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20 Interesting Facts about Jupiter in Hindi | बृहस्पति ग्रह से जुड़े रोचक तथ्य

आज हम (Interesting & Amazing Facts about Jupiter in Hindi) बृहस्पति ग्रह से जुड़े रोचक तथ्य को जानेंगे जिन्हें पढ़कर आप अवश्य ही सोच में पड़ जाएंगे। इन रोचक तथ्यों को पढ़ने के बाद अवश्य ही आपको Jupiter planet से संबंधित बहुत महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाएगी।

बीते कुछ दशकों में इस ग्रह के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ इकट्ठी की जी गई है। कई प्रकार के अंतरिक्ष प्रोग्रामों का आयोजन किया गया जिसके कारण वैज्ञानिकों को बृहस्पति ग्रह को अच्छे से जानने व और गहरायी से समझने में सराहनीय सफलता मिली हैं।

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क्या आप जानते हैं? कि यह ग्रह हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है और इसको हम अपनी पृथ्वी से बिना किसी यंत्र की सहायता से देख सकते हैं।

तो आइए जानते हैं कि वह अनोखे तथ्य कौन से हैं जो बृहस्पति ग्रह को ब्रह्मांड के और ग्रहों से अलग करता है-

विषय–सूची

Interesting Facts about Jupiter in Hindi | बृहस्पति ग्रह से जुड़े 20 रोचक तथ्य व पूरी जानकारी।

1. बृहस्पति ग्रह (Jupiter in Hindi) की खोज

Jupiter Planet की खोज सर्वप्रथम सातवीं व आठवीं शताब्दी के बीच बेबीलोन (Babelon) के खगोलविदों ने की थी।बृहस्पति ग्रह के वायुमंडल में रंगीन बादल पाए जाते हैं। यह बादल लाल भूरे सफेद व पीले रंग के हैं इनके कारण यह स्ट्रिप्स बनाते हैं और इस ग्रह के रूप को अत्यंत निखार देते हैं।

2. बृहस्पति ग्रह की सतह एवं वायुमंडल

बृहस्पति की सतह एवं वायुमंडल में मुख्य तौर पर हाइड्रोजन, हिलियम, मीथेन गैस और तरल पदार्थों की मात्रा बहुत अधिक होती है। बृहस्पति ग्रह को Gas Giant भी कहा जाता है।

इसकी सतह पर मुख्य रूप से गैसों के मौजूद होने के कारण इसे वैज्ञानिकों के द्वारा गैसीय ग्रह की श्रेणी में डाला गया है।

3. Jupiter Planet सौर मंडल का विशाल ग्रह

बृहस्पति ग्रह (Jupiter Planet) को लेकर सबसे आश्चर्यचकित बात यही है कि यह ग्रह पूरे सौरमंडल का सबसे बड़ा और सबसे विशाल ग्रह है। वर्तमान में सौरमंडल में आठ ग्रह मौजूद है और जुपिटर उनमें सबसे बड़ा व विशाल ग्रह माना जाता है। इसका द्रव्यमान 1.90× 1027 किलोग्राम है एवं इसका व्यास 139822 किलोमीटर तक फैला हुआ है।

यदि हम सौरमंडल के सभी ग्रहों के व्यास को मिला भी दे तो भी बृहस्पति ग्रह का व्यास की बराबरी नहीं कर पाएंगे इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह ग्रह कितना विशाल हो सकता है।

4. बृहस्पति ग्रह सौरमंडल का तीसरा सबसे चमकीला ग्रह है।

पृथ्वी का चंद्रमा व शुक्र ग्रह के बाद बृहस्पति ग्रह सौरमंडल का तीसरा सबसे चमकीला ग्रह है। रात के समय में चंद्रमा व शुक्र ग्रह के बाद सबसे ज्यादा चमकने वाला ग्रह Jupiter ही है।

5. बृहस्पति ग्रह के पास कुल 79 उपग्रह है।

एक रुचिकर बात जानेने वाली यह है कि जिस प्रकार पृथ्वी के पास चंद्रमा नाम का उपग्रह है ठीक उसी प्रकार बृहस्पति के पास कुल 79 उपग्रह है।

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79 उपग्रहों में से 4 उपग्रहों की खोज सन 1610 ईसवी में Galileo Galilei ने की थी। इनके द्वारा खोजे उपग्रह गैलीलियो उपग्रह के नाम से प्रसिद्ध है।

बृहस्पति के चार सबसे मुख्य और बड़े उपग्रह है गैनीमेड, कैलिस्टो, यूरोपा, आईओ।

6. जुपिटर (Jupiter) का मुख्य उपग्रह GANYMEDE

गैनीमेड उपग्रह बृहस्पति ही नहीं सौरमंडल का भी सबसे बड़ा उपग्रह है गैनीमेड (GANYMEDE) बृहस्पति का मुख्य उपग्रह GANYMEDE है जिसकी खोज वैज्ञानिक गैलीलियो गैलीली द्वारा 7 जनवरी 1610 ईसवी में की गई थी।

सबसे दिलचस्प और अद्भुत बात यह है कि GANYMEDE चंद्रमा का आकार बुध ग्रह के आकार से भी बड़ा है इस चंद्रमा का द्रव्यमान 1.48×10 ^ 23 किलोग्राम है एवं व्यास 5262.4 किलोमीटर तक फैला हुआ है। इस प्रकार यह उपग्रह आकार में सौरमंडल के सभी उपग्रहों से बड़ा है।

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7. बृहस्पति के किन उपग्रहों पर जीवन की संभावनाए मौजूद है।

बृहस्पति के महत्वपूर्ण उपग्रहों में Ganemede और Europa Moon है। वैज्ञानिकों के द्वारा ऐसा भी माना गया है कि इनकी सतह का निर्माण बर्फ से हुआ है। और इन उपग्रहों की सतह के नीचे पानी का महासागार मौजूद है। वैज्ञानिकों के अनुसार यहा पर चंद्रमा पर जीवन की संभावनाएं से इंकार नही किया जा सकता है। इस पर लगातार शोध चल रहा है।

8. बृहस्पति ग्रह का कठोर चुंबकीय क्षेत्र है।

सौरमंडल में प्रस्तुत 8 ग्रहों में से बृहस्पति ग्रह अपने विस्तार व बड़े आकार के कारण सूर्य की तरफ 600,000 से लेकर 2 मिलियन मील के क्षेत्रफल को बहुत प्रभावित करता है।

जुपिटर का चुंबकीय क्षेत्र पृथ्वी के मुकाबले 16 गुना अधिक मजबूत व शक्तिशाली है। अपने कठोर व दृढ़ चुंबकीय क्षेत्र के कारण यह अपनी कक्षा में ठहरने वाले अंतरिक्ष यानो को चुटकी में नष्ट कर देता है।

9. बृहस्पति ग्रह में Asteriod Belt पाई जाती है।

भौगोलिक तौर पर एक विशिष्ट तथ्य जाने वाला यह भी है कि बृहस्पति ग्रह व मंगल ग्रह के बीच चर्चित Asteriod Belt पाई जाती है।

अमेरिका की बहुचर्चित अंतरिक्ष संस्था NASA के प्रचलित वैज्ञानिकों द्वारा बृहस्पति ग्रह के ऊपरी वातावरण को Cloud Belt और Zone में बांटा गया है जिसके अनुसार यह क्षेत्रफल मुख्य रूप से Sulphur, Methane, Ammonia Crystal एवं अन्य यौगिकों के मिलने पर बना है।

10. बृहस्पति ग्रह (Jupiter) की कक्षा में प्रवेश करने वाले 8 अंतरिक्ष यान।

विशिष्ट तौर पर Jupiter Planet का पूर्ण शोध एवं अध्ययन करने के लिए नासा ने कुल 8 अंतरिक्ष यानो का इस्तेमाल किया था जिन्हें उन्होंने 1980 से लेकर 2007 के बीच बृहस्पति ग्रह की कक्षा में प्रवेश करवाया था। उन अंतरिक्ष यानो का नाम निम्नलिखित है- Voyager-1, Voyager-2, Pioneer-10, Pioneer Saturn, Cassini, Galileo, Ulysses आदि।

इन्हें भी पढ़े: अंतरिक्ष के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Facts about Space)

11. बृहस्पति ग्रह (Jupiter) पर भी (Rings) वलय पाये जाते है?

बृहस्पति ग्रह पर भी शनि ग्रह की तरह रिंग पाये जाते है। बृहस्पति पर पाये जाने वाले रिंग्स देखने में धुंधले व फिके वलय होते है। ये सब धूल के कणों से बने हुये है। इन वलयों को पहली बार 1979 में वायेजर-1 अंतरिक्ष मिशन में खोजा गया था।

सन् 1995 में गैलीलियों अंतरिक्ष ऑबिटर मिशन के द्वारा इस पर गहन शोध किया था। इसके रिंगों को चार भागों में बाटा गया है पहला है हेलो रिंग, मुख्य रिंग, अमलथिया गोसमर रिंग और थेबे गोसमर रिंग। हेलो रिंग 92,000 से 122500 किमी तक फैला हुआ है।

12. बृहस्पति ग्रह सबसे अधिक ऊष्मा उत्सर्जन करने वाले ग्रह है?

बृहस्स्पति को सौरमंडल में सबसे अधिक ऊष्मा उत्सर्जन करने वाले ग्रहों में गिना जाता है इस ग्रह का केंद्र वाला भाग सूर्य से भी अधिक गर्म है। अत्यधिक उष्मा उत्सर्जन के कारण इस ग्रह का वायुमंडल बहुत गर्म हो जाता है।

13. सौरमंडल में बृहस्पति सबसे अधिक गति से घूर्णन वाला ग्रह है।

बृहस्पति ग्रह को अपने अक्ष पर सबसे तेजी से घूमने के लिए भी जाना जाता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जुपिटर अपनी धुरी परं 45,300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्रतार से घूमता रहता है एवं 9 घंटे 56 मिनट में अपनी धुरी का एक संपूर्ण चक्कर लगाता है। 

इस कारण से जुपिटर पर एक दिन केवल 9 घंटे 56 मिनट का ही होता है जोकि सौर मंडल के सभी ग्रहों में सबसे कम है।

आइये जाने –

> मंगल ग्रह से जुड़े रोचक व आश्चर्यजनक तथ्य (Interesting Facts about Mars)

> शनि ग्रह से जुड़े रोचक व आश्चर्यजनक तथ्य (Interesting Facts about Saturn Planet)

14. बृहस्पति ग्रह की सूर्य से दूरी कितनी है?

Jupiter लगभग 77 करोड़ 80 लाख किलोमीटर दूर है। सूर्य के प्रकाश को बृहस्पति ग्रह तक पहुंचने में कुल 43 मिनट का समय लगता है।

बृहस्पति ग्रह को सूर्य का एक चक्कर लगाने में 12 वर्ष का समय लगता है। बृहस्पति ग्रह का मात्र 1 वर्ष पृथ्वी के 12 वर्ष के समय के बराबर होता है।

15. बृहस्पति ग्रह के निकट हाइड्रोजन से बना महासागर है।

सौरमंडल में बृहस्पति ग्रह पर एक बड़ा महासागर भी मौजूद है अनोखी बात यह है कि यह महासागर, पानी से नहीं बल्कि हाइड्रोजन से बना हुआ है।

16. बृहस्पति ग्रह पर जीवन असंभव है।

पृथ्वी की तरह जुपिटर पर सांस लेना संभव नहीं है। जुपिटर पर जीवन असंभव है इस ग्रह का न्यूनतम तापमान सामान्य तौर पर -148 डिग्री सेल्सियस चला जाता है।

बृहस्पति ग्रह पर हर समय जहरिली गैसों के तुफान चलते रहते है। इस पर सांस लेना तो दूर की बात है यहां कदम रखने के लिये ठोस धरातल मौजूद नही है।

17. बृहस्पति ग्रह का गुरुत्वाकर्षण बल।

बृहस्पति ग्रह पृथ्वी की तुलना में 318 गुना अधिक भारी हैं। इसका गुरुत्वाकर्षण बल भी पृथ्वी से अत्यधिक ज्यादा है।

इसके गुरुत्वाकर्षण बल का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि एक ऐसा व्यक्ति जिसका भार पृथ्वी पर 100 पाउंड हो उसी व्यक्ति का भार बृहस्पति पर लगभग 240 पाउंड होगा।

18. बृहस्पति ग्रह (Jupiter) का नाम रोमन देवताओं के राजा पर रखा गया है।

बृहस्पति ग्रह वर्तमान सौरमंडल में सबसे विशाल ग्रह है। इसे ग्रहों का राजा व गुरू भी माना जाता है। प्रचलित पौराणिक कथाओं के प्रसिद्ध रोमन देवताओं के राजा Jupiter पर इस ग्रह का नाम रखा गया था। 

19. सौरमंडल का वैक्यूम क्लीनर है बृहस्पति ग्रह।

बृहस्पति ग्रह को ‘सौर प्रणाली का वैक्यूम क्लीनर’ भी कहा जाता है ऐसा इसलिए है क्योंकि यह पृथ्वी ग्रह और अन्य ग्रहों पर भारी मात्र में नुकसान पहुंचाने वाले धूमकेतु और क्षुद्रग्रहों को अपनी और आसानी से खींचकर उन्हें हमेशा के लिए नष्ट कर देता है। यह क्षमता बृहस्पति ग्रह में मजबूत चुंबकीय ऊर्जा के कारण मौजूद होती है।

20. बृहस्पति ग्रह पर The Great Red Spot तूफान के लिये जाना जाता है।

बृहस्पति ग्रह को  The Great Red Spot तूफान के लिए भी जाना जाता है। इस तूफान की खोज 17वी शताब्दी में की गई थी। बृहस्पति ग्रह की सतह पर यह धूल भरी आंधी/ तूफान बहुत ही भयंकर व विनाशक होता है कि इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसमें पूरी पृथ्वी समाई जा सकती है।

यह तूफान बृहस्पति ग्रह पर पिछले 350 वर्षों से लगातार चल रहा है। इस तूफान का diameter लगभग 24000 किलोमीटर है।

आज के इस लेख में हमने  (Interesting and Amazing Facts about Jupiter in Hindi) बृहस्पति ग्रह से जुड़े रोचक तथ्य के बारे में जाना है। हमें उम्मीद हैं की आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। अगर पसंद आया हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करे और अगर कुछ रह गया हो तो हमे नीचे कमेंट कर के जरूर बताइए।

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