विश्व पर्यावरण दिवस कब है? विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध (Essay on Environment in hindi) पर्यावरण पर निबंध 500 शब्दों में, 600 शब्दों में, पर्यावरण क्या है? पर्यावरण की परिभाषा (Essay on World Environment Day in hindi, Save our Environment )
नमस्कार दोस्तों आज के इस निबंध में मैं आपको पर्यावरण के बारे में मैं विस्तार से बताऊंगा और मैं आपको आने वाले 2023 के पर्यावरण दिवस के बारे में बताऊंगा और पर्यावरण से जुड़ी तमाम जानकारी मैं आपको आज के इस लेख में दूंगा अगर आपको भी तमाम जानकारियों से अवगत होना है, तो आज के इस लेख में हमारे साथ आखिर तक बने रहें।
पर्यावरण की परिभाषा:- दोस्तों पर्यावरण का मतलब है, हमारे आसपास का वातावरण और पर्यावरण शब्द की उत्पत्ति 2 शब्दों के मेल से हुई है परी और आवरण जिसमें परी का मतलब हमारे आसपास का क्षेत्र और आवरण का मतलब चारों ओर से गिरा हुआ क्षेत्र।
पर्यावरण कई चीजों के मेल से बनता है, जैसे पेड़ पौधे पशु पक्षी पर्यावरण जलवायु ,स्वच्छता, प्रदूषण यह सभी पर्यावरण का ही एक हिस्सा है, यह सभी चीजें हमारे दैनिक जीवन से संबंध रखती है, यानी कि इन सभी चीजों का सीधा प्रभाव हमारे पर्यावरण पर पड़ता है पर्यावरण का सीधा असर मानव जीवन पर पड़ता है अगर हम अधिक वृक्षों को काट देंगे तो उनकी वजह से हमारे वातावरण में ऑक्सीजन की कमी हो जाएगी जिसकी वजह से हमें सांस लेने में भी दिक्कत होगी।
पानी को गंदा करना वृक्षों को अत्यधिक मात्रा में काटना और अधिक से अधिक साधनों का प्रयोग करना यह सभी पर्यावरण को गंदा करने में अत्याधिक भूमिका निभाते हैं जिसकी वजह से मानव जीवन को इसका भुगतान आने वाली आपदाओं से झेलना पड़ता है।
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विषय–सूची
विश्व पर्यावरण दिवस और पर्यावरण पर निबंध (Essay on Environment in hindi)
पहला विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया गया?
पहला पर्यावरण दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित किया गया इस दिवस का मतलब यह है, कि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना इस दिवस की शुरुआत 1972 में 5 जून से लेकर 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन से हुई और पहला पर्यावरण दिवस 5 जून 1973 का मनाया गया था।।
विश्व पर्यावरण दिवस 2023 का विषय
दोस्तों मैं आपको बता दूं कि इस वर्ष 2023 को विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया जा रहा है, और इसका विषय लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है और प्लास्टिक की तरफ जलमग्न हो रही दुनिया को बचाना है हर साल भारत में 400 मिलियन टन से भी अधिक प्लास्टिक का उत्पादन होता है, जोकि पर्यावरण को दूषित करने में एक मुख्य भूमिका निभाता है।
पर्यावरण संरक्षण क्या है?
दोस्तों मैं आपको बता दूं कि पर्यावरण संरक्षण क्या है, पर्यावरण संरक्षण का मतलब है हमारे आसपास के पर्यावरण को और हमारी नष्ट हो रही धरती को बचाना और उन सभी चीजों को रोकना जो हमारे पर्यावरण को दूषित कर रही है।
जैसे प्लास्टिक, वनों की कटाई, वाहनों का धुआं आदि यह सभी चीजें पर्यावरण को दूषित करती है, तो हमें इनका कम से कम प्रयोग करना चाहिए और 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस का एक हिस्सा बनना चाहिए
न केवल मानव जीवन के लिए पर्यावरण आवश्यक है बल्कि सभी जीव जंतु एवं मानव धारियों के लिए पर्यावरण संरक्षण आवश्यक है, अगर पर्यावरण ही नहीं रहेगा तो पशु पक्षी अपना जीवन व्यतीत कैसे कर पाएंगे इसीलिए पर्यावरण एक चिंता का विषय बन गया है, इस पर चर्चा करते हुए 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है।
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पर्यावरण संरक्षण का महत्व
दोस्तों पर्यावरण हमें ईश्वर के द्वारा दी गई एक अमूल्य भेंट है, और पृथ्वी पर रहने वाले सभी मानव जीवो का जीवन पूरी तरह पर्यावरण पर निर्भर है, हम सभी को इस बात का अच्छी तरह से ज्ञात है, कि मनुष्य का जीवन पानी हवा और अन्य प्राकृतिक साधनों का प्रयोग करके अपना जीवन व्यतीत करता है, अगर हम अगर हम पर्यावरण को गंदा कर देते हैं तो आने वाला मानव जीवन खतरे में पड़ जाएगा।
वैसे देखा जाए तो हमें सब कुछ प्रकृति के द्वारा ही मिलता है हम भोजन करते हैं, वह भी हमें पशु पक्षी पेड़ पौधों के द्वारा ही प्राप्त होता है, जो कि हमारे वातावरण की ही 1 दिन है। वनस्पति या जो भी ऑक्सीजन छोड़ती है, उनकी वजह से ही हम सांस ले पाते हैं।
इसीलिए हमें अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखना चाहिए ताकि हमारा जीवन कोई कठिनाइयों का सामना ना करें और ना ही हमारी आने वाली पीढ़ियों को कठिनाइयों का सामना ना करना पड़े।
पर्यावरण संरक्षण के कुछ कारण।
- प्रदूषण
- ग्लोबल वार्मिंग
- वनों की कटाई
प्रदूषण:-आज प्रदूषण के बारे में हम सभी अच्छी तरह से जानते हैं, कि प्रदूषण क्या है आज की बढ़ती जरूरतों के लिए हम प्लास्टिक का अधिक से अधिक प्रयोग कर रहे हैं, प्लास्टिक एक विषैला जहर है जो मानव जीवन को धीरे-धीरे नष्ट करता है।
प्लास्टिक से भूमि प्रदूषण,वायु प्रदूषण,जल प्रदूषण आज के समय में प्रदूषण के कारण स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि लगभग 2 बिलियन लोगों के पास पीने का स्वच्छ पानी नहीं है, जोकि प्रदूषण के कारण है।
ग्लोबल वार्मिंग का बढ़ना:-आज के समय में मानव अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए वनों के अधिक से अधिक कटाई कर रहा है जिसका खामियाजा उसे आने वाले समय में भुगतना होगा वनों की कटाई से वनों में रहने वाले जीवो का आवास नष्ट हो रहा है, और साथ ही हमारे वातावरण में oxygen की कमी हो रही है और यही एक कारण है जिसकी वजह से लोगों को सांस लेने में प्रॉब्लम हो रही है।
वनों की कटाई:- जनसंख्या में वृद्धि होना भी एक प्रदूषण का हिस्सा है, अधिक जनसंख्या होने की वजह से संसाधनों की पूर्ति नहीं हो रही है और संसाधनों की मांग ज्यादा हो रही है।
और इसी वजह से मानव अपना अस्तित्व बचाने के लिए पेड़ पौधों को काटकर पशु पक्षियों का आश्रय नष्ट कर रहा है, और आने वाले समय में ऐसा होगा कि सभी जंगल नष्ट हो जाएंगे और यह हमारे मानव जीवन के लिए बहुत ही भयानक सिद्ध होगा।
पर्यावरण को बचाने के उपाय
दोस्तों आज का मानव जीवन देखते हुए यह अंदाजा लगाना बहुत ही आसान हो रहा है कि आने वाले कुछ ही समय में पृथ्वी पर से भी जीवन असंभव हो जाएगा और वह दिन भी दूर नहीं है कि पृथ्वी पर भी अनेकों प्रकार की विषैली गैस से फैल जाएगी।
इसलिए हमें पर्यावरण को बचाने के लिए कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए हमें उन चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए जो हमारे पर्यावरण को दूषित कर रही है।
पर्यावरण को सुरक्षित रखने के उपाय निम्नलिखित है जिनके बारे में हमने आपको नीचे बताया है।
- हमारे पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हमें फैक्ट्रियों से निकलने वाली विषैली गैस और कूड़े करकट का अच्छी तरह से निवारण करना चाहिए जिसकी वजह से हवा और पानी दोनों ही दूषित होने से बच सकें और हमारे पर्यावरण को स्वच्छ एवं साफ सुथरा बना सके।
- पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हमें सबसे जरूरी यह है, कि हमें वनों की कटाई को बहुत अधिक तक कम कर देना है, और हमें अधिक से अधिक नए पेड़ लगाने चाहिए ताकि पेड़ हमें ऑक्सीजन देश के और विषैली गैसों को अपने अंदर खींच सकें जिससे हमारा पर्यावरण साफ सुथरा बना रहेगा।
- हमें कम से कम डीजल पेट्रोल के साधनों का प्रयोग करना चाहिए ताकि वाहनों से निकलने वाले धुएं से वातावरण को हानि न पहुंचे ताकि हम और हमारी आने वाली पीडी को किसी भी प्रकार के प्राकृतिक आपदा का सामना ना करना पड़े।
- और हमारे किसान भाइयों को अपने खेतों के अंदर कीटनाशक दवाइयों और अन्य ऐसी चीजों का प्रयोग नया करना चाहिए जिसकी वजह से हमारे पर्यावरण में विषैली गैसें फेल्स जाए और हमारा पर्यावरण गंदा हो जाए।
- हमारे पर्यावरण को सुरक्षित बनाए रखने के लिए हमें 3R (recycle, reduce and reuse) को अधिक से अधिक अपनाना चाहिए ताकि हमारे पर्यावरण में अधिक से अधिक प्लास्टिक ना फहले।
- पर्यावरण को बचाने के लिए सबसे जरूरी काम हमें यह करना है कि हमें अपने आसपास के लोगों को पर्यावरण को बचाए रखने के लिए जागरूक करना है, क्योंकि आज के समय में भी लोग पर्यावरण के बारे में नहीं जानते कि पर्यावरण क्या है, तो हमें उनको पर्यावरण के बारे में संपूर्ण तरीके से बताना है।
निष्कर्ष(Conclusion)
तो दोस्तों आज के इस निबंध में मैंने आपको पर्यावरण के बारे में संपूर्ण तरीके से जानकारी दें और मैंने आपको यह भी बताया कि पर्यावरण दिवस कब मनाया जा रहा है तो आप भी 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाए और अपने आसपास के लोगों को भी पर्यावरण दिवस के बारे में अवश्य बताएं और उन्हें पर्यावरण के बारे में बता कर जागरूक करें और मैंने आपको ऊपर के निबंध में पर्यावरण से होने वाले लाभ और हानियों के बारे में भी आपको अच्छी तरीके से बताया है।
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