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विश्व पृथ्वी दिवस पर भाषण व निबंध हिंदी में । Speech & Essay on Earth Day in hindi

विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध व भाषण कैसें लिखें, अर्थ डे का इतिहास और महत्व, पृथ्वी दिवस थीम 2023 (Speech & Essay on Earth Day in hindi, Speech on Earth day in hindi, Earth Day Essay in hindi, Global Warming Effects on Earth)

Earth Day Speech & Essay २०२३ : आज का यह निबंध पृथ्वी दिवस पर दिया गया है। इस में निबंध के साथ साथ भाषण भी शामिल है। इसमें आप जानेंगे की पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? पृथ्वी दिवस का इतिहास? पृथ्वी दिवस 2023 की थीम? पृथ्वी दिवस का महत्व? पृथ्वी दिवस का ध्वज? आप सभी को पृथ्वी दिवस के बारे में और भी रोचक तथ्य जानने को मिलेंगे। तो आइये दोस्तों पढ़ते है इस निबंध और भाषण को। 

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पृथ्वी दिवस एक वार्षिक पर्व है जिसका आयोजन हम हर साल विश्व भर में पर्यावरण संरक्षण के लिए करते हैं। विश्व भर में पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति ग्लोबल वार्मिंग के दुष्प्रभावों के बारे में लोगो में जागरूकता फैलाना है। यह हर वर्ष 22 अप्रैल को मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस की स्थापना सन् 1970 में अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने पर्यावरण शिक्षा के रूप में की थी। पृथ्वी दिवस को अब 192 से भी अधिक देशो में हर वर्ष मनाया जाता है।

पृथ्वी दिवस का संक्षिप्त विवरण (Speech & Essay on Earth Day in hindi)

पृथ्वी दिवस दिवस क्यों मनाया जाता है?ग्लोबल वार्मिंग दुष्प्रभावों को रोकना, पर्यावरण को सुरक्षित करना
पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है?22 अप्रैल
पहली बार कब शुरु हुआ?नेल्सन मंडेला ने 22 अप्रैल 1970
किसने इसकी शुरुआत कीअमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन
कहां- कहां मनाया जाता है।भारत सहित पूरे विश्व में
पृथ्वी दिवस की थीम 2023हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें

पृथ्वी दिवस पर भाषण व निबंध (Speech & Essay on Earth Day in hindi)

पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

पृथ्वी दिवस को अब इंटरनेशनल दिवस के रूप में मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस को अब हर वर्ष 22 अप्रैल को मनाया जाता है पृथ्वी दिवस मानाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि मनुष्य अपने जीवन में पर्यावरण का महत्व समझ सकें। पृथ्वी हम सभी के लिए कितनी ज़रूरी है। पृथ्वी को स्वच्छ बनाये रखना, प्रदूषण कम करना इत्यादि। इस दिन पृथ्वी को बचाने तथा स्वच्छ रखने का संकल्प (RESOLUTION) लिया जाता है।

यह दिवस सभी स्कूल तथा कॉलेज में मनाया जाता है जिससे सभी बच्चों को पृथ्वी को बचाये रखने का महत्व समझ आ सके। इस दिन कई कार्यक्रम भी किये जाते है जैसे – भाषण देना, नाटक के द्वारा लोगो में जागरूकता फैलाना, पृथ्वी बचाओं से सम्बंधित गीत, स्लोगन , पोस्टर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है है। जैसे जैसे पर्यावरण में परिवर्तन के दुष्परिणाम सामने आते जा रहे है, तो इसके महत्व पर ज़्यादा ध्यान दिया जाने लगा है। यह एक दिन है जहा करोडो लोग मिल कर पर्यावरण की चुनौतियां जैसे -ग्लोबल वार्मिंग , प्रदूषण और जैव विविधता संरक्षण के लिए प्रयास करने लम्हे और जागरूक हो और तेज़ी लाए।

पृथ्वी से हमे कई प्रकार के प्राकृतिक संसाधन प्राप्त है। प्राकृतिक संसाधन प्रकृति से प्राप्त होते है तथा उनका उत्पादन सीमित होता है। परन्तु मनुष्य इन संसाधनों का तेज़ी से दोहन कर रहे हैं, यह संसाधन ख़तम होने की कागार पर हैं और इसी के कारण केवल मनुष्य जीवन नहीं बल्कि पूरी पृथ्वी के जीवों विनाश हो सकता है। पृथ्वी पर हर दिन प्रदूषण की मात्रा में निरंतर वृद्धि हो रही है इससे तापमान में भी बदलाव आ रहे हैं जिसके कारण ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है , बड़े-बड़े ग्लेशियर पिघल रहे हैं।

आईपीसीसी के रिर्पोर्ट के मुताबिक 19वीं सदी तक समुंद्र का 20 प्रतिशत जलस्तर बढ़ चुका है पर्यावरण शोधकर्ताओं के अनुसार 2100 तक पृथ्वी के छोटे बड़े द्वीप समूह लक्षद्वीप पूरी तरह डूब जाएंगे।। यदि मनुष्य ने समय रहते इसे न रोका तो पृथ्वी का एक बड़़ा हिस्सा जल मग्न हो जाएगा।

पृथ्वी दिवस पर भाषण व निबंध Speech-&-Essay-on-Earth-Day-in-hindi

पृथ्वी दिवस का इतिहास? (Earth Day History in hindi)

पृथ्वी दिवस (WORLD EARTH DAY) सबसे पहले 1970 में मनाया गया था। अमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन ने सबसे पहले अर्थ डे की शुरुआत शिक्षा के रूप में की थी। इस दिवस की घोषणा से 1 वर्ष पहले 1969 में सांता बारबरा कैलफोर्निआ में तेल का रिसाव हुआ था। इस कारण उस समय बहुत नुकसान हुआ था। इस घटना को देखकर नेल्सन ने एक कार्यक्रम किया था।

यह कार्यक्रम पर्यावरण की समस्या को सुलझाने के लिए और लोगो में पर्यावरण की जागरूकता फ़ैलाने लिए किया गया था तथा नेल्सन मंडेला ने 22 अप्रैल 1970 को पहली बार यह दिवस मनाया। इस दिवस को मानाने का मुख्या कारण तेल रिसाव, विषैले पदार्थ, प्रदूषण फैलाने वाली फैक्टीरिया, जंगलों का कटाव तथा जीवों के विलुप्ती की समस्या थी। तथा अन्य पर्यावरण से सम्बंधित अन्य मुद्दों को भी लाया गया। 1970 से हर वर्ष पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस उत्तरी गोलार्द्ध में वसंत ऋतु और दक्षिणी गोलार्ध में शरद ऋतु में मनाया जाता है।

इन्हें भी जाने-
> विश्व ओज़ोन दिवस कब मनाया जाता है?
> पृथ्वी दिवस का महत्व व इतिहास क्या है?

पृथ्वी दिवस थीम? (Earth Day 2023 Theme)

इस वर्ष के विश्व पृथ्वी दिवस की थीम, “हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें”( RESTORE OUR EARTH ) ग्रह के सामने आने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर देती है। विषय मानता है कि पर्यावरण और प्राकृतिक दुनिया को होने वाली क्षति वनों की कटाई, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन जैसी मानवीय गतिविधियों का परिणाम है। विषय ग्रह के प्राकृतिक संतुलन को बहाल करने और आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की रक्षा के लिए कार्रवाई करने का आह्वान करता है।

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पृथ्वी दिवस का महत्व?

जिस धरती पर हम रह रहे है जो हमे जीवित रहने के प्राकृतिक संसाधन प्रदान कर रही है , उसी धरती को साफ़ – सुथरा और हरा – भरा रखना हमारा परम कर्त्तव्य है। यह प्रकृति हमे जीवित रहने के जो संसाधन देती है वे सब मुफ्त होते है जैसे – सूर्य , जल , वायु , हरयाली और भी बहुत सी चीज़े जो इस धरती ने हमे एक तोहफे के रूप में दी है। इस पृथ्वी पर हर वो वस्तु उपलब्ध है जिसकी हम सबको ज़रुरत है , कुछ वस्तुए ऐसी है जो मानव निर्मित है और बहुत से प्रकृति की देंन है , प्राकृतिक वस्तुए सीमित है। इन वस्तुओं का उपयोग हमे केवल अवश्यक कामो के लिए करना चाहिए।

यदि हम  अपने जीवन को स्वस्थ ,और खुशहाल चाहते है तो इसके लिए हम सभी को पृथ्वी और पर्यावरण के प्रति आम जनता में जागरूकता फैलानी होगी , परन्तु यह कुछ लोगो के जागरूक होने से नहीं होगा इसके लिए पूरी मानव जाती को सहयोग करना होगा ,बताए गए समाधानों पर कार्य करना होगा और इस धरती को हरा – भरा बनाने के लिए पेड़ – पौधे लगाने होंगे। यह सब कार्यो का लाभ भी हम सभी को मिलेगा। एक स्वस्थ जीवन , प्रदूषण मुक्त वातावरण , सांस लेने योग्य शुद्ध वायु और भी बोहत से लाभ है जो हमे इस धरती को स्वच्छ बनाने से मिलेंगे।

एक जागरूक नागरिक के रूप में हमे ऐसी वस्तुओ का उपयोग नहीं करना होगा जिससे इस पर्यावरण और हमारी पृथ्वी को नुक्सान हो जैसे – प्लास्टिक की चीज़ो का उपयोग न करना इत्यादि। 

पृथ्वी दिवस पर भाषण (SPEECH ON EARTH DAY IN HINDI )

नमस्ते दोस्तों , आज मई आप सभी के समक्ष पृथ्वी दिवस के उपलक्ष में एक भाषण प्रस्तुत करना चाहती/चाहता हूँ ,

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जैसा की आप सब जानते हैं आज 22 अप्रैल यानी की पृथ्वी दिवस है, आप सब जानते  है की जिस पृथ्वी पर हम रह रहे है उसे स्वच्छ रखना , प्रदूषण रहित रखना कितना ज़रूरी है। जैसे की अगर हम अपने आस पास  स्वछता नहीं रखेंगे तो हम बीमार हो सकते है जिसका नुक्सान केवल हम ही को होगा , ऐसे ही हमरी यह पृथ्वी है इसे भी साफ़ रखना , प्रदूषण रहित रखना आवश्यक है वर्ण इसके काफी बुरे प्रभाव हो सकते है जिससे केवल कुछ लोगो को ही नहीं अपितु पृथ्वी को तथा यहाँ रह  लोगो को नुक्सान पोहोंच सकता है। यदि हम बात करे प्राकृतिक संसाधनों की तो वह प्रकृति की देंन है और सीमित भी है ,जिनके समाप्त होने से इस पृथ्वी के कुछ महत्वपूर्ण कार्य रुक सकते है। मनुष्य प्राकृतिक संसाधनों को समाप्त कर रहा है, जिससे हमे ही नुकसान पहुंचेगा। आप सभी के मन में यह प्रश्न ज़रूर होगा की इस दिन को मानाने का उद्देश्य क्या है ?

इस दिन को मानाने का उद्देश्य लोगो को पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। पृथ्वी एक ऐसा ग्रह है जहां मनुष्य, पशु , पक्षी , प्राकृतिक वनस्पति और पेड़ – पौधो का जीवन संभव है। पृथ्वी पर जीने के लिए वायु, पानी  और भोजन की आवश्यकता होती है।  पृथ्वी से हमे हवा, पानी , पेड़-पौधे, नदियां और अनेक प्रकार के खनिज संपदा जैसे: सोना, कोयला, हीरा, लोहा, एल्युमीनियम, स्टील, पेट्रोल, डीज़ल आदि सम्मिलित है यह हमे ज़मीन या समुद्र तल से ही मिलते है।

धरती पर बढ़ते प्रदूषण की वजह से ओजोन की परत को भी नुक्सान हो रहा है जो हम मनुष्यो के लिए खतरनाक है। धरती की रक्षा के लिए हमे नए-नए और ज़्यादा से ज़्यादा पेड़-पौधे उगने चाहिए , जितना हो सके उतनी स्वछता बनाये रखनी है, बिजली, पानी की बचत करनी चाहिए, जंगलो को काटने व जलाना नहीं चाहिए, जनसँख्या वृद्धि पर रोक लगानी चाहिए।  ऐसा करने से वातावरण में ऑक्सीज़न की मात्रा बढ़ेगी और कार्बनडाईऑक्साइड की मात्रा कम होगी।  पेड़ लगाकर अपने  आस-पास वातावरण को स्वच्छ तथा सुन्दर बनाने के साथ पशु-पक्षी के आवास, पानी और भोजन भी प्रदान कर सकते है।  हम सभी नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोंतों (Recycled Energy Resources) को अपनाना चाहिए।  इस प्रकार पृथ्वी को संरक्षित किया जा सकता है।  केवल इसी के महत्व को समझने के लिए हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। हम आशा करे हैं की आप सभी ने इस दिन के महत्व को समझा होगा और पृथ्वी को बचाने के लिए बताए गए सभी समाधानों पर कार्य करेंगे और अपनी इस सुन्दर पृथ्वी को बचाए रखेंगे। 

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