क्यों मनाया जाता है नेशनल मैथमेटिक्स डे, राष्ट्रीय गणित दिवस क्या है? (National Mathematics Day History Facts in hindi)
National Mathematics Day 2023 in hindi: हम यह बात तो जानते ही हैं गणित का हमारे जीवन में कितना महत्व है l हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में भी गणित संबंधित ऐसी बहुत सारी कैलकुलेशन करते हैं, जिसके कारण गणित सिर्फ एक विषय बनकर ही नहीं, बल्कि रोजमर्रा का हिस्सा बन भी गया है। चाहे आपको किसी दुकान पर सामान लेने जाना हो या मार्केट में जाना हो या फिर घर में आपको हिसाब किताब करना होl गणित का इस्तेमाल हर जगह होता है l क्या आपको पता है कि हर साल 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस भी मनाया जाता है। इस दिन स्कूल और कॉलेज में गणित से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
क्या आपने कभी सोचा है, गणित का हम आज रोजमर्रा की जिंदगी, स्कूल, किताबें, कॉलेज और जीवन पर्यंत करते हैं इसकी शुरुआत कैसे हुई थी। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से गणित के विकास में योगदान देने वाले श्रीनिवास रामानुजन के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। जानेंगे कि राष्ट्रीय गणित दिवस मनाने जाने के पीछे का इतिहास क्या है और हर वर्ष हम नेशनल मैथमेटिक्स डे क्यों मनाते हैं। चलिए विस्तार से चर्चा करते हैं।
विषय–सूची
राष्ट्रीय गणित दिवस क्या है?
दरअसल 22 दिसंबर 2012 को उस समय प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह जी ने हर वर्ष राष्ट्रीय गणित दिवस मनाने की घोषणा की थी। उन्होंने यह घोषणा गणित के क्षेत्र के विकास में अहम योगदान देने वाले श्रीनिवास रामानुजन की 125वीं जयंती के अवसर पर की थी। साल 2012 से लेकर अब तक हर वर्ष राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है।
अब आप यह सोच रहे होंगे कि श्रीनिवास रामानुज ने गणित के क्षेत्र में क्या किया था, जो उन्हें आज भी दुनिया याद रखती है। चलिए हम आपको पहले यह जानकारी देते हैं कि श्रीनिवास रामानुजन ने किस प्रकार से गणित के क्षेत्र में विकास में अहम योगदान दिया है।
राष्ट्रीय गणित दिवस के महत्वपूर्ण बिन्दु (Important Point National Mathematics Day in hindi)
राष्ट्रीय गणित दिवस क्यों मनाया जाता है? | गणित विषय में युवाओं की रुचि को जागृत करने के लिये |
किसके जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है | श्रीनिवास रामानुजन |
राष्ट्रीय गणित दिवस कब मनाया जाता है? | 22 दिसंबर |
राष्ट्रीय गणित दिवस की शुरुआत | डॉ. मनमोहन सिंह |
पहली बार कब शुरु हुआ? | 22 दिसंबर 2012 |
गणित दिवस कहां मनाया जाता है। | पूरे भारत में |
श्रीनिवास रामानुजन का जन्म | 22 दिसंबर 1987 |
नेशनल मैथमेटिक्स डे का इतिहास क्या है?
नेशनल मैथमेटिक्स डे श्रीनिवास रामानुजन के जन्म के अवसर पर मनाया जाता है। 22 दिसंबर 1987 को श्रीनिवास रामानुजन का जन्म हुआ था। आपको जानकर हैरानी होगी कि 12 साल की उम्र में ही उन्होंने ट्रिग्नोमेट्री में दक्षता हासिल कर ली थी। श्रीनिवास रामानुजन गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे । इनका जन्म ब्राह्मण परिवार में हुआ था । यह काफी ज्यादा पढ़ाई लिखाई करना चाहता था। लेकिन घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी । लेकिन फिर भी इन्होंने अपनी पढ़ाई को नहीं छोड़ा।
यह हमेशा मन लगाकर पढ़ाई किया करते थे। जब भी इनको समय मिलता था,तो यह गणित के सवालों को हल किया करते थे और अनसुलझी पहेलियां को भी हल किया करते थे। एक बार यह गणित के सवालों को हल कर रहे थे, उस दौरान एक अंग्रेज ने इन्हें गणित को सवालों को हल करते हुए देखा l
उन्होंने श्रीनिवास रामानुजन के बारे में जानकारी निकाली और उन्हें पता चला कि यह बच्चा काफी ज्यादा होशियार हैl घर की स्थिति सही नहीं हैl उस अंग्रेज ने अपने पैसों से श्रीनिवास रामानुजन को पढ़ाई करवाई और उन्हें पढ़ाई के लिए ऑक्सफोर्ड स्कूल भेज दियाI
श्रीनिवास रामानुजन का योगदान इस प्रकार है?
रामानुजन ने मन लगाकर पढ़ाई करी और इनका एक शोध पत्र साल 1911 में जनरल ऑफ द इंडियन मैथमेटिकल सोसायटी में प्रकाशित भी हुआ था। रामानुज ने बिना किसी सहायता के लगभग 3900 परिणाम को मुख्य रूप से पहचाना और समीकरण के साथ सॉल्व किया था।
रामानुजन के कई परिणाम मूल और उपन्यास से संबंधित हैl जैसे कि रामानुजन प्राइस, पार्टीशन फार्मूला, मार्क फंक्शंस और रामानुजन डेटा फंक्शनI रामानुजन ने अपने कई सिद्धांत की भी खोज की थी I इन्होंने फंक्शन के कार्यात्मक समीकरण पर भी काफी लंबे समय तक काम किया था। अभी इन्होंने अलग-अलग सिद्धांतों पर काम किया है।
राष्ट्रीय गणित दिवस किस प्रकार मनाया जाता है?
हर वर्ष 22 दिसंबर को स्कूल कॉलेज और यूनिवर्सिटी के अलावा बड़े-बड़े इंस्टिट्यूट में भी राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है। गणित दिवस के अवसर पर स्कूल और कॉलेज में गणित से संबंधित प्रोजेक्ट पर काम किया जाता है। इसके अलावा राष्ट्रगणित दिवस के अवसर पर कई बड़े इंस्टिट्यूट में बड़ी हस्तियां को भी बुलाया जाता है। जो गणित के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। इस दिन श्रीनिवास रामानुजन ने गणित के क्षेत्र में जो भी योगदान दिया है, उस बारे में चर्चा की जाती है।
सेमिनार भी आयोजित किए जाते हैं । स्टूडेंट के अलावा अन्य लोग भी बढ़-चढ़कर इन प्रोग्राम में हिस्सा लेते हैं। इस साल भी हर साल की तरह 22 दिसंबर को नेशनल मैथमेटिक्स डे मनाया जा रहा है। वैसे तो गणित के क्षेत्र में आर्यभट्ट, महावीर, ब्रह्मगुप्त और श्रीनिवास रामानुजन सभी का योगदान है। लेकिन इस दिन रामानुजन के योगदान को याद किया जाता है। उन्होंने कैसे-कैसे गणित के क्षेत्र में योगदान दिया है। किन चीजों की खोज की थी। उन सभी पर चर्चा की जाती है।
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