बागेश्वर धाम कहां है? बागेश्वर धाम कैसे जाएं? (Bageshwar Dham token, Bageshwar Dham Sarkar Chhatarpur All Information in hindi, History Facts of Bageshwar Dham Sarkar Chhatarpur in hindi)
अगर आप अध्यात्म से जुड़ना चाहते हैं और अपने सांसारिक समस्याओं से निजात पाना चाहते हैं तो बागेश्वर धाम की यात्रा कर सकते हैं। वहां जाकर बालाजी महाराज से अर्जी लगाने पर हनुमान जी की कृपा से आपकी सारी दुख परेशानियां दूर हो जाती हैं।
बागेश्वर धाम में स्वयंभू हनुमान जी यानी कि बालाजी महाराज का दिव्य मंदिर हैं, जहां लाखों लोग अपनी अर्जियां लगाने जाते हैं और अपनी समस्याओं तथा दुखों से निजात पाते हैं। पण्डित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी इसी बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर हैं, जिन्हें बागेश्वर धाम सरकार के नाम से भी जाना जाता है। इन दिनों बागेश्वर धाम सरकार के साथ-साथ बागेश्वर धाम भी पूरे भारत में विख्यात हो गया है।
इस धाम की महिमा ही ऐसी है कि आज हर कोई यहां जाकर बालाजी महाराज के दर्शन करना चाहता है और अपनी अर्जी लगाना चाहता है। कहा जाता है कि बागेश्वर धाम में बालाजी महाराज अपने भक्तों की अर्जियां बागेश्वर धाम सरकार यानी कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के माध्यम से सुनते हैं और उनके ही माध्यम से अपने भक्तों की समस्याओं का समाधान भी करवाते हैं।
अगर आप भी बागेश्वर धाम के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं या फिर वहां जाकर बालाजी महाराज से अर्जी लगाना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बेहद काम का है। क्योंकि आज के इस लेख में हम आपको बागेश्वर धाम कहां है? बागेश्वर धाम कैसे जाएं? बागेश्वर धाम से जुड़ी हुई संपूर्ण जानकारियां आपको देने वाले हैं।
विषय–सूची
छतरपुर, बागेश्वर धाम से जुड़ी संपूर्ण जानकारी (Bageshwar Dham Sarkar Chhatarpur)
भगवान | बालाजी हनुमान जी महाराज |
मंत्र | ओम बागेश्वर नमः |
समिति | बागेश्वर धाम जन सेवा समिति |
स्थान | जिला- छतरपुर, गांव- गढ़ा, मध्य प्रदेश |
पुजारी एवं महराज | श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी |
मंदिर का यूट्यूब चैनल | यहां देखें |
बागेश्वर धाम कहां स्थित है? बागेश्वर धाम से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां (All Information about Bageshwar Dham Sarkar Chhatarpur)
बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गांव गढ़ा में स्थित है जो स्वयंभू हनुमान जी के दिव्य मंदिर के लिए जाना जाता है।
बागेश्वर धाम में तपस्वियों की दिव्य समाधि भी है, जहां लोगों को बालाजी महाराज के दर्शन मात्र से असीम कृपा और समस्याओं से निदान की प्राप्ति होती है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर हैं। उनके दादाजी भगवान दास गर्ग ने ही इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था।
कहा जाता है कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री बालाजी महाराज (हनुमान जी) तक भक्तों की अर्जियां पहुंच जाते हैं और उनके आदेश से ही उनकी समस्याओं का समाधान भी करते हैं। बागेश्वर धाम में जाने वालों को अपनी अर्जी लगाने के लिए टोकन लेना पड़ता है टोकन लेने के बाद ही वह मंदिर के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री जी से भेंट कर सकते हैं और अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
आपको बता दें कि बागेश्वर धाम में अर्जी और लगाना और पीठाधीश्वर से परामर्श लेना बिल्कुल निशुल्क है। बागेश्वर धाम में हर मंगलवार को बालाजी महाराज का दरबार लगता है जहां अर्जी लगाने वाले भक्तों को अपनी पेशी लगानी पड़ती है और महाआरती में सम्मिलित होकर महाप्रसाद ग्रहण करना होता है। इसी मंगलवार के दिन बागेश्वर धाम में प्रेत दरबार भी लगाया जाता है जहां लोगों को प्रेत बाधा से मुक्ति मिलती है।
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कैसे मिलेगा बागेश्वर धाम का टोकन?
बागेश्वर धाम में अक्सर समय-समय पर टोकन का वितरण किया जाता है। ऐसे में टोकन लेने के लिए आपको बागेश्वर धाम समिति के संपर्क में जाना होगा। टोकन के लिए बागेश्वर धाम में एक तिथि निर्धारित की जाती है और भक्तों को इसकी सूचना दी जाती है। टोकन जमा करने के लिए मंदिर परिसर में एक टोकन पेटी रखी होती है जिसमें लोगों को अपना नाम, पिता का नाम पूरा पता, पिन कोड और मोबाइल नंबर लिखकर डालना होता है।
टोकन जमा करने के बाद जिन लोगों को अर्जी लगाने के लिए चुना जाता है उनसे बागेश्वर धाम समिति संपर्क करती है और उन्हें टोकन दे दिया जाता है। टोकन के साथ लोगों को अर्जी लगाने के लिए तारीख दी जाती है इस मौके पर वह बागेश्वर धाम दरबार में अपनी अर्जी लगाने के लिए हाजिर हो सकते हैं।
बागेश्वर धाम में अर्जी कैसे लगाएं?
बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के बाद लाखों लोगों को उनकी समस्याओं से निदान मिल चुका है। अगर आप भी बागेश्वर धाम में अर्जी लगाना चाहते हैं तो यह बिल्कुल आसान है।
अर्जी लगाने के लिए आपको एक नारियल साथ ले आना पड़ता है। लाल पीले और काले रंग के कपड़े लपेटकर यह नारियल मंदिर परिसर में रखने होते हैं। हालांकि कपड़े का रंग इस बात से निर्धारित होता है कि आप किस चीज की अर्जी लगाना चाहते हैं।
अगर आप किसी सामान्य समस्या की अर्जी लगाना चाहते हैं तो लाल कपड़े में नारियल लपेटकर मंदिर परिसर में रख सकते हैं, लेकिन यदि आपकी समस्या शादी विवाह से जुड़ी हुई है तो आपको पीले कपड़ों में लपेटकर नारियल रखना पड़ता है। और आखिर में अगर आप प्रेत बाधा की समस्या का समाधान चाहते हैं तो अर्जी लगाने के लिए काले कपड़े में नारियल लपेटकर मंदिर परिसर में रख दें।
मंदिर के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के अनुसार अगर आप बागेश्वर धाम पहुंचकर अपनी अर्जी लगाने में सक्षम नहीं है तो आप अपने घर पर रहकर भी पूजा स्थली पर अपनी अर्जी लगा सकते हैं।
आपको वहां भी अर्जी लगाने के लिए बिल्कुल यही प्रक्रिया अपनानी होती है। अगर आप बागेश्वर धाम या अपने घर पर ही पूजा स्थल पर सच्चे मन से बालाजी महाराज को याद करके अर्जी लगाते हैं तो आपकी अर्जी जरूर स्वीकार होती है।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के अनुसार अर्जी लगाने के लिए कुछ बातें लोगों को ध्यान में रखनी चाहिए। अगर आप इन बातों को ध्यान में नहीं रखते तो आपकी अर्जी स्वीकार नहीं होती।
अर्जी डालने पर ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें–
- अर्जी डालने के दौरान आपको मांस मदिरा लहसुन प्याज और गृहस्थ जीवन से परहेज करना होता है।
- अर्जी स्वीकार होने के लिए आवश्यक है कि आप अर्जी डालने के बाद लगातार चार दिनों तक ब्रम्हचर्य का पालन करें।
- अर्जी मंजूर होने पर आपको अर्जी लगाने के लिए इस्तेमाल किए गए नारियल और कपड़े को बागेश्वर धाम लेकर जाना होता है।
- अर्जी मंजूर होने के बाद आपको कम से कम 5 बार मंगलवार को बालाजी महाराज के दरबार में पेशी लगानी पड़ती है हालांकि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी भी इस बारे में बताते हैं। इस दौरान आपको उपरोक्त बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
कैसे पता चलता है कि अर्जी लगी या नहीं?
कहा जाता है कि बागेश्वर धाम में बालाजी महाराज के दरबार में अर्जी स्वीकार होने के बाद अर्जी लगाने वाले व्यक्ति या उसके परिवार के किसी सदस्य को सपनों में बालाजी महाराज बंदर के स्वरूप में दर्शन देते हैं। इससे पता चलता है कि आपकी अर्जी स्वीकार हो गई है।
कई बार हो सकता है कि आप की अर्जी एक बार में स्वीकार ना हो इसीलिए निराश होने की बजाय मंगलवार के दिन आप अर्जी लगाने की विधि को फिर से दोहरा सकते हैं। अगर आप सच्चे मन से बालाजी महाराज की आराधना करते हैं तो आप की अर्जी जरूर स्वीकार हो जाएगी।
बागेश्वर धाम कैसे जाएं?
बागेश्वर धाम इस समय संपूर्ण भारत के आकर्षण का केंद्र बन चुका है। प्रभु श्री राम के भक्त और बालाजी महाराज हनुमान जी को समर्पित बागेश्वर धाम अपनी स्वयंभू महिमा के लिए जाना जाता है। अगर आप भी बागेश्वर धाम जाना चाहते हैं और बालाजी महाराज के दर्शन कर उनके दरबार में अर्जी लगाना चाहते हैं तो आप निम्नलिखित तरीकों से बागेश्वर धाम जा सकते हैं।
- अगर आप हवाई जहाज से यात्रा करके बागेश्वर धाम पहुंचना चाहते हैं तो मध्यप्रदेश के खजुराहो एयरपोर्ट पर पहुंच सकते हैं जो बागेश्वर धाम का नजदीकी एयरपोर्ट है। खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचने के बाद आपको वहां से छतरपुर जाने के लिए टैक्सी और बस की सुविधा मिल जाएगी। छतरपुर पहुंचने के बाद वहां से बागेश्वर धाम जाने के लिए कई सारे साधन उपलब्ध रहते हैं जिनके जरिए आप आसानी से आप बागेश्वर धाम तक पहुंच सकते हैं।
- अगर आप ट्रेन से बागेश्वर धाम जाना चाहते हैं तो छतरपुर, एमपी के लिए ट्रेन ले सकते हैं। वहां उतरने के बाद आपको टैक्सी के ज़रिए 35 किलोमीटर के लगभग खुजराहों पन्ना मार्ग पर जाना होगा। गंज नाम की जगह पर पहुंचने के बाद 3 किलोमीटर दूरी पर गड़ा गांव स्थित है जहां बागेश्वर धाम का दिव्य मंदिर और दरबार लगता है।
- सड़क मार्ग से बस प्राइवेट कार अथवा मोटरसाइकिल से यात्रा करके बागेश्वर धाम पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको छतरपुर जिले में पहुंचना होगा। छतरपुर पहुंचने के बाद आप गूगल मैप के जरिए गंज क्षेत्र के गड़ा गांव में पहुंच सकते हैं जहां बागेश्वर धाम स्थित है।
FAQ
बागेश्वर धाम कहां पर स्थित हैं?
यह मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के गांव गढ़ा में स्थित हैं। मंदिर में भगवान बालाजी(हनुमान जी) के रुप में स्थापित हैं। जो अपने भक्तों की हर समस्या का निदान करते हैं।
बागेश्वर धाम के टोकन कितने में मिलता है।
बागेश्वर धाम में टोकन के लिये किसी प्रकार का शुल्क या फिस नहीं ली जाती है। यह सेवा पूरी तरह निशुल्क है।
बागेश्वर धाम के पास कौन सा स्टेशन हैं?
छतरपुर व खजुराहो रेलवे स्टेशन
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