नेशनल डॉक्टर्स डे 2023, राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2023, इतिहास, महत्वपूर्ण तथ्य, विषय, निबंध (Essay, Themes, Facts and History of National & International Doctors day in hindi)
Doctors की हमारे समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका है। जब हम अपनी दिशा से भटकते हैं तो हम गुरु के पास जाते हैं और जब हम अपनी सेहत से भटकते हैं तो हम doctors के पास जाते है। इसलिए आज का हमारा यह लेख National doctors day यानी राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर आधारित है।
आज के इस लेख में हम आपको, नेशनल डॉक्टर्स डे क्यों मनाया जाता है? कब मनाया जाता है? आदि पर पूरी जानकारी देने वाले हैं और साथ ही यह भी जानेंगे कि साल 2023 में डॉक्टर्स डे कब मनाया जाएगा? तो आप हमारे साथ इस लेख में अंत तक बने रहे। चलिए शुरू करते हैं:-
विषय–सूची
डॉक्टर्स डे पर निबंध, महत्व, इतिहास (Facts and History of Doctors day in hindi)
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (डॉक्टर्स डे) क्या है?
यह दिन चिकित्सा के क्षेत्र में उन सभी workers के प्रति आभार प्रकट करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने बिना शर्त (unconditionally) और निस्वार्थ भाव से जरूरत के समय हमारी मदद की है।
हमारे देश में डाक्टरों को भगवान का दर्जा दिया गया है। वैसे इन्सान को भगवान दर्जा देना गलत भी नहीं है जो अपने स्वास्थ्य की अनदेखी करते हुये पूरे समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा से लोगों की सेवा करे। हमारे देश में कहा गया कि हमने भगवान को नहीं देखा है लेकिन लोगों के जीवन को बचाने व रक्षा करने के लिये भगवान ने डॉक्टर/चिकित्सक को बनाया हैं। आज का समय विज्ञान का युग है जहां मनुष्य ने शोध व रिसर्च करके बड़ी से बड़ी बिमारी का इलाज ढूंढ निकाला है। यह सब संभव बनाने के लिये चिकित्सा के क्षेत्र में लगे हर व्यक्ति का बराबर योगदान है। इनकी लगन, मेहनत और दृढ़ निश्चय के कारण ही यह संभव हो सका हैं।
जब पूरा विश्व कोरोना जैसी भीषण बीमारी के चंगुल में फंसा हुआ था और डरा सहमा हुआ है तब इन्हीं कोरोना वरियर्सो, डाक्टरों चिकित्सा के क्षेत्र में लगे हर व्यक्ति ने अपनी जान की परवाह किये बगैर पूरी लगन के साथ कार्य किया था। आज हमें इन उन सभी चिकित्सकों, डॉक्टरों, नर्सो, शोधकर्ताओं व स्वास्थकर्मियों का दिल से धन्यवाद देना चाहियें। उनका सम्मान करना चाहिये। उनके अतुलनिय बलिदान व कर्तव्यपराणयता को कभी भूलाया नहीं जा सकता हैं।
नेशनल डॉक्टर्स डे का महत्व (National Doctors day)
बीमारी छोटी हो या बड़ी, हम हर तरह के बीमारी के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं। हमारे समाज में डॉक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका है। कोविड-19 महामारी के दौरान हमने डॉक्टर्स की भागीदारी को अच्छे से जान लिया है। जब देश में आम आदमी को कोरोना संक्रमण फैलने के डर से बाहर निकलने तक की अनुमति नहीं थी, तो यही डॉक्टर और चिकित्सा समुदाय था, जो दिन रात ऐसे मुश्किल वक्त में अपनी जान की परवाह किए बिना, देश की सेवा में लगे हुए थे।
डॉक्टर्स की समाज में महत्वपूर्ण भूमिका को represent और डॉक्टर्स का शुक्रिया अदा करने के लिए डॉक्टर्स डे, अपने आप में बहुत बड़ा महत्व रखता है।
2023 में नेशनल डॉक्टर्स डे कब मनाया जाएगा?
इस वर्ष यानी साल 2023 में national doctors day, 1 जुलाई, शुक्रवार को मनाया जाएगा। भारत में नेशनल डॉक्टर्स डे हर वर्ष 1 जुलाई को ही मनाया जाता है।
नेशनल डॉक्टर्स डे की शुरुआत | भारत में इसकी शुरुआत 1 जुलाई 1991 में भारत सरकार द्वारा की गई थी। |
डॉ. बिधान चन्द्र रॉय को श्रद्धांजलि देकर सम्मानित किया गया था। | |
इसी दिन डॉ रॉय का जन्म दिवस और पुण्यतिथी भी है। | |
उद्देश्य | डॉक्टर्स डे मनाने का मुख्य उद्देश्य डॉक्टर के प्रति सहानुभूति रखना और उन्हें समाज में सम्मान का स्थान देना है। दुनिया में जिस तरह किसान और जवान की भूमिका है, उसी तरह डॉक्टर की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण है। |
विश्व में पहली बार मनाया गया। | सन 1933, 30 मार्च, अमेरिका, जार्जिया |
डॉक्टर्स डे क्यों मनाया जाता है?
डॉ बिधान चंद्र रॉय के सम्मान में हर साल 1 जुलाई को भारत, राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस यानी नेशनल डॉक्टर्स डे के रूप में मनाता है अर्थात डॉक्टर्स डे, डॉ बिधान चंद्र रॉय को समर्पित है। डॉक्टर्स डे, महान चिकित्सक और west Bengal के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ बिधान चंद्र रॉय की जयंती और पुण्यतिथि का प्रतीक है। डॉक्टरस डे, विभिन्न देशों में अलग-अलग दिन व तारीख को मनाया जाता है।
डॉक्टर्स डे कब और किन-किन देशों में मनाया जाता है।
अमेरिका(America) | सन 1933, 30 मार्च का पहली बार जार्जिया में मनाया गया था।- इस दिन शल्य चिकित्सा में पहली बार एनीथिशिया का उपयोग किया गया था। इस दिन को मनाने की कल्पना डॉ चार्ल्स बी- आलमंड के द्वारा की गई थी। |
स्पेन (Spain), क्यूबा (Quba) अर्जेटिना(Argentina) | 3 दिसंबर को कार्लोस जुआन फिनले के जन्मदिवस के अवसर पर मनाया जाता है। |
ईरान (Iran) | 23 दिसम्बर को डॉ- एविसेना के जन्मदिवस के अवसर पर मनाया जाता है। |
ब्राजील (Brazil) | 18 अक्टूबर- डॉ- सेंट ल्यूक का जन्मदिवस होता है। |
नेपाल (Nepal) | 4 मार्च– नेपाल मेडिकल एसोसिएशन के स्थापना के अवसर पर मनाया जाता हैं। |
वियतनाम | 28 फरवरी 1955, को मनाया जाता है। इसी दिन यहां पर डॉक्टर्स डे की स्थापनी की गई थी। यह दिवस 27 व 28 या इसके आसपास किसी भी तारीख मनाया जा सकता है। |
वेनजुएला | 10 मार्च को जोस मारिया वर्गास(physician) के सम्मान में मनाया जाता है (Source) |
राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे का इतिहास (Facts and History of National Doctors day in hindi)
स्वतंत्रता संग्राम के दौरान डॉ विधान चन्द्र रॉय, गांधीजी के करीबी बन गए थे। एक बार गांधी जी की तबीयत खराब हो गई परंतु उन्होंने मेडिसिन लेने से मना कर दिया, क्योंकि वह भारत में निर्मित दवाई नहीं थी।
जब डॉक्टर रॉय को यह पता चला कि गांधी जी ने लोगों के साथ एकजुटता में इलाज से इनकार कर दिया है, तो उपवास होने के बावजूद भी, डॉ रॉय ने गांधीजी के पास पहुंचने के लिए यात्रा की। डॉक्टर रॉय ने गांधी जी से कहा कि उन्हें देश को स्वतन्त्रता दिलाने की लड़ाई में पहले खुद को मजबूत रखना होगा। गांधी जी ने तब दवा ली और बेहतरी के लिए अपनी लड़ाई जारी रखी।
डॉ. विधान चन्द्र रॉय, जिन चीजों के लिए समर्पित थे, उनमें से एक भारत के सभी लोगों को सस्ती स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना था। उन्होंने बहुत सारी जगहों पर बड़े-बड़े हॉस्पिटल और संस्थाओ की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने 1926 में महिलाओं और बच्चों के लिए चितरंजन सेवा सदन की स्थापना की जिसे कई लोग उनकी सबसे outstanding achievement में से एक मानते हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian medical association) ने डॉक्टर रॉय की incredible life से inspire होकर, 1 जुलाई यानी डॉ. राय की जन्मतिथि को, डॉक्टर रॉय के अचीवमेंट और स्पिरिट को समर्पित करने का निर्णय लिया। उसी के बाद 1991 से भारत में डॉक्टर्स डे की शुरुआत हुई।
डॉ. बिधान चंद्र रॉय कौन थे?
डॉ. बिधान चंद्र रॉय भारत के एक प्रसिद्ध चिकित्सक और पूर्व मुख्यमंत्री थे। उनकी अचीवमेंट के लिए भारत सरकार द्वारा उन्हें, भारत रत्न पुरस्कार से भी नवाजा गया था। वह पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री थे और पूर्वी भारत के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक थे।
डॉ. विधान रॉय का जन्म 1 जुलाई 1882 मे पटना में हुआ था और इसी तारीख को वर्ष 1962 में उनकी मृत्यु हो गई थी। उनकी मृत्यु के समय उनकी आयु 80 वर्ष थी। वह पांच भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। डॉक्टर रॉय ने भारत में अपनी मेडिकल की पढ़ाई पूरी की और further study के लिए विदेश चले गए।
डॉ. बिधान चंद्र रॉय की उपलब्धियां (Achievements)
पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान उन्होंने बहुत सारे चिकित्सा संस्थानों की स्थापना की। जैसे जावेदपुर टीबी हॉस्पिटल, चितरंजन सेवा सदन, कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल, विक्टोरिया इंस्टीट्यूशन, चितरंजन कैंसर हॉस्पिटल और महिलाओं और बच्चों के लिए चितरंजन सेवा सदन।
वह भारत के इतिहास में उन दुर्लभ लोगों में से एक हैं, जिन्होंने एक ही समय में FRCS और MRCP की डिग्री हासिल की है। डॉक्टर बी सी रॉय को 4 फरवरी 1961 को देश के सबसे बड़े highest civilian reward यानी सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न से नवाजा गया था।
कैसे मनाये राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस/डॉक्टर्स डे (National Doctors day celebration in India)
डॉक्टरों की महत्वपूर्ण भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को पहचानने और उसकी सराहना करने के लिए भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। इस जागरूकता अभियान का वार्षिक उत्सव, आम आदमी को डॉक्टरों द्वारा दी जाने वाली भूमिकाओं महत्व और कीमती देखभाल के बारे में जागरूक होने में भी मदद करता है। नेशनल डॉक्टर्स डे, गवर्नमेंट और नॉन गवर्नमेंट मेडिकल संगठनों द्वारा वर्षों से मनाया जा रहा है।
डॉक्टरों के योगदान से परिचित होने के लिए देशभर में फ्री मेडिकल चेक अप, general screening test camp लगाए जाते हैं। स्कूल और कॉलेज मे भी National Doctors Day पर activities और functions organize किये जाते हैं ताकि युवा छात्रों को डॉक्टर्स बनने के अलावा चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। नेशनल डॉक्टर डे पर patient भी गिफ्ट, ग्रीटिंग कार्ड आदि देकर, अपने डॉक्टरों का अभिवादन व धन्यवाद व्यक्त करते हैं। इस क्षेत्र के उल्लेखनिय व सम्मानित व्यक्तियों, डॉक्टर्स के उल्लेखनिय कार्यों का वर्णन किया जाता है।
नेशनल डॉक्टर्स डे पर थीम व विषय (National Doctors day Themes)
सन 2019 का साल विश्व में कोरोना महामारी का शुरुआती दौर रहा है इससे निपटने के लिये विश्व स्वास्थ्य संस्थान व विभिन्न देशों की सरकारों ने भरसक प्रयास किये। इस मुश्किल समय में चिकित्सक जगत के लोगों ने अपना अतुलनिय योगदान दिया है। भारत सरकार ने भी समय-समय पर मेडिकल क्षेत्र के सभी कर्मचारियों, संस्थानों व प्रोफोशनलों को प्रोत्साहित करने के लिये कई कार्यक्रम किये। इसके लिये डॉक्टर्स दिवस पर एक विशेष संदेश देने के लिये एक थीम का निर्धारण किया जाता है। जिसमें सेव द वरियर्स, कोविड-10 की मृत्युदर कम करे, बिल्डिंग ए फेयरर, हेल्दियर वर्ल्ड विशेष थीम है।
2018 | फेमिली डॉक्टर्स- बेहतर स्वास्थ्य की ओर अग्रसर |
2019 | सेव द वरियर्स |
2020 | कोविड-19 की मृत्युदर कम करें |
2021 | बिल्डिंग ए फेयरर, हेल्दियर वर्ल्ड (आओं बनाये एक स्वस्थ व निरोगी दुनियां) |
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने National Doctors Day in hindi नेशनल डॉक्टर्स डे के बारे में जाना है। इस लेख में हमने आपको बताया कि नेशनल डॉक्टर्स डे कब और क्यों मनाया जाता है और साथ ही आपको डॉक्टर बी सी राय की जीवनी से भी परिचित करवाया है। आशा करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी है और यदि इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है तो आप हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताएं।
FAQ
विश्व में पहली बार डाक्टर्स डे कब मनाया गया था?
30 मार्च 1933 का पहली बार जार्जिया, अमेरिका में
भारत में पहली बार डाक्टर्स डे कब मनाया गया था?
1 जुलाई 1991
नेशनल डाक्टर्स डे किसकी याद में मनाया जाता है?
डॉ. बिधान चन्द्र रॉय
विश्व की पहली महिला डॉक्टर कौन है?
दुनिया की पहली महिला डॉक्टर एलिजाबेथ ब्लैकवेल थी इन्होंने 1849 में अपनी मेडिकल की स्नातक डिग्री प्राप्त की थी।
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