अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास क्या है? अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम 2024 एवं महत्व (International Yoga Day in hindi, World Yoga Day themes 2024 history facts in hindi)
International Yoga Day 2024: मित्रों, आज के समय योग के कारण पूरे विश्व में बहुत से लोग विभिन्न प्रकार के रोगों से मुक्ति पाते हैं, इसी के साथ में अपने शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त बनाने के लिए योग से बेहतरीन आत्मतत्व और कोई भी नहीं है।
योग एक आत्म तत्व है जिसकी प्रैक्टिस करने से एक व्यक्ति सदैव स्वस्थ रहता है, और सामान्य तौर पर बहुत सारी बीमारियों से उसे छुटकारा मिलता है। इसीलिए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को बढ़ावा मिला। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को 11 दिसंबर 2014 को यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली के द्वारा स्वीकार किया गया था।
इसीलिए हमारे द्वारा यह जानना जरूरी है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस क्यों मनाया जाता है, कब मनाया जाता है, इसके मनाए जाने के पीछे का उद्देश्य क्या है, 21 जून के ही दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है वह उसी दिन क्यों मनाया जाता है, उस दिन का क्या महत्व है, (International Yoga Day theme in hindi) इन सब के पीछे का कारण आज हम जानेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस क्या है-
विषय–सूची
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 कब मनाया जाएगा?
योग एक प्राचीन भारतीय Spiritual और Mental Peace को बढ़ाने के लिए तथा एकाग्रता को बढ़ाने के लिए किया जाने वाला प्रयास है। और इसकी मुद्राओं के द्वारा एक व्यक्ति अपने शरीर को स्वस्थ रखने में और अपने मन को एकाग्र रखने में कुशलता हासिल कर सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय मंच पर स्वामी विवेकानंद नेे 1893 में शिकागों भाषण में भारतीय सनातन संस्कृति और योग के महत्व से पूरे विश्व को परिचित कराया था। भारत के ऐसे ही महापुरुषों की इस देन ने पूरे विश्व को राह दिखाई है।
2014 में जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनी थी, तब इसके ठीक बाद 27 सितंबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री ने यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली में अपने दिए गए भाषण में पूरे विश्व के द्वारा अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाने पर जोर दिया, और योग के द्वारा अपनाने पर जोर दिया।
इसे लेकर के यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली ने 11 दिसंबर 2014 को रेजोल्यूशन पास करते हुए, भारतीय योग को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के रूप में मनाए जाने को लेकर के स्वीकृति प्रदान करी।
इसके लिए 21 जून की तारीख निर्धारित करी गई, यानी कि हर वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया जाएगा।
विश्व योग दिवस 21 जून के ही दिन क्यों मनाया जाता है?
योग दिवस 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है इसके पीछे का कारण है इस दिन की खासियत है यह दिन साल का सबसे बड़ा दिन होता है जोकि अधिक जीवन जीने और दीर्घायु होने का प्रतिक दिन माना जाता है।
21 जून के दिन सूर्य दक्षिणयान हो जाता है इस दिन सूर्य की किरणे सीधी धरती पर पड़ती है इस दिन को ग्रीष्म सक्रांति के नाम से भी जानते हैं। यह दिन हमें लम्बा जीवन जीने की प्रेरणा देता है। इसे योग से जोड़कर देखा जाता है। इसलिये 21 जून को जीवन को ऊर्जावान और तेजस्वी बनाने के लिये योगा के लाभों को पूरे विश्व में फैलाने का दिन चुना गया था।
International Yoga Day 2024 क्यों मनाया जाता है?
International Yoga Day सन 2015 से लेकर के आज तक मनाया जा रहा है। और आगे भी मनाया जाएगा। इसके मनाए जाने के पीछे का कारण यह है कि योगा केवल एक प्राचीन ट्रेडीशन tradition नहीं बल्कि एक बहुत ही कीमती प्रक्रिया है, जिसके द्वारा एक व्यक्ति अपने शारीरिक शक्ति और मानसिक एकाग्रता में संतुलन बना सकता है।
योग के द्वारा यह बात सिद्ध करी जा चुकी है कि कई सौ बीमारियों का नाश केवल और केवल योग करने से किया जा सकता है। यह न केवल किसी देश की बल्कि पूरे विश्व की धरोहर है। हालाँकि योग भारत के द्वारा पूरे विश्व को दिया गया है लेकिन फिर भी आज योग किसी एक देश का न रहकर पूरे विश्व की धरोहर है और पूरे विश्व में लोग योग करके लाभान्वित होते हैं।
इसी के लिए योग को और अधिक बड़ा मंच उपलब्ध करवाने के लिए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरे विश्व में मनाया जाता है।
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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का महत्व
पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का बहुत बड़ा महत्व है। योग को एक अंतरराष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाने का उद्देश्य योग के लाभ को किसी देश तक सीमित ना करके पूरे विश्व तक फैलाना है।
इसका महत्व यही है कि पूरे विश्व में लोग अपने रोगों से मुक्ति पा सके तथा रोगाणुग्रस्त शरीर से मुक्ति पा सके। और एक ऐसे स्वस्थ शरीर की प्राप्ति कर सके जिसे लेकर के उन्हें किसी भी प्रकार की शिकायत ना रहे। योग के द्वारा एक व्यक्ति मानसिक एकाग्रता तथा शारीरिक शक्ति का परिचायक बन सकता है।
क्या है अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास? (History of International Yoga day in hindi)
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर के भारत के प्रधानमंत्री ने 27 सितंबर 2014 को यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली में स्पीच देते हुए कहा था कि “योग एक प्राचीन ट्रेडीशन है, जो हमें बहुत कीमती तोहफे के रुप में मिला है। हमारे पूर्वजों ने इसे संभाल कर रखा है और हमें पीढ़ी दर पीढ़ी से आगे बढ़े हैं।
योग के द्वारा आप अपने मन को एकाग्र कर पाते हैं, तथा शरीर को स्वस्थ बना पाते हैं। यह आपकी हर मानसिक बाधाओं को दूर करने में आपकी मदद करता है। यह इंसान और प्रकृति के बीच में प्रेम का द्योतक है। इसके द्वारा हर व्यक्ति स्वस्थ शरीर तथा स्वस्थ चेतना को प्राप्त करता है।
यह केवल कोई एक्सरसाइज नहीं है बल्कि एकत्व का भाव है। योग के द्वारा एक व्यक्ति की जीवन चर्या पूरी तरह से बदल जाती है, इसीलिए पूरे विश्व को International Yoga Day अपनाना चाहिए। और इसकी तरफ हमें कदम बढ़ाना चाहिए।“
यह भाषण उन्होंने 27 सितंबर 2014 को दिया था। तथा इसे लेकर के 11 दिसंबर 2014 को यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली ने एक रेजोल्यूशन पास करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के रूप में स्वीकार किया। तथा 21 जून की तारीख को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाए जाने के लिए स्वीकार किया गया क्योंकि 21 जून पूरे वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम 2015 से 2023 (International Yoga Day theme in hindi)
पहला योग अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस– 21 जून 2015 को मनाया गया था। इसमें 84 देशो के 35 हजार लोगो ने भाग लिया था। इस योग दिवस का विषय एवं थीम सद्भाव एवं शांति के लिये योग था।
दूसरा योग दिवस– चंड़ीगढ 2016 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया, इसमें लगभग 170 देशों ने हिस्सा लिया था। इसकी थीम युवाओं को योग से जोड़ें था।
तीसरा योग दिवस- लखनऊ में 21 जून 2017 में किया गया था। इस बार की थीम स्वास्थ्य के लिये योग रखी गई थी। इसमें लगभग 55000 लोग शामिल हुये थे। जोकि इस दिवस के महत्व एवं प्रभाव को दर्शाता है।
चौथी बार योग दिवस– इस बार साउदी अरब देश भी शामिल हुआ। यह दिवस 21 जून 2018 को उत्तराखंड, देहरादून में मनाया गया था । इस बार की थीम ‘‘शांति के योग’’ थी।
पांचवी बार 2019 में यह दिवस झारखंड रांची में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस बार की थी “योगा फॉर क्लाइमेट एक्शन” थी।
छठी बार 2020 की थीम योगा फॉर हेल्थ -योगा एट होम थी इस वर्ष कोरोना की महामारी जोरो पर थी जिसके चलते कार्यक्रम रद्द किया गया था और यह दिवस वर्चुअली मनाया गया था।
सांतवी बार भी वर्चुअली योगा दिवस को मनाने की घोषणा की गई थी। इसमें योग गुरुओं द्वारा प्रवचन दिये गये। 2021 में की थीम ‘‘योग के साथ रहे, घर पर रहे’’ के अनुरुप घर ही योग करके मनाने के लिये कहा गया था।
सन 2023 के जून महीने की 21 तारीख को 9वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। इसके लिए थीम का निर्धारण आयुष मंत्रालय द्वारा किया जा चुका है अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2023 की थीम का नाम वसुधैव कुटुम्बकम “One World One Health” रखी गई है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की 2024 की थीम क्या है?
सन 2024 के जून महीने की 21 तारीख को 10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 की थीम का नाम “महिला सशक्तिकरण के लिए योग” रखा गया है।
FAQ
प्रश्न- पहला अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस कब मनाया गया?
उत्तर- 21 जून 2015
प्रश्न- अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस 2024 की थीम क्या है?
उत्तर- “महिला सशक्तिकरण के लिए योग”
प्रश्न- अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस अधिकारिक रूप से कब मान्यता दी गई
उत्तर- 11 दिसम्बर 2014 को सयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों देशों द्वारा मंजूरी दी गई।
प्रश्न- अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की 2022 थीम है?
उत्तर- अन्तर्राष्ट्रीय योगा दिवस 2022 की थीम “मानवता के लिये योग” Yoga for Humanity है।
प्रश्न- अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस 21 जून को क्यों मनाया जाता है?
उत्तर- 21 जून को पूरे वर्ष का सबसे बड़ा दिन होता है इसीलिए 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया जाता है।
प्रश्न- योगा के पिता के तौर पर कौन जाना जाता है?
उत्तर- वैसे तो भगवान श्री कृष्ण और देवाधिदेव महादेव शिव को योग के जन्म दात्री के तौर पर जाना जाता है, लेकिन इसके अलावा तिरुमलाई कृष्णामचारिया को फादर ऑफ योगा के नाम से जाना जाता है।
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