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National Voters Day in hindi: राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी के ही दिन क्यों मनाया जाता है, जानिए क्या है इस दिन का इतिहास व महत्व

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Rashtriya Matdata Diwas 25 जनवरी: भारत में हर साल भारत सरकार के द्वारा कुछ महत्वपूर्ण दिनों को चिन्हित करने के लिए उस दिन को त्यौहार की तरह मनाया जाता है। 25 जनवरी जिसे हर साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। भारत एक लोकतांत्रिक और संवैधानिक देश है। यहां पर हर एक नागरिकों को मतदान करने का अधिकार दिया गया है और किसी भी लोकतांत्रिक देश की सबसे बड़ी नींव वहां के नागरिकों को दिए गए मतदान का अधिकारी होता है।

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भारत में नागरिकों को दिए गए इस अधिकार से वे अपनी कीमती वोट से किसी भी पार्टी को 5 साल के लिए सत्ता में ला सकते हैं। इस तरह लोकतांत्रिक देश भारत में असल शक्ति देश के नागरिकों में ही है। 25 जनवरी 2024 को नई थीम के साथ National Voters Day मनाया जाएगा। आखिर यह मतदाता दिवस क्यों मनाया जाता है? क्या है इसका इतिहास? जानेंगे आज के इस लेख में।

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Voters Day Kyu Manate Hai: राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब मनाया जाता है?

राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है। इस साल 2024 को 14वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाएगा। सबसे पहले मतदाता दिवस वर्ष 2011 में तात्कालिन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी पाटिल के द्वारा मनाया गया था और उसी साल से राष्ट्रीय मतदाता दिवस को मनाने की शुरुआत भी हुई।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस का संक्षिप्त विवरण (National Voters Day in hindi)

राष्ट्रीय मतदाता दिवस क्यों मनाया जाता है?निष्पक्षता के साथ वोट देने के लिये लोगों को जागरुकता करना
राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब मनाया जाता है?25 जनवरी
राष्ट्रीय चुनाव आयोग का गठन25 जनवरी 1950
पहली बार कब शुरु हुआ?वर्ष 2011
इस साल 202414वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस

25 जनवरी को ही क्यों मनाते हैं मतदाता दिवस? (Why Voters Day is celebrated on 25th January )

25 जनवरी को मतदाता दिवस मनाने का कारण है कि 25 जनवरी 1950 को भारतीय चुनाव आयोग का गठन हुआ था। भारत आजाद होने के बाद भारत को एक लोकतांत्रिक देश के रूप में स्थापित करने के लिए हर एक नागरिकों को अपने पसंद से सरकार चुनने का अधिकार देश के संविधान में दिया गया।

नागरिकों के लिए मतदान की व्यवस्था करना, वे स्वतंत्रता पूर्वक और निष्पक्षता के साथ अपने मनपसंद नेता को वोट दे सके इन तमाम चीजों की देखभाल के लिए भारत सरकार के द्वारा एक आयोग का गठन किया गया जिसका नाम था “राष्ट्रीय चुनाव आयोग”।

25 जनवरी 1950 को भारतीय चुनाव आयोग के गठन होने के बाद इस आयोग ने प्रभावी ढंग से काम करना शुरू किया और फिर पहला चुनाव 25 अक्टूबर 1951 से 25 फरवरी 1952 तक आयोजित किया।

चुनाव आयोग का गठन होने के बाद 25 जनवरी 2011 को चुनाव आयोग का 61वां स्थापना वर्ष मनाया गया। उस समय के तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। यह दिन उन तमाम मतदाताओं को समर्पित है जो अपने कर्तव्य को निभाते हुए निष्पक्षता के साथ वोट देते हैं और देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

भारत के संविधान में हर एक नागरिकों के लिए मतदान की आयु 21 वर्ष निर्धारित की गई थी। लेकिन भारत के संविधान के 61वें संशोधन संशोधन में 1988 को मतदान की आयु 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष कर दी गई। तब से लेकर अब तक 18 वर्ष की आयु से किसी भी भारतीय नागरिक को मतदान देने का अधिकार है।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2024 थीम (Voters day 2024 themes)

हर साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस के दिन रचनात्मक थीम तैयार की जाती है। हर साल की थीम अलग-अलग होती है। नए-नए थीम के साथ राष्ट्रीय मतदाता दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस साल 2024 को राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम अब तक जारी नहीं की गई है। जैसे ही इस थीम को प्रकाशित किया जाएगा इस पोस्ट पर अपडेट कर दिया जाएगा।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने का उद्देश्य (purpose of celebrating voters day)

एक लोकतांत्रिक देश में सरकार बनाने के लिए नागरिकों का मत बहुत ही मायने रखता है। नागरिक अपने मत देने के अधिकार से देश के लिए सरकार बना सकती है। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान बनने के बाद संविधान में भारतीय नागरिकों के लिए बहुत से अधिकार शामिल किए गए । अधिकार के साथ ही उनके लिए कुछ कर्तव्य भी निर्धारित किए गए और एक अच्छे और सच्चे नागरिक के लिए भारतीय संविधान में दिए गए सभी कर्तव्यों का सही से पालन करना अनिवार्य होता है।  

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ऐसे में बहुत ही जरूरी है कि देश के नागरिक एक सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार को मत देकर अपने कर्तव्य का पालन करें। देश के लिए सरकार बनाने में हर एक नागरिको का वोट मायने रखता है‌ इसीलिए हर एक नागरिकों का वोट बहुत ही कीमती माना गया है।

 लेकिन बहुत दुख की बात है कि भारत में लोगों का मतदान को लेकर रुझान कम हो रहा है। अभी भी देश की कई महिलाएं और कई वर्ग के लोग मतदान के अधिकार का उपयोग नहीं करते हैं। ऐसे में देश नागरिकों में मतदान प्रक्रिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनके मतदान के अधिकार को उपयोग करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित और प्रेरित करने के उद्देश्य से ही हर साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है।

कैसे मनाया जाता है मतदाता दिवस (How voters day is celebrated?)

हर साल 25 जनवरी को मतदाता दिवस के लिए मतदान के पात्र लोगों की पहचान की जाती हैं। जिनकी आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होती है ऐसे युवाओं का नाम मतदाता सूची में शामिल किया जाता है और फिर निर्वाचक फोटो पहचान पत्र बनाया जाता है और मतदाताओं से शपथ भी दिलाई जाती है कि वे भारत में आयोजित किसी भी चुनाव में अपने मत का प्रयोग करेंगे और देश के विकास में अपना अहम योगदान निभाएंगे।

इस तरह हर साल मतदाता दिवस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के महत्व को रेखांकित करता है। यह इस बात पर जोर देता है कि देश में हर एक मतदाताओं का वोट बहुत ही मायने रखता है। मतदान के प्रति लोगों को प्रोत्साहित करके हमारे राष्ट्र के लोकतांत्रिक ढांचे को आकार देने में मतदाता दिवस मदद करता ह।

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निष्कर्ष

आज के इस लेख में आपने मतदाता दिवस कब और क्यों मनाया जाता है उसके बारे में जाना। मतदाता दिवस हमारे देश के लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूत करने में मदद करता है। क्योंकि यह लोगों को उनके मतदान के प्रति प्रोत्साहित करता है। इसीलिए इस लेख को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें ताकि हर कोई अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग करते हुए एक सच्चे नागरिक का कर्तव्य निभाएं।

आइये इन्हे भी जाने-

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FAQ

भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस पहली बार कब मनाया गया था?

पहली बार राष्ट्रीय मतदाता दिवस वर्ष 2011 में मनाया गया था।

मतदाता दिवस मनाने की घोषणा किसने की थी?

राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने की घोषणा 25 जनवरी 2011 को राष्ट्रीय चुनाव आयोग के 61वें स्थापना वर्ष पर तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा सिंह पाटिल ने किया था।

भारत में मतदान की न्यूनतम आयु क्या है?

भारतीय संविधान में पहली बार भारत में मतदान की न्यूनतम आयु 21 वर्ष निर्धारित की गई थी जिसे 1988 में भारत के 61वें संविधान संशोधन के दौरान घटकर 18 वर्ष कर दिया गया।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब मनाया जाता है?

राष्ट्रीय मतदाता दिवस प्रतिवर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है।

राष्ट्रीय चुनाव आयोग का गठन कब हुआ?

25 जनवरी 1950

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