विश्व जनसंख्या दिवस 2023 का इतिहास (World Population day history in hindi) विश्व जनसंख्या दिवस पर निबंध, उद्देश्य, वृद्धि के कारण, नियंत्रण, अनमोल वचन, कविता, स्लोगन (World Population day Facts, history, theme 2023, World Population day Kavita, poem, essay in hindi) विश्व जनसंख्या दिवस पर कविता, जनसंख्या नियंत्रण दिवस पर कविता, विश्व जनसंख्या दिवस का इतिहास महत्व उद्देश्य एवं कविता
आज के समय में पूरी दुनियां की जनसंख्या काफी बढ़ती हुई नजर आ रही है। जब पृथ्वी पर रहने वाले व्यक्तियों की संख्या आवश्यकता से अधिक हो जाता है तो इसे जनसंख्या वृद्धि कहते हैं। विश्व स्तर पर बढ़ती जनसंख्या विकासशील देशों में सबसे बड़ी समस्याओं में से एक बन चुकी है।
बढ़ती जनसंख्या के कारण विकासशील देश आज महंगाई भुखमरी बेरोजगारी और गरीबी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। इन्हीं समस्याओं से निदान की एक पहल चलाते हुए आम जनमानस को जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय एवं विश्व स्तर पर प्रतिवर्ष विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है।
विश्व जनसंख्या दिवस के खास मौके पर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं एवं प्रतिवर्ष नए-नए अभियान चलाया जात हैं ताकि वैश्विक स्तर पर जनसंख्या में हो रही अनियमित वृद्धि को नियंत्रित किया जा सके।
इस जनसंख्या वृद्धि को कम करने के लिए ही विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। हमारे देश में कई लोग ऐसे हैं जिन्हें विश्व जनसंख्या दिवस के बारे में जानकारी नहीं है, इसलिए आज का यह लेख हम विश्व जनसंख्या दिवस को समर्पित कर रहे हैं।
आज के इस लेख में हम आपको विश्व जनसंख्या दिवस से संबंधित संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। साथ ही हम आपको विश्व जनसंख्या दिवस 2023 थीम, विश्व जनसंख्या दिवस पर निबंध तथा अन्य चीजों के बारे में भी बताएंगे। कृपया इस लेख में हमारे साथ अंत तक जुड़े रहे।
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विषय–सूची
विश्व जनसंख्या दिवस के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य (Facts about World Population day in hindi)
विश्व जनसंख्या दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को हर साल मनाया जाता है। विश्व जनसंख्या दिवस को मनाने का मुख्य कारण जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण पाना है। विश्व की जनसंख्या निरंतर हर साल बढ़ रही है। विश्व की जनसंख्या 1 अरब की होने में हजारों वर्षो का समय लगा लेकिन इसके बाद केवल 100 से 200 वर्षों में ही 1987 को यह आकड़ा पांच अरब तक पहुंच गया। 11 जुलाई 1987 से ही इस दिवस को मनाने की जरुरत महसूस की गई।
विश्व जनसंख्या दिवस का इतिहास (World Population Day History In Hindi) –
आप तो जानते ही हैं कि इस समय दुनिया में 7 अरब से भी ज्यादा जनसंख्या है। 1987 में Dr. KC Zachariah, जोकि वर्ल्ड बैंक में सीनियर डेमोग्राफर के रूप में कार्यरत थे, द्वारा बताया गया कि इस समय विश्व की जनसंख्या 5 अरब की थी और यह 5 अरब की जनसंख्या 11 जुलाई को ही हुई थी।
इसलिए Dr. KC ने विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का सुझाव दिया। इस बढ़ती हुई जनसंख्या को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की गवर्निंग काउंसलिंग यूएनडीपी द्वारा विश्व जनसंख्या दिवस की स्थापना 1989 में की गई। विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की प्रेरणा 11 जुलाई 1987 में हुई 5 अरब जनसंख्या को देखकर मिली इसलिए विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को मनाया जाता है।
1989 में विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का निर्णय तो लिया गया लेकिन इससे अधिकारिक रूप से मान्यता दिसंबर 1990 में मिली। इस तरह 11 जुलाई 1990 को राष्ट्र महासभा द्वारा पहला जनसंख्या दिवस मनाया गया और 45/216 के प्रस्ताव के साथ संकल्प लिया गया। साथ ही यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम ने तब से 90 से भी अधिक देशों में इसें एक महत्वपूर्ण दिवस के रुप में मनाया जाने लगा।
विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का उद्देश्य
विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का प्रमुख उद्देश्य विभिन्न जनसंख्या मुद्दों (जिससे की जनसंख्या वृद्धि हो रही है) पर लोगों की जागरूकता बढ़ाना है। विशेष रूप से देखा जा रहा है की विश्व के संसाधन कम हो रहे हैं और जनसंख्या बढ़ती जा रही है जिस पर नियंत्रण पाना एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है।
विश्व जनसंख्या दिवस के द्वारा विश्व भर में जनसंख्या वृद्धि के प्रभावों को केंद्रित करना है और लोगों को बढ़ती हुई जनसंख्या के कारणों को बताना है जैसे – अधिक जन्म दर, परिवार नियोजन, लिंग समानता इत्यादि।
विश्व जनसंख्या दिवस आने वाली पीढ़ियों को जागरूक करता है और उन्हें बताता है कि जनसंख्या वृद्धि को कम करना कितना जरूरी है। साथ ही विश्व जनसंख्या दिवस के द्वारा आगे आने वाली पीढ़ियां को जनसंख्या विस्फोट जैसे मुद्दों कोे सही से समझ सकें।
यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम की गवर्निंग काउंसलिंग विश्व जनसंख्या दिवस के द्वारा दुनिया में फैल रही प्रजनन संबंधी समस्याओं को कम करना चाहता है। ऐसा भी देखा जा रहा है कि बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण लगभग 800 महिलाएं ऐसी हैं जो बच्चे को जन्म देते समय मर जाती हैं। इसलिए विश्व जनसंख्या दिवस मनाना बहुत ही जरूरी है ताकि इससे अन्य लोगों को जागरूक किया जा सके।
विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या वाले देशों के नाम (List of Most Populated Country)
विश्व की जनसंख्या निरंतर बढ़ रही हैं 2020 में विश्व की जनसंख्या 775 करोड़ है जिसमें चाइना की पहले नंबर पर व भारत की जनंसंख्या दूसरे नंबर पर है। विश्व की 40 प्रतिशत जनंसख्या इन्हीं देशों में निवास करती है। (See Full List)
देश – Top 10 Countries | 2020 |
---|---|
चाइना (China) | 143,9,323,776 (143.9 करोड़) |
इंडिया (India) | 138,0,004,385 (138 करोड़) |
यूनाईडेट स्टेट (USA) | 33,1002,651 (33 करोड़) |
इंडोनेशिया (Indonesia) | 27,3,523,615 (27.3 करोड़) |
पाकिस्तान (Pakistan) | 22,0,892,340 (22 करोड़) |
ब्राजील (Brazil) | 21,2559,417 (21 करोड़ ) |
नाईजीरिया (Nigeria) | 20,6139,589 (20 करोड़ ) |
बांग्लादेश(Bangladesh) | 16,4,689,383 (16.4 करोड़) |
रशिया (Russia) | 14,5,934,462 (14.5 करोड़) |
मेक्सिको (Mexico) | 12,8,932,753 (12.8 करोड़) |
जापान (Japan) | 12,6,476,461 (12.6 करोड़) |
जनसंख्या वृद्धि के कारण
जनसंख्या में वृद्धि होना किसी भी देश के लिए सही नहीं है। और इस समय भारत एवं चीन की जनसंख्या पूरे विश्व भर में सबसे अधिक है। जनसंख्या वृद्धि का सबसे प्रमुख कारण जन्म दर एवं मृत्यु दर में अनियमितता है। इस समय भारत देश में और विश्व भर में मृत्यु दर की अपेक्षा जन्म दर अधिक है जिसके कारण जनसंख्या वृद्धि हो रही है।
जन्म दर अधिक होने का भी प्रमुख कारण, बाल विवाह, पुत्र की इच्छा में अधिक बच्चे पैदा करना, अशिक्षा इत्यादि है। यदि विश्व के लोग ज्यादा से ज्यादा शिक्षित होंगे तो वह जनसंख्या वृद्धि के कारणों को समझ पाएंगे और जन्म दर भी कम होगा।
जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण के उपाय
पूरे विश्व भर में जेंट्स विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का यही उद्देश्य है कि जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण पाया जा सके।जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण पाने के कुछ उपाय हैं जो हम आपको बताने जा रहे हैं –
महिलाओं को शिक्षित करके जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण पाया जा सकता है क्योंकि यदि महिलाएं शिक्षित होंगी तो उन्हें जानकारी होगी की कितने बच्चे कितने समय पर होने चाहिए।
यदि सभी परिवार केवल 2 बच्चे पैदा करें तो इससे भी जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इसके लिए एक कहावत भी है कि “दो बच्चे मीठी खीर उससे ज्यादा बवासीर”।
ग्रामीण क्षेत्रों में परिवार नियोजन व जनसंख्या के दुष्प्रभावों के प्रति जागरुकता पैदा करना –
आज भी कई देश और गांव ऐसे हैं जहां पर बाल विवाह का प्रचलन है यदि बाल विवाह को खत्म कर दिया जाए तो भी जनसंख्या वृद्धि कम हो सकती है। बाल विवाह के कारण महिलाओं में 14 वर्ष की उम्र से 40 वर्ष तक की उम्र तक बच्चे पैदा करने की क्षमता उत्पन्न हो जाती है जिससे जनसंख्या वृद्धि होती है।
जनसंख्या नियंत्रण दिवस पर अनमोल वचन
- जिस राष्ट्र की जनसंख्या नियंत्रित होती है उसके विकास की गति उतनी ही तीव्र होती है।
- परिवार जितना छोटा होता है उसकी खुशियां उतनी ही बड़ी होती हैं और उसका हर एक सदस्य इस खुशी का भरपूर आनंद ले सकता है।
- बढ़ती हुई आबादी देश के विकास में बाधा उत्पन्न करती है और सीमित आबादी देश के विकास को नई गति।
कम बच्चे, छोटा परिवार। खुशहाली का यही आधार।। दो बच्चों पर सीमित हो जाय। अच्छे जीवन का यही उपाय।।
जनसंख्या नियंत्रण दिवस पर कविता
खुद भी संभल जाओ, औरों को भी संभालो। देश को मुसीबत में पडने से बचा लो।। परिवार नियोजन के उपाय अपना लो। कम बच्चे पालो पर अच्छे से पालो।। कम होंगे बच्चे तो परिवार भी संभालोगे। अच्छी परवरिश दे अच्छे से पढ़ालोगे।। ज्यादा हुए तो कैसे जिम्मा उठाओगे। पत्नी और बच्चों को कैसे खिलाओगे।। परिवार के बोझ तले खुद भी दब जाओगे। अभी समझ जाओ न तो बहुत पछताओगे।। नासमझी छोड़ो और समझो हकीकत। बढ़ती आबादी बडी है मुसीबत।। देश की आबादी अगर ऐसे ही बढ़ती जाएगी। तो वह दिन भी नहीं दूर जब भुखमरी आ जाएगी इसलिए संभल जाओ औरों को भी संभालो। परिवार नियोजन के उपाय अपना लो।। अपने ही देश को मुसीबत में ना डालो। भुखमरी से देश को तड़पने से बचा लो।। बच्चों को शिक्षा दो आगे बढ़ाओ। देश के विकास में हाथ तो बढ़ाओ।। 11 जुलाई को जनसंख्या नियंत्रण दिवस मनाओ जो अशिक्षित हैं उनके घर जाकर उन्हें समझाओ खुद भी संभल जाओ औरों को भी संभालो। परिवार नियोजन के उपाय अपना लो।। -सौरभ शुक्ला
विश्व जनसंख्या दिवस की थीम 2023 (World Population day Theme 2023 hindi)
हर साल विश्व जनसंख्या दिवस के लिए अलग-अलग थीम रखी जाती है जैसे 2021 का थीम था, “कोविड-19 महामारी का प्रजनन क्षमता पर प्रभाव”।
2022 की थीम – ‘8 बिलियन की दुनियां’ रखी गई है। इस समय दुनियां 8 अरब का आकड़ा पार करने ही वाली है।
भावी भविष्य को देखते हुये, सभी मानव जाति के लिये समान अधिकारों को सुनिश्चत करने को लेकर है। इस समय दुनियां के विभिन्न प्रकार के समाज व जाति के लगभग 8 अरब लोग इस धरती पर निवास करते है। सभी को समान अधिकार दिलाना एक चुनौति ही है। बहुत से लोगों को जातिय, धर्म, विकलांगता, लैगिंग असमानता, मानवता का हनन एक आम बात बन गई है। जनसंख्या दिवस पर विश्व स्तर पर इसके प्रति जागरुकता फैलाना है, सीमित व नियत्रित जनसंख्या के उद्देश्य को प्राप्त करना अति आवश्यक हो गया है।
सयुक्त राष्ट्र परिषद द्वारा प्रत्येक वर्ष एक जनसंख्या दिवस पर एक थीम निर्धारित करती है। इस वर्ष विश्व जनसंख्या दिवस की थीम 2023: बालिकाओं तथा महिलाओं के स्वास्थ्य तथा अधिकारों की रक्षा करना है। इसके तहत सयुक्त राष्ट्र परिषद कोविड-19 को रोकने के लिये प्रयासरत है।
2021 | कोविड 19 में प्रजनन क्षमता पर महामारी का प्रभाव |
2020 | कोविड 19 की रोकथामः महिलाओं के अधिकारों और स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधी मुद्दे |
2019 | परिवार नियोजन (Family Planning) – लोगों का सशक्तिकरण और विकासशील देश (Empowering people, Developing Nations) |
2018 | परिवार नियोजन मानवाधिकार है (Family Planning is a Human Right) |
2017 | नागरिकों का सशक्तिकरण, विकासशील देश (Family Planning Empowering People, Developing Nations) |
विश्व जनसंख्या दिवस कैसे मनाया जाता है?
यह दिवस पूरी विश्व भर में विभिन्न देशों में जनसंख्या वृद्धि पर सेमिनार और सार्वजनिक चर्चाओं का आयोजन करके मनाया जाता है। स्कूलों और कॉलेजों में जनसंख्या वृद्धि पर कार्यशाला ओं का आयोजन किया जाता है साथ ही कॉलेजों के विद्यार्थियों द्वारा विश्व जनसंख्या दिवस पर रैली भी निकाली जाती है। इस रैली में नारे लगाए जाते हैं और बैनर भी बांटे जाते हैं। आजकल कई लोग विश्व जनसंख्या दिवस सोशल मीडिया पर कई तरह के पोस्ट करके भी मनाते हैं।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने आपको बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस कब मनाया जाता है?, कैसे मनाया जाता है? साथ ही हमने जनसंख्या वृद्धि के बारे में भी जानकारी दी। आशा है कि आप को इस लेख के द्वारा जनसंख्या दिवस के बारे में सभी तरह की जानकारियां मिल पाई होंगी। यदि आपको आज का यह लेख पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करें।
FAQ/ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
2023 में विश्व जनसंख्या दिवस कब है?
2023 में भी 11 जुलाई को ही जनसंख्या दिवस मनाया जाएगा।
विश्व जनसंख्या दिवस 2022 की थीम क्या है?
2022 की थीम – ‘8 बिलियन की दुनियां’
विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत कब की गई थी?
विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत 11 जुलाई 1990 से की गई थी।
विश्व की जनसंख्या 5 अरब कब हुई?
11 जुलाई सन 1987 को विश्व की जनसंख्या 5 अरब हुई थी।
विश्व जनसंख्या दिवस 2023 की थीम क्या है?
महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना तथा बालिकाओं के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना।
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