चाहिएl
इतना ही नहीं मान्यता के अनुसार यह भी कहा गया है कि माघ के महीने में अमावस्या के दिन हमें व्रत रखकर मन ही मन ईश्वर का जाप भी करना चाहिए।
मौनी अमावस्या के दिनों में स्नान करने के लाभ
आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि ऐसा कहा जाता है, अगर हम मौनी अमावस्या पर समुद्र मे स्नान करते हैं, तो यह माघ के महीने में बहुत ही शुभ काम माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि शास्त्रों के अनुसार मौनी अमावस्या पर देवता, पितृ तथा यमराज भी नदी में आकर स्नान करते हैं। इस दिन गंगा नदी में स्नान, जप, तप करने से कई गुना पुण्यफलों की प्राप्ति होती हैं।
इसीलिए अगर हम नदी में स्नान करते हैं, तो हमारी लंबी आयु हो जाती हैं और हमें आरोग्य भी मिलता है। आपको बता दे कि जो लोग गंगा नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं, वह अपने घर में ही नहाने वाले पानी में थोड़ा गंगाजल डालें और फिर उस पानी में स्नान करें।
मौनी अमावस्या पर स्नान करने का शुभ समय
आपकी जानकारी के लिए बता दे की मौनी अमावस्या तिथि में स्नान का एक विशेष महत्व है। क्योंकि इस दिन अगर पवित्र नदी में स्नान करते हैं, तो स्नान करना ब्रह्मा मुहूर्त से ही शुरू हो जाता है। वहीं अगर हम यहां पर मौनी अमावस्या के दिन स्नान करने के शुभ समय की बात करें, तो आप ब्रह्मा मुहूर्त के अनुसार 5 बजकर 21 मिनट पर आप स्नान कर सकते हैंl क्योंकि यह नहाने का बहुत शुभ समय हैI
आपकी जानकारी के लिए बता दे की वैसे तो यह स्नान पूरे दिन चलेगाl लेकिन 5 बजकर 21 के समय पर अगर आप स्नान करते हैं, तो आपका स्नान बहुत ही शुभ माना जाएगाI
मौनी अमावस्या के दिन क्या नहीं करना है चाहिए
आपकी जानकारी के लिए बता दे की मौनी अमावस्या के दिन नहाने से पहले और नहाते समय कुछ नहीं बोलना है, क्योंकि नहाने से कुछ समय पहले और नहाते हुए आपको बिल्कुल मौन रहना हैI इसके अलावा आपको अपने घर में कोई लड़ाई झगड़े का कोई माहौल नहीं बनाना है, तथा अमावस्या के दिन आपको झूठ भी नहीं बोलना है, और ना ही किसी को कड़वी बातें बोलनी हैI
इसके अलावा अमावस्या के दिन आपको अपने शरीर पर तेल नहीं लगाना है और ना ही अपने शरीर में तेल की मालिश करनी हैI इसके अलावा जो भी महिलाएं मौनी अमावस्या का व्रत रखना चाहती है, तो वह महिलाएं किसी भी प्रकार का कोई श्रृंगार ना करेंl क्योंकि इस दिन सिर्फ पूर्ण ब्रह्मचर्य का करना चाहिए, और तामसिक भोजन का सेवन बिलकुल न करें। तथा आपको ना ही सुबह देर तक सोए रहना है और ना ही बिना स्नान किया भोजन का सेवन करना है। इसके अलावा आपको मौनी अमावस्या के दिन सुनसान जगह पर नहीं जाना है जैसे शमशान घाट, कब्रिस्तान आदि जैसी जगह पर बिल्कुल नहीं जाना है।
हमने आपको इस पोस्ट के माध्यम से मौनी अमावस्या के बारे में जानकारी दी हैl अगर आप भी माघ के महीने में कोई दान पुण्य का काम करना चाहते हैं, तो आप इस मौके को अपने हाथों से न जाने दे। क्योंकि अगर आप इस महीने में यह काम करेंगे जो हमने ऊपर आर्टिकल में बताए हैं तो आप बहुत पुण्य का काम करेंगे। इसके अलावा हमने आपको और भी ऐसी बहुत सी जानकारी दी है, जो आपको अभी तक मौनी अमावस्या के बारे में जानकारी नहीं होगी। पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको हमारी इस पोस्ट को अच्छे से पढ़ना होगा।
FAQ
मौनी अमावस्या 2024 कब है?
माघ अमावस्या 9 फरवरी 2024 के दिन शुक्रवार के दिन हैI
मौनी अमावस्या स्नान करने का शुभ समय क्या है?
प्रातःकाल 5 बजकर 21 मिनट