Renuka Aradhya Success Story: वैसे तो आपने ऐसी बहुत सी कहानियों के बारे में सुना होगा, जिसे सुनने और देखने के बाद होश उड़ जाते हैं । आज हम एक ऐसी ही लड़के के बारे में पोस्ट में बात करने वाले हैं, जिसने कड़ी मेहनत करने पर बहुत ऊंची सफलता हासिल की है। कभी इसकी जिंदगी में ऐसे भी दिन हुआ करते थे, जब यह अपने पेट को पालने के लिए सड़क पर भिक्षा भी मांगता था।
लेकिन अब वही लड़के करोड़ों रुपए की कंपनी को चला रहा है। अगर आप इस लड़के के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं और इसकी पूरी कहानी को जानना चाहते हैं कि कैसे इसने इतनी ऊंची सफलता हासिल की। तो आप ऐसे ही हमारे साथ इस पोस्ट के अंत तक बने रहिए। हम आपको इस लड़के से जुड़ी सभी बातें विस्तार से बताएंगे।
रेणुका आराध्या ने कड़ी मेहनत करके किस्मत पलट कर रख दी
आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि जिस लड़के के बारे में हम पोस्ट में ऊपर बात कर रहे थे, उस लड़के का नाम रेणुका आराध्या है और रेणुका बहुत ही गरीब परिवार में पला हैं। रेणुका कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के पास एक छोटे से गांव की रहने वाला है। उनके घर की स्थिति बिल्कुल भी सही नहीं थी। इसका अंदाजा आप यहीं से लगा सकते हैं कि जब यह दसवीं कक्षा में पढ़ता था तो इन्होंने दूसरों के घर में झाड़ू पोछा का काम करना शुरू कर दिया था ।
फिर अपने पिता के साथ घर-घर जाकर आटा, चावल और दाल लोगों से मांगता था। लेकिन भिक्षा मांगने से उनका गुजारा नहीं चला पा रहा था, इसीलिए रेणुका आराध्या ने लोगों के घरों में जाकर उनके घर का सारा काम करना शुरू कर दिया था। जिससे कि उनके घर का गुजारा चल सके।
20 साल की उम्र में की रेणुका आराध्या ने इतनी मेहनत
आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि जब रेणुका आराध्या की उम्र 20 साल थी, तब उनकी शादी कर दी थी। उनका मानना था कि शादी के बाद इससे भी ज्यादा मेरे सिर पर जिम्मेदारियां बढ़ेंगी, जितनी ज्यादा जिम्मेदारियां बढ़ेंगी, मैं उतनी ज्यादा मेहनत करूंगा। तभी मैं एक दिन मेहनत करके सफलता हासिल कर पाऊंगा।
इसलिए 20 साल की उम्र में ही शादी कर ली थी। रेणुका आराध्य के पति एक फैक्ट्री में हेल्पर का काम करते थे और रेणुका आराध्या ने भी शादी के बाद सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करनी शुरू कर दी। फिर उसके बाद रेणुका ने मशीन चलानी सीखी और एक प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करना शुरू किया। फैक्ट्री में काम करने के साथ-साथ उन्होंने खुद का कुछ धंधा करने का सोच और उन्होंने सूटकेस का बिजनेस शुरू कर दिया।
लेकिन इस बिजनेस में उन्हें 30000 का नुकसान हुआ। फिर वह दोबारा सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने लगी। लेकिन सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी से उन्हें इतने पैसे नहीं मिल पा रहे थे, जितना वह कमाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने उसके बाद ड्राइविंग सीखी और ड्राइविंग एजेंसी में ड्राइवर की नौकरी करनी शुरू कर दी।
फिर वह पर्यटकों को घूमाने ले जाते थी। इस नौकरी में उन्हें सैलरी से अलग अच्छी खासी मिलती थी। रेणुका आराध्या ने 4 साल ड्राइविंग की नौकरी की और फिर उन्होंने अपने मन में यह बात ठान ली कि उन्हें ट्रैवल एजेंसी का बिजनेस शुरू करना है।
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रेणुका आराध्या ने खुद मेहनत करके की कंपनी खड़ी (Renuka Aradhya Success Story in hindi)
इतनी डर-डर की ठोकरे खाने के बाद रेणुका आराध्या ने अपनी एक खुद की कंपनी खड़ी की जिसका नाम प्रवासी कैब्स प्राइवेट लिमिटेड रखा गया। उन्होंने यह बिजनेस शुरू करने के लिए कुछ अपना पैसा लगाया और कुछ मदद उन्होंने बैंक से भी ली। फिर रेणुका आराध्या ने एक कार ली ।
फिर एक साल बाद दोबारा एक और कार ली। उसके बाद उनके दिमाग में यह बात आई की एक ट्रैवल एजेंसी अपना बिजनेस बेचना चाहता था, जो की रेणुका ने ₹6 लाख देकर खरीद लिया। उस कंपनी के पास उस समय 35 केब थी, जो कंपनी रेणुका आराध्या ने खरीदी थी ।
यहीं से रेणुका आराध्या की किस्मत पलट गई। जब उन्होंने इस कंपनी को खरीदा, फिर उसके बाद अमेजन इंडिया ने भी अपनी प्रमोशन को उनकी कंपनी को चुना। धीरे-धीरे कंपनी का टर्नओवर बढ़ने लगा और आज के समय में 40 करोड़ से अधिक हो गया है। इसलिए अब कंपनी में कम से कम 150 से ऊपर लोग नौकरी करते हैं।
दोस्तों हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से एक ऐसे व्यक्ति के बारे में जानकारी दी है, जिसकी हिम्मत की दात देनी होगी। अगर हम एक बार अपने मन में यह ठान लेते हैं कि हम यह कर सकते हैं। तो आप अवश्य ही वह काम कर सकते हैं।
हमें कभी भी काम करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। हमेशा दिल, जान और मेहनत से अगर मेहनत करनी चाहिए। मेहनत करोगे, तो एक दिन आपको सफलता अवश्य हासिल होगी। ऐसा ही रेणुका आराध्या के साथ भी हुआ।