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Who is Nigar Shaji Biography in Hindi: Aditya L1 Mission इनके कारण हुआ सफल, जाने देश की शान निगार शाजी के बारे में पूरी जानकारी

Nigar Shaji Biography in Hindi, निगार शाजी कौन है?, Nigar Shaji Performnce In Aditiya L1 Mission, यहां से जानिए निगार शाजी की शिक्षा, कैरियर और जीवनी के बारे में।

Nigar Shaji Biography In Hindi: इसरो के द्वारा पिछले कुछ सालों में काफी नए प्रोजेक्ट पर काम किया गया हैl जिनमें से अधिकतर में इसरो को सफलता ही हासिल हुई हैI हाल ही में ही इसरो के द्वारा एक नया प्रोजेक्ट Aditya L1 Mission लॉन्च किया गया था और यह मिशन अब सफलतापूर्वक पूरा भी हो चुका हैl हाल ही में ही इसरो ने यह बड़ा कारनामा कर दिखाया है I

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लेकिन बिना टीम के यह हो पाना संभव नहीं थाl इसरो की जिस टीम के द्वारा Aditya L1 Mission कामयाब बनाया गया है, उसमें काफी लोगों का हाथ हैl लेकिन निगार शाजी का नाम काफी सुर्खियों में हैl इन्होंने इसरो के आदित्य L1 मिशन में काफी अहम भूमिका निभाई हैl

आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से यह जानकारी देने वाले हैं कि निगार शाजी ने Aditya L1 Mission में किस तरह से अपना सहयोग दिया है और Nigar Shaji Biography In Hindi के बारे में भी इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको जानकारी देने वाले हैंl पूरी जानकारी के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ेंl

Nigar Shaji Biography In Hindi

नामनिगार शाजी
जन्मतिथि1987
जन्म स्थानतमिलनाडु
पेशाअंतरिक्ष वैज्ञानिक
किस मिशन से चर्चा में हैAditya L1 Mission

Nigar Shaji kaun Hai- निगार शाजी कौन है?


कुछ समय पहले इसरो के द्वारा आदित्य एल वन मिशन की शुरुआत की गई थीl हाल ही में ही यह प्रोजेक्ट सक्सेसफुल हो गया है I इस प्रोजेक्ट को कामयाब बनाने के पीछे निगार शाजी की महत्वपूर्ण भागीदारी रही हैI दरअसल यह  Aditya L1 Mission की डायरेक्टर हैl

इस मिशन को एक दिन में या फिर 1 साल में कामयाबी नहीं मिली हैl लगातार 8 वर्षों की मेहनत के बाद इसरो आज इस प्रोजेक्ट को कामयाब कर पाया है I लेकिन इस प्रोजेक्ट में 8 सालों तक लगातार अपना सहयोग देने वाली निगार शाजी की मेहनत की दात देनी पड़ेगीl इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत सूर्य की परिक्रमा करके अध्ययन किया जाएगाl यह प्रोजेक्ट इसरो के मुख्य प्रोजेक्ट में से एक हैl

Aditya-L1-Mission-Who-is-Nigar-Shaji-Biography-in-Hindi

Nigar Shaji Birth & Education: निगार शाजी का जन्म और शिक्षा

निगार शाजी का जन्म तमिलनाडु के तेनकासी जिले में हुआ था। यह किसान परिवार से ताल्लुक रखती हैं। एक इंटरव्यू में इन्होंने इस बात की जानकारी दी थी कि इन्हें बचपन से ही पढ़ाई का काफी ज्यादा शौक था। यह इसरो के सदस्य बनना चाहती थी।

अपने टारगेट को अचीव करने के लिए इन्होंने काफी ज्यादा मेहनत की। इन्होंने तिरुनेवेली गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्होंने बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी रांची से मास्टर की पढ़ाई को पूरा किया।

साल 1987 में यह सतीश धवन स्पेस सेंटर से जुड़ गए थी और यही से इनके करियर की नई शुरुआत शुरू हुई थी। इसके पश्चात यह यूआर राव सैटेलाइट टीम की सदस्य भी रही है।

Nigar Shaji Career कुछ ऐसे रहा

निगार शाजी ने आदित्य L1 मिशन को कामयाब बनाने के लिए लगातार 8 वर्षों तक मेहनत की है। लेकिन इस मिशन में जुड़ने से पहले यह कई जगह पर बड़े पद पर काम कर चुकी थी। इन्होंने कम्युनिकेशन और अंतरग्रही उपग्रह कार्यक्रम के लिए एक्सपर्ट के रूप में काम किया है।

इस के अलावा इन्होंने भारत के रिमोट सेंसेनिंग, सैटेलाइट रिसोर्ससैट 2-A  के लिए भी डायरेक्टर के रूप में काम किया है। दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इनका परिवार म्यूजिक बैकग्राउंड से संबंधित है।

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इनके परिवार में कोई भी वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत नहीं है। इन्हें हमेशा से ही कुछ अलग करने का जज्बा था। इसीलिए इन्हें इसरो के इस मिशन के लिए चुना गया और लगातार 8 वर्षों की मेहनत के बाद आखिरकार प्रोजेक्ट कामयाब भी हुआ।

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Nigar Shaji Performnce In Aditya L1 Mission

हाल ही में ही Aditya L1 Mission यात्रा पूरी करने के बाद 126 दिन में सफलतापूर्वक अपने मिशन तक पहुंच गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की आदित्य एल वन लैग्रेंजियन पॉइंट 1 पर पहुंच गया है और यही से आगे अध्ययन किया जाएगा।

इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य सूर्य की परिक्रमा करके सूर्य का अध्ययन करना है। साल 2016 में निगार शाजी के द्वारा इस प्रोजेक्ट पर टीम के साथ काम शुरू किया गया था। बीच में कोरोना महामारी आ जाने के कारण इस प्रोजेक्ट को बीच में होलड रखा गया था ।

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लेकिन साल 2023 में इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम शुरू हो गया था। 2 सितंबर 2023 को इसरो के द्वारा इस प्रोजेक्ट को लांच किया गया था ।‌ टीम की मेहनत के बाद अब आखिरकार Aditya L1 Mission अपने टारगेट तक पहुंच चुका है और यह मिशन कामयाब हो चुका है।

निगार शाजी ने लगभग 37 वर्ष में इसरो के साथ कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम किया है

निगार शाजी के द्वारा साल 1987 में विशिष्ट अंतरिक्ष एजेंसी इसरो को ज्वाइन किया गया था। जिस समय उन्होंने इसरो को ज्वाइन किया उनका बचपन का सपना पूरा हो गया था। क्योंकि यह बचपन से ही इस रुक सदस्य बनना चाहती थी और बड़ा नाम कमाना चाहती थी।

इन्हें श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष बंदरगाह पर काम करने का मौका मिला। सबसे पहले यही से इन्होंने शुरुआत की। फिर बाद में इन्हें बेंगलुरु के यूआर राव सैटलाइट सेंटर में ट्रांसफर कर दिया गया था । इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य उपग्रह के विकास के बारे में खोज करना है। इसके बाद इसरो ने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सोफी और इन्होंने सभी प्रोजेक्ट पर अच्छे से काम किया। इसरो ने इन्हें पहले सौर मिशन के परियोजना निदेशक के पद पर तैनात कर दिया था।

आपको बता दे की है रिसोर्स सेट 2 A कि सहयोगी परियोजना निदेशक भी रह चुकी है। यह निचली कक्षा और ग्रह मिशन के सभी प्रोग्रामो को डायरेक्ट करती है। इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको निगार शाजी की बायोग्राफी के बारे में विस्तार से जानकारी दे दी है। उम्मीद करती है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। अगर आप कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो कमेंट सेक्शन में कमेंट कर सकते हैं।

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