एलिजाबेथ द्वितीय यूनाइटेड किंगडम और अन्य कई अन्य राष्ट्रमंडल देशों के महारानी थी। (Queen Elizabeth Biography in hindi) इन राष्ट्रमंडल देशों में कनाडा, ऑस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड, जमैका और कई अन्य देश शामिल हैं।
महारानी एलिजाबेथ इंग्लैंड पर सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी थी। यह फिर कह लीजिए कि वह सबसे लंबे समय तक राज सिंहासन पर बैठने वाली राजशाही थी। इससे पहले महारानी विक्टोरिया ने सबसे लंबे समय तक राजगद्दी पर बैठने का कीर्तिमान स्थापित किया था। लेकिन 8 सितंबर 2022 को 96 साल की उम्र में महारानी एलिजाबेथ का निधन हो गया।
साल 1952 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने यूनाइटेड किंगडम के राजसत्ता की कमान संभाली थी। महारानी बनने के बाद एलिजाबेथ द्वितीय 70 साल तक यूनाइटेड किंगडम और अन्य राष्ट्रमंडल देशों की गद्दी संभालती रहीं। 1952 से लेकर साल 2022 तक वह यूनाइटेड किंगडम की महारानी रहीं।
लेकिन अब उनकी मृत्यु के बाद राज सिंहासन का उत्तराधिकारी अब कोई और होगा। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की जीवनी और राज सिंहासन के नए उत्तराधिकारी के बारे में बताएंगे।
विषय–सूची
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय कौन है ?
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय यूनाइटेड किंगडम के राज सिंहासन पर सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी थी जिनका 8 सितंबर 2022 को 96 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
महारानी एलिजाबेथ यूनाइटेड किंगडम समेत राज्य मंडल के 16 स्वतंत्र देशों की संवैधानिक महारानी थी। महारानी एलिजाबेथ जिन राष्ट्रमंडल देशों की महारानी थी उनमें यूनाइटेड किंगडम के अलावा ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, जमैका, बहामास, बारबाडोस, ग्रेनेडा, अंटीगुआ और बारबूड़ा, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीपसमूह, तुवालू, सेंट लूसिया, सेंट विसेंट एंड ग्रेनाडाइंस, सेंट किट्स एंड नेविस और बेलीज शामिल हैं।
इन सबके अलावा महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अंग्रेजी चर्चित की सर्वोच्च राज्यपाल होने के साथ-साथ 54 राष्ट्रों और राज्य क्षेत्रों की प्रमुख थी।
महारानी एलिजाबेथ-II का जीवन परिचय (Queen Elizabeth Biography in hindi )
पूरा नाम (Real Name) | एलिजाबेथ एलेक्जेंड्रा मैरी विंडसर |
जन्म (Date of Birth) | 21 अप्रैल 1926 |
जन्म स्थान (Place of Birth) | लंदन, इंग्लैंड |
मृत्यु का दिन | 08 सितम्बर 2022 |
मृत्यु का स्थान | बाल्मोरल कासल, स्कॉटलैंड |
मृत्यु का कारण | बहुत सी बिमारियों से ग्रस्त थी। |
नागरिकता (Nationality) | ब्रिटेन |
आयु (Age) | 96 वर्ष (2022) |
शिक्षा (Qualification) | घर पर ही पढाई की थी |
धर्म (Religion) | चर्च ऑफ इंग्लैंड चर्च ऑफ स्कॉटलैंड |
प्रसिद्धी | 2 जून 1953 को विश्व के सबसे बड़े साम्राज्य ब्रिटेन की महारानी |
नेटवर्थ (Net Worth) | 145 मिलियन डॉलर |
महारानी एलिजाबेथ-II का शाही परिवार
पिता का नाम (Father Name) | जार्ज -VI, ड्यूक ऑफ आर्क अल्बर्ट |
माता का नाम (Mother Name) | एलिजाबेथ एंजेला मॉर्गरीट बोवेस-ल्यों |
बहन (Sister) | राजकुमारी मार्गरेट |
विवाह की तारीख | 20 नंबवर साल 1947 |
पति का नाम (Elizabeth Husband’s Name) | राजकुमार फिलिप |
बच्चें (Children’s) | 4 |
बेटा (Son) | प्रिंस एडवर्ड, प्रिंस चार्ल्स और प्रिंस एंड्रयू, |
बेटी (Daughter) | प्रिंसेस ऐनी |
पोते का नाम | प्रिंस हैरी, प्रिंस विलियम, जेम्स |
एलिजाबेथ द्वितीय का जन्म एवं शुरुआती जीवन –
एलिजाबेथ का पूरा नाम एलिजाबेथ अलेक्जेंड्रा मैरी था जिन्हे एलिजाबेथ द्वितीय की उपाधि मिली। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का जन्म 21 अप्रैल 1926 को इंग्लैंड की राजधानी लंदन के में फेर में पैदा हुई थी। उनका जन्म यूनाइटेड किंगडम के विडंसर राजघराने के महाराजा जॉर्ज षष्ठम और राजमाता रानी एलिजाबेथ के यहां हुआ था।
एलिजाबेथ द्वितीय के अध्ययन की सारी व्यवस्था उनके माता-पिता ने उनके घर पर ही कर दी थी। वह निजी रूप से अपने घर पर ही शिक्षित हुई।
साल 1936 में एडवर्ड अष्टम द्वारा राज्य सिंहासन त्यागने के बाद जब उनके पिता जॉर्ज 6 ने राज सिंहासन संभाला तब वह सिंहासन की अगली उत्तराधिकारी बन गई। हालांकि इनके पिता के महाराजा बनने की संभावना बहुत कम थी क्योंकि वह जॉर्ज पंचम के सबसे छोटे बेटे थे लेकिन जब एडवर्ड अष्टम ने उनके पिता के पक्ष में सिंहासन को त्याग दिया तो इनके पिता महाराजा बने और इसी से इनका उत्तराधिकार तय हुआ।
6 फरवरी 1952 को महारानी बनने के बाद इन्होंने राष्ट्रमंडल के साथ स्वतंत्र देशों के राज सिंहासन की कमान संभाली जिनमें यूनाइटेड किंगडम समेत पाकिस्तान अधिराज्य, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, साउथ अफ्रीका, और सीलोन शामिल थे। उनका राज्याभिषेक काफी भव्य रुप से किया गया। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का राज्याभिषेक ऐसा पहला राज्याभिषेक था जिसे भारतीय टेलीविजन चैनल दूरदर्शन पर प्रसारित किया गया।
एलिजाबेथ द्वितीय यूनाइटेड किंगडम की सबसे वृद्ध राजशाही थीं। इसके अलावा वह यूनाइटेड किंगडम पर सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महारानी थी। उनसे पहले सबसे लंबे समय तक यूनाइटेड किंगडम की राज गद्दी संभालने का कीर्तिमान महारानी विक्टोरिया के पास था लेकिन अब यह कीर्तिमान एलिजाबेथ द्वितीय को प्राप्त है।
एलिजाबेथ द्वितीय का विवाह और परिवार –
एलिजाबेथ द्वितीय का विवाह राजकुमार फिलिप से हुआ था। 13 साल की उम्र में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को राजकुमार फिलिप से प्रेम हो गया था। उनकी मुलाकात साल 1934 और 1937 में हुई थी। राजकुमार फिलिप उनके रिश्तेदार थे। साल 1939 में एक बार फिर शाही नौसेना महाविद्यालय एलिजाबेथ 2 की मुलाकात राजकुमार फिलिप से हुई।
प्रेम होने के बाद दोनों में पत्र व्यवहार होता रहा और 9 जुलाई 1947 को एलिजाबेथ द्वितीय और राजकुमार फिलिप की सगाई हो गई। अंततः 20 नवंबर 1947 को वेस्टमिंस्टर एबी में दोनों का विवाह हो गया। हालांकि बताया जाता है कि दोनों का विवाह काफी विवादित रहा।
दरअसल राजकुमार फिलिप की तीन बहने थी जिन्होंने नाजी पार्टी से संबंध रखने वाले जर्मन अधिकारियों से शादी की थी। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद इंग्लैंड के भीतर जर्मन विरोधी भावना इतनी प्रबल थी कि उनके विवाह में राजकुमार फिलिप के परिवार और उनकी तीनों बहनों में से किसी को नहीं बुलाया गया। बताया जाता है कि एलिजाबेथ द्वितीय के चाचा एडवर्ड अष्टम को भी इस विवाह में नहीं बुलाया गया था।
एलिजाबेथ द्वितीय का शासनकाल –
6 फरवरी 1952 को अपने पिता की मृत्यु के बाद एलिजाबेथ द्वितीय यूनाइटेड किंगडम की राजगद्दी संभालने लगी हालांकि उनका औपचारिक राज्याभिषेक 2 जून 1953 को हुआ।
1952 से लेकर 8 सितंबर 2022 को मृत्यु तक एलिजाबेथ द्वितीय यूनाइटेड किंगडम और अन्य राष्ट्रमंडल देशों की महारानी रही। उन्होंने राज सिंहासन पर 70 वर्ष तक राज्य किया। वह यूनाइटेड किंगडम के राज सिंहासन पर सबसे लंबे समय तक राज करने वाली शासक/शासिका है।
एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु–
8 सितंबर 2022 को 96 वर्ष की आयु में यूनाइटेड किंगडम और राष्ट्रमंडल देशों की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु हो गई। मृत्यु के पूर्व कई दिनों पहले से उनकी हालत काफी नाजुक थी। हालत नाजुक होने के दौरान वह स्कॉटलैंड के बालमोरल कास्टल में रह रहीं थी और इसी स्थान पर उनकी मृत्यु भी हो गई।
यूनाइटेड किंगडम के नए राजा बने चार्ल्स –
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के बाद ही सिंहासन के उत्तराधिकारी एलिजाबेथ विधि के बेटे चार्ल्स 73 साल की उम्र में यूनाइटेड किंगडम के नए महाराजा बने।
महारानी एलिजाबेथ की संपत्ति–
वैसे तो महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की संपत्ति को लेकर अलग-अलग रिपोर्ट्स में अलग-अलग दावे किए जाते हैं लेकिन एक सर्वाधिक स्वीकृत रिपोर्ट के मुताबिक महारानी एलिजाबेथ की कुल संपत्ति 500 मिलियन डॉलर के करीब है।
महारानी एलिजाबेथ की संपत्ति में कई बेशकीमती हीरे-जेवरात, लग्जरी कारें, बेशकीमती कलाकृतियां तथा अन्य कई अलग अलग तरीके के बंगले, पैलेस आदि शामिल हैं।
आपको बता दें कि राजघराने के रॉयल कलेक्शन में लगभग 10 लाख से ज्यादा चीजें शामिल हैं जिनकी कीमत तकरीबन 10 खरब रुपए होगी। हालांकि यह सारी संपत्ति ब्रिटेन के एक ट्रस्ट के अधीन है। वैसे तो ब्रिटेन के शाही राजघरानों की कमाई के कई अलग-अलग स्रोत हैं लेकिन राजघराने को टैक्सपेयर से काफी मोटी रकम मिलती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक महारानी एलिजाबेथ की 2022 में कुल संपत्ति 33 अरब से भी अधिक थी। लेकिन अगर पूरे राजघराने की बात की जाए तो उनकी संपत्ति कुल मिलाकर 72.5 बिलियन पाउंड अर्थात 6631 अरब रूपए से भी अधिक है।
फॉर्ब्स मैगजीन के मुताबिक साल 2021 तक राजघराने के पास कुल लगभग 28 बिलियन डालर की अचल संपत्तियां थी। जिनमें 19.5 बिलियन डालर के क्राउन एस्टेट, 4.9 बिलियन डालर का बकिंघम पैलेस, 1.3 बिलीयन डॉलर का डची ऑफ कार्निवाल जबकि $748 का डची ऑफ लैंकेस्टर शामिल हैं। इन सबके अलावा 630 मिलियन डॉलर का केसिंगटन पैलेस और 592 मिलियन डालर का स्कॉटलैंड का क्राउन एस्टेट शामिल थे।
सॉवरेन ग्रांट के रूप में होती है शाही परिवार की कमाई–
दोस्तों अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि आखिर महारानी एलिजाबेथ और राजशाही परिवार को इतने पैसे मिल कहां से रहे थे ?
तो आपको बता दें कि ब्रिटिश राजघराने को ब्रिटेन के टैक्स पेयर्स की तरफ से अच्छी खासी मोटी रकम मिलती है जिसे सावरेन ग्रांट के रूप में जाना जाता है। आपको बता दें कि ब्रिटेन के महाराजा जॉर्ज तृतीय ने भविष्य में आने वाली पीढ़ियों के लिए और खुद के लिए फंड को जमा करने का एक रास्ता निकाला। उन्होंने संसद में सिविल लिस्ट नाम से एक एग्रीमेंट पास किया और आगे चलकर 2012 में इसे ही सावरेन ग्रांट से रिप्लेस कर दिया गया। आपको बता दें कि साल 2021 और 22 में इस सावरेन ग्रांट की कीमत लगभग 86 मिलियन पाउंड के लगभग थी।
महारानी एलिजाबेथ की मृत्यु के बाद अभी हम सारी संपत्तियों का उत्तराधिकार प्रिंस चार्ल्स को प्राप्त हो जाएगा यानी कि अब महारानी की यह सारी संपत्ति है प्रिंस चार्ल्स की हो जाएंगी।
हालांकि इससे पहले प्रिंस चार्ल्स को डच आप कार्निवाल बनने के बाद हर साल लगभग 21 मिलीयन पाउंड की इनकम मिलती थी।