इलेक्ट्रॉनिक मिट्टी क्या है? (What is Electronic Soil) : वैसे तो आजकल खेती करने के लिए एक से एक खाद मार्केट में उपलब्ध है। जिनका इस्तेमाल करके हम आसानी से अपनी खेती को काफी बढ़िया बना सकते हैं। लेकिन आजकल खेती करने की एक नई प्रक्रिया या यह कहे तो नई पद्धति का आविष्कार हो चुका है। जिसमें खेती करने के लिए मिट्टी की आवश्यकता होगी ही नहीं।
यानि अब बिना मिट्टी के भी खेती की जा सकती है। आपको शायद यकीन नहीं हो रहा होगा, लेकिन इस पद्धति का इस्तेमाल करके काफी किसान खेती कर रहे हैं और हर साल लाखों का मुनाफा भी कमा रहे हैं।
आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से इसी प्रकार की खेती करने का एक शानदार तरीका बताने वाले हैं, जिसका इस्तेमाल करके आपका खर्चा भी काफी ज्यादा कम होने वाला है और खेती पहले से डबल हो जाएगी। चलिए बिना किसी देरी के इस आर्टिकल के माध्यम से पूरी जानकारी विस्तार से जान लेते हैं।
विषय–सूची
Electronic Soil का इस्तेमाल करके खेती करने से हो जाओगे मालामाल
हाल ही में ही लिंकपिंग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के द्वारा Electronic Soil की खोज की गई है। इलेक्ट्रॉनिक मिट्टी के माध्यम से हमें खेती करने के लिए सामान्य मिट्टी की आवश्यकता ही नहीं होगी। बिना मिट्टी के खेती करने की प्रक्रिया को हाइड्रोपोनिक्स का नाम दिया गया है। हाइड्रोपोनिक्स पद्धति का इस्तेमाल बहुत किसान पहले ही कर रहे है ।
लेकिन बहुत लोगों को इस बारे में जानकारी ही नहीं है। इस पद्धति में बालू , मिनरल्स और पानी का इस्तेमाल करके खेती की जाती है। हाइड्रोपोनिक्स खेती पद्धति में मिनरल न्यूट्रिएंट सॉल्यूशन की मदद से खेती की जाती है और फसल उगाई जाती है।
इस पद्धति का इस्तेमाल करके आप भी खेती कर सकते हैं और इस खेती की खास बात यह है कि आपको ज्यादा खर्चा भी नहीं करना होगा और आपकी खेती भी बढ़िया होगी।
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15 दिन में ही फसल 50% तक बढ़ जाएगी
जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में एक शोध प्रकाशित किया गया है। इस शोध में इलेक्ट्रिक मिट्टी में उगाए गए पौधे की ग्रोथ के बारे में एनालिसिस किया गया है, देखा गया है कि 15 दिन में ही खेती का रिजल्ट 50% तक नजर आने लगा था।
पौधों की ग्रोथ 50% तक हो चुकी थी। जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज रिपोर्ट के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ग्लोबल वार्मिंग बढ़ाने के कारण खेती पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा है ।
देखा जाए तो आने वाले समय ऐसा भी आएगा जब हम खेती करने के लिए काफी ज्यादा परेशान होंगे । क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग के कारण खेती पर असर पड़ेगा । इसलिए वैज्ञानिकों के द्वारा ऐसी पद्धति की खोज की गई है,जिसमें आप आसानी से खेती करके अच्छे रिजल्ट पा सकते हैं और जिस पर ग्लोबल वार्मिंग का भी इफेक्ट नहीं पड़ेगा।
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कृषि के इस तरीके से कम खर्चे पर होगी खेती
हाल ही में ही यह भी जानकारी मिली है कि इस पद्धति से अगर खेती की जाएगी तो बहुत कम खर्चा होगा । बहुत किसान ऐसे होते हैं, जिन्हें खेती करने के लिए अपनी जमीन पर तरह-तरह के आयुर्वेदिक खाद और अन्य प्रकार की दवाइयां का इस्तेमाल करना पड़ता है l
क्योंकि मिट्टी में इतनी ज्यादा क्षमता नहीं होती की खेती अच्छे से हो सकेI लेकिन इस मेथड का उपयोग करने के बाद किसान की मुश्किलें हल हो जाएगीl सबसे पहले तो यही की खर्चा बहुत कम होने वाला है। क्योंकि किसानों को खेती को अच्छी बनाने के लिए तरह-तरह के खाद और रासायनिक पदार्थ का इस्तेमाल ही नहीं करना पड़ेगा।
दूसरा यह है कि इलेक्ट्रॉनिक खेती करने से कम समय में अच्छे रिजल्ट मिलेंगे। यानी खर्चा तो कम होगा ही, साथ-साथ रिजल्ट भी बेहतर मिलेंगे। इसलिए किसानों को इस तरह की खेती करने के लिए सुझाव दिए जा रहे हैं और तरीके भी सिखाए जा रहे हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इलेक्ट्रॉनिक मिट्टी से खेती करने का तरीका क्या है, उसके बारे में जानकारी दि है। उम्मीद करते हैं कि आपको इस पोस्ट के माध्यम से काफी कुछ नया सीखने को मिला होगा। इस पोस्ट को अन्य लोगों के साथ शेयर करना ताकि अन्य लोगों को भी इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके। कुछ भी जानकारी प्राप्त करनी है, तो कमेंट सेक्शन में कमेंट कर सकते हैं।
FAQ
इलेक्ट्रॉनिक मिट्टी क्या है?
Electronic Soil की खोज किसने की है?
लिंकपिंग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के द्वारा Electronic Soil की खोज की गई है?