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मेटावर्स क्या होता है यह कैसे काम करेगा? | Metaverse Kya Hai in Hindi

आइये जाने मेटावर्स क्या होता है यह कैसे काम करेगा? (3D Virtual World Metaverse Kya Hai in Hindi, All information about Metaverse Technology, Benefit, Side Effects hindi )

Metaverse एक Online 3D Virtual Space का Concept है। यानी कि Metaverse एक 3D Virtual World का Social Connection है। यह एक तरीके से नकली दुनिया की तरह काम करता है। जिसमें एक पूरा का पूरा नकली वातावरण 3D Virtual Model तैयार किया जाता है, जो दिखने में असली वातावरण की तुलना में एक जैसा ही लगता है। इसे हम Virtual World की तरह भी समझ सकते हैं।

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इस Virtual World को बनाने के लिए एक Augmented Reality की आवश्यकता होती है, जो कि Virtual World के साथ में मिलकर के बनाई जाती है। यानी कि यह मूल रूप से Virtual और Augmented Reality का एक Implementation होता है।

Metaverse और अच्छे से समझने के लिए हम इसके शब्दावली का उपयोग कर सकते हैं। Metaverse दो मुख्य शब्दों से मिलकर बना होता है। Meta और Universe। Metaverse शब्दावली का पहली बार इस्तेमाल सन 1992 में एक काल्पनिक कथा में किया गया था, जिसका नाम Snow Crash था। उस कहानी में एक नकली दुनिया के बारे में बताया गया था, जिसे आज के समय हम Virtual Reality के तौर पर समझ सकते हैं। और Internet का इस्तेमाल 3D Virtual Worlds को जोड़ने में किया जा रहा है। जिसकी सहायता से Metaverse बनाया जाता है।

यह जरूरी नहीं कि Metaverse केवल और केवल Virtual Reality से ही बना हो, कई बार Metaverse बनाने के लिए Physical और Virtual Worlds का इस्तेमाल किया जाता है। Virtual Worlds बनाने के लिए या फिर Metaverse बनाने के लिए एक Advance Virtual Reality Technology की आवश्यकता होती है।

मेटावर्स क्या होता है | Metaverse-Kya-Hai-in-Hindi

मेटावर्स क्या होता है इसकी शुरुआत कैसे हुई?

सबसे पहले 1992 में एक उपन्यास या काल्पनिक कथा को रिलीज किया गया था जिसका नाम Snow Crash था। इस उपन्यास में एक ऐसी दुनिया की संकल्पना करी गई जो कि असली ना होकर के नकली थी। यानी कि वह दुनिया असली दुनिया के जैसे ही थी, लेकिन असली दुनिया नहीं थी, जिसे हम आज के समय के Virtual World की तौर पर समझ सकते हैं। Metaverse को यदि हम दो भागों में बांटे तो यह Meta और Universe में विभाजित होता है। यानी कि एक ऐसा यूनिवर्स जो कि असली यूनिवर्स जैसा ही लेकिन फिर भी वह असली न हो।

Snow Crash में जो 3D Virtual Reality Space था वह Personal Terminal के द्वारा Access किया जा सकता था, जिसे Virtual Reality Goggles की सहायता देखना संभव था। इसका एक नमूना हम मैट्रिक्स फिल्म में भी देख सकते हैं, जिसे Virtual Reality Data Space के नाम से जाना जाता है।

Snow Crash में एक ऐसी दुनिया की संकल्पना कर गई जिसमें असली दुनिया की तरह गलियां हो, पेड़ पौधे, झरने हों, तथा इंसान हों, जानवर हों, आकाश, तारे, सितारे, जहाज, गाड़ियां, मोटरसाइकिल, कार, और इसी के साथ में सभी लोगों का एक अपने आप में जीवन भी हों, यानी कि एक पूर्ण नकली दुनिया के तौर पर इस की संकल्पना करी गई है।

Metaverse कैसे काम करेगा?

Metaverse विभिन्न प्रकार के तरीकों से काम करेगा, यानी कि Metaverse में काफी सारी काम किए जा सकेंगे। एक नकली दुनिया की संकल्पना जिसमें सबकुछ असली दुनिया जैसा हो, तो इसका access लोग घर बैठे भी कर सकेंगे। इसके लिए लोगों को घर से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी।

जिस प्रकार आज के समय हम एक वीडियो देखने के लिए मोबाइल या अन्य Video Player का इस्तेमाल करते हैं, इसी प्रकार से Metaverse को इस्तेमाल करने के लिए लोगों के एक Virtual Reality Application की आवश्यकता होगी, जिसकी मदद से वे किसी consert में शामिल हो सकेंगे। किसी Video Game का हिस्सा बन सकेंगे, या फिर Metaverse में लोग जमीन भी खरीद सकेंगे।

इसके बाद में Cryptocurrency की सहायता से उन जमीनों का लेनदेन किया जा सकेगा।

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Cryptocurrency का योगदान भी Metaverse की दुनिया में बहुत अहम रहेगा, क्योंकि जिस प्रकार Cryptocurrency एक blockchain की सहायता से अपने आप को Secure करती है उसी प्रकार से Cryptocurrency भी इस Metaverse में अपने आप को फिट रहेगा।

Metaverse में Cryptocurrency का इस्तेमाल कैसे होगा?

जिस प्रकार से हमने यह जाना कि बेटा बस एक 3D Virtual World का combination होता है उसी प्रकार इस 3D Virtual World में Financial requirements को पूरा करने के लिए Cryptocurrency का इस्तेमाल किया जाएगा।

भविष्य में लोगों को लोगों को Virtual Items खरीदने के लिए एक Virtual Currency की आवश्यकता होगी, जिसकी जरूरत Cryptocurrency के द्वारा पूरी करी जाएगी।

किसी भी प्रकार के Virtual लेनदेन के लिए निम्नलिखित प्रकार की Trading Value का इस्तेमाल किया जाएगा जैसे कि-

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  • Digital Proof of Ownership
  • Digital Collectability
  • Transfer of Value
  • Governance
  • Accessibility
  • Interoperability

मेटावर्सस से भविष्य की दुनियां कैसी होगी?

मेटावर्सस एस ऐसी डिजीटल दुनियां होगी जहां हम सभी वर्चुअल रुप में मौजूद हो सकेंगे। जैसे आजकल हम फेसबुक, यूट्यूब पर लाइव आ सकते हैं उसी तरह कुछ सालों तक इस तरह की टेक्नॉलाजी लाई जाएगी जिसके जरिये एक वर्चुअल प्लेटफार्म बनाया जाएगा उस पर हम सभी डिजीटल रुप में प्रवेश कर सकेंगे।

इसके लिये हमें खुद का अवतार होगा जो बिलकुल हमारे जैसा होगा। इस तरह अवतार से वर्चुअली मिल सकेंगे। जैसे हम फिजीकली मिलते हैं।

हालाकि इस प्रकार की दुनियां या यूनिवर्स बनने में अभी कुछ समय लगेगा, इसके लिये कम्पनियां काम कर रहीं है। यह सब अभी कोरी कल्पना ही लग रहा है लेकिन धीरे-धीरे जैसे-जैसे इस टेक्नॉलॉजी का विकास होता जाएगा और दुनियां एकदम अलग हो जाएगी और टेक्नॉलाजी पूरी तरह नये रुप में पेश होगी।

कौन-कौन सी कंपनियां मेटावर्स पर काम कर रही है?

Metaverse एक Virtual Worlds का Combination है और इस Virtual World का Real World पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ने वाला है। और इस प्रभाव से अपना फायदा करने के लिए बहुत सारी कंपनियों Metaverse पर काम कर रही है।

इनमें से Top 10 Metaverse Developing Companies का नाम कुछ इस प्रकार है-

  1. Hyperlink Infosystem
  2. Tata Conultancy Service
  3. Facebook
  4. Tech Mahindra
  5. Infosys
  6. Accenture
  7. Zensar Technologies
  8. HCl Technologies
  9. Apple
  10. Microsoft

यह सारी कंपनियां Metaverse पर काम कर रही है।

मेटावर्स के फायदे/नुकसान

जब कभी कोई नई टेक्नॉलाजी आती है तो उसमें फायदों के साथ-साथ बहुत कुछ ऐसा भी होता है जो काफी नुकसानदेह और हानिकारक भी हो सकता हैं। इसके कुछ निम्न दुष्प्रभाव हो सकते हैं जो हम पहले ही अनुमान लगा सकते हैं।

मेटावर्स के फायदे

  1. इस मेटावर्स से हम अपने घरवालों, रिश्तेदारों एवं दोस्तों से वर्चअली मिल सकेंगे। और दूर होते हुये भी एक दूसरे से मिल सकेंगे जैस कि वह आपके सामने ही हैं। यह कुछ-कुछ 3डी फिल्म एवं 3डी गेम की तरह लगेगा।
  2. मेटावर्स के जरिये बड़े-बड़े सेमिनार, मिटिंग्स, इवेंट, शादी, पार्टी सभी वर्चुअली अरेंज हो सकेगा और सभी दूर होते हुये भी वहां वचुअली मौजूद हो सकेंगे।
  3. इस टेक्नॉलाजी की सहायता सेहम सभी खरीदारी करने के लिये वर्चुअली प्लेटफार्म के जरिये वहां मौजूद होते हुये शॉपिंग भी कर सकेंगे।
  4. यह टेक्नॉलाजी दुनियां में जीने के मायने और तरीके पूरी तरह से बदल देगी, जहां कोई भी दूर नहीं होगा, पलक झपकते ही वर्चुअली मौजूद हो सकेंगे।

मेटावर्स के नुकसान

  1. अभी लोग सोशल मीड़िया, यूट्यूब के एडिक्ट हो रहे है। भविष्य में इस प्रकार की टेक्नॉलाजी से लोग एक दूसरे से मिलने के बजाए फिजूल में वर्चुअली भी आ सकते हैं लोगों की प्राइवेसी नहीं रहेगी। लोग काम करने में आलसी हो जाएंगे। हर समय वर्चुअली आएगें और छोटे से छोटे काम के लिये इसका यूज करेंगे और धीरे-धीरे इसका एडिक्शन भी हो जाएंगे।
  2. 2. मेटावर्स के लिये लोगों को डिजीटल डिवाइस (चश्मा) आंखों पर पहननी होगी जिससे आंखों पर स्ट्रेस, सरदर्द जैसी बीमारियां घर कर लेगी इससे मनुष्य मानसिक रूप से कमजोर भी हो सकता हैं।
  3. मेटावर्स के लिये हाईस्पीड़ डॉटा टेक्नॉलाजी 5जी और 6जी, 7जी आ जाएगा जिससे व्यक्ति के शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ने का खतरा बढ़ सकता हैं लोग फिजीकल एक्विीटी के बजाए सभी काम वर्चुअली करना पसंद करेंगे जिससे शारीरिक दुष्प्रभाव बहुत ज्यादा होने का अनुमान हैं।
  4. मेटावर्स टेक्नॉलाजी लोगों को एक दूसरे के करीब तो लाएगी लेकिन वह केवल डिजीटल दुनियां में वर्चुअली, जिससे लोगों की निजी और वास्तविक जिदंगी में दूरियां बढ़ सकती हैं। इससे जो लोग फिजकली आ सकते है वोे भी वर्चुअली एक दूसरे से मिलने लगेंगे।

यह सारी संकल्पनाएं है हो सकता है कुछ और ही अलग प्रभाव हो इसकी पुष्टि तो इस तरह की टेक्नॉलाजी के वास्तविकता में आने पर ही पता लगेगा।

मेटावर्स के अद्भुत तथ्य (Facts about Metaverse)

  • ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि 2024 में Metaverse के मार्केट की साइज 800 बिलियन डॉलर से ज्यादा हो जाएगी।
  • 2020 में Metaverse की मार्केट साइज 46 बिलीयन डॉलर थी।
  • Metaverse के बारे में सबसे पहली बार Snow Crash नामक काल्पनिक उपन्यास में बताया गया।
  • यह एक ऐसा Universe है जो कि असली नहीं है लेकिन असली Universe की मदद से बना है।
  • नेटवर्क विकसित करने के लिए Virtual Reality Accessibility Software इस्तेमाल करना होगा।
  • Metaverse का शाब्दिक अर्थ Beyond the Universe होता है।
  • Facebook ने अभी तक $10B से ज्यादा Metaverse Reality Lab Segment पर Invest कर दिया है।

निष्कर्ष

तो आज के लेख में हमने जाना कि मेटावर्स क्या होता है यह कैसे काम करेगा के बारे में और हमने पता किया कि What is Metaverse, How Metaverse Works, Cryptocurrency में Metaverse का क्या योगदान होगा, इसी के साथ हमने यह भी जाना कि Metaverse की शुरुआत कैसे हुई।

हम आशा करते है कि हम आपको Metaverse के बारे में सबसे अधिक और सटीक जानकारी देने में सफल हुए होंगे।

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FAQ

प्रश्न- फेसबुक ने अपना नया नाम क्या रखा है?

उत्तर- फेसबुक ने 28 अक्टूबर 2021 को अपना नया नाम मेटा(META) रखा है।

प्रश्न- Metaverse नाम कहां से लिया गया है?

उत्तर- मेटावर्स का नाम Snow Crash उपन्यास से लिया गया है।

प्रश्न- क्या हम मेटावर्स से 3D Virtual मिटिंग कर सकेंगे?

उत्तर- मेटावर्स टेक्नोलॉजी की मदद से भविष्य में दूर रहते हुये भी वर्चुअल मिटिंग कर सकेंगे जो एकदम वास्तविक दुनियां जैसी होगी।

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