भारतीय नौसेना दिवस 2023 का इतिहास एवं खास बातें (Indian Navy Day 2023 History Facts in hindi, Indian Navy Day 2023 Theme)
हर साल 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है। इस साल भी 4 दिसंबर 2023 को नई थीम के साथ भारतीय नौसेना दिवस को मनाया जाएगा। यह दिवस हम भारतीयों के लिए बहुत ही खास हैl यह दिन हमारे भारतीय नौसेना बलों के सम्मान में मनाया जाता है। भारतीयों के लिए नौसेना का महत्व आज जितना है, उतना शायद पहले कभी नहीं था। क्योंकि भारत में ज्यादातर बाह्य आक्रमण जमीन के रास्ते से हुआ है। लेकिन भारत की समुद्री सीमा बहुत विशाल है।
ऐसे में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत के लिए थल सेना के साथ ही भारतीय नौसेना का महत्व बहुत ही बढ़ गया है। आज के इस लेख में हम जानेंगे कि 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस क्यों मनाया जाता है और भारतीय नौसेना दिवस से जुड़े और भी रोचक तथ्यों के बारे में जानेंगे।
विषय–सूची
भारतीय नौसेना दिवस हर साल 4 दिसंबर महत्वपूर्ण तथ्य (Indian Air Force Day 2023 history Facts in hindi)
दिवस का नाम | भारतीय नौसेना दिवस |
कब मनाते है? | हर वर्ष 4 दिसंबर को |
मनाने का उद्देश्य | भारतीय नौसेना की ताकत और बहादुरी को सम्मानित किया जाता है। |
भारतीय नौसेना दिवस मनाने की शुरुआत | 1971 भारत-पाक युद्ध में विजय के बाद से |
भारतीय नौसेना की स्थापना | अंग्रेजों के द्वारा 1612 ईस्वी में |
भारतीय नौसेना अध्यक्ष 2023 | एडमिरल हरि कुमार |
भारतीय नौसेना दिवस थीम 2023 | जो समुद्र को नियंत्रित करता है वह |
4 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है भारतीय नौसेना दिवस (Indian Navy Day 2023 History Facts in hindi)
आमतौर पर कोई भी दिवस किसी चीज की स्थापना से जुड़ा रहता है, लेकिन भारतीय नौसेना दिवस 4 दिसंबर को मनाया जाता है। यह इसके स्थापना से जुड़ा हुआ नहीं है, बल्कि इसकी ऐतिहासिक उपलब्धि की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है।
भारतीय नौसेना की स्थापना तो ब्रिटिश काल में ही हो चुकी थी, लेकिन भारतीय नौसेना दिवस मनाने की शुरुआत वर्ष 1971 के भारत पाक युद्ध के बाद हुई थी।
4 दिसंबर 1971 को ही भारत-पाक युद्ध में भारत की नौसेना ने पाकिस्तान को पूरी तरीके से परास्त कर दिया था। इसके उपलक्ष्य में हर साल 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाने लगा।
साल 2023 में भारतीय नौसेना दिवस की थीम (Indian Navy Day 2023 Theme)
हर साल 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है और हर साल नई-नई थीम के साथ इस दिवस को मनाया जाता है। इस साल 2023 को भी भारतीय नौसेना दिवस की एक नई थीम निर्धारित की गई है। भारतीय नौसेना दिवस 2023 की थीम है “जो समुद्र को नियंत्रित करता है वह सर्वशक्तिमान है”।
भारत-पाक युद्ध में भारतीय नौसेना की उपलब्धि
वर्ष 1971 को भारत-पाकिस्तान का युद्ध हुआ था । 3 दिसंबर को पाकिस्तान सेना ने भारत के हवाई अड्डे और सीमा क्षेत्र पर हमला कर दिया जिसके बाद उनकी सेना को जवाब देने के लिए ऑपरेशन त्रिशूल शुरू किया गया था। इस ऑपरेशन के अंतर्गत कराची बंदरगाह और वहां स्थित पाकिस्तान के नौसेना मुख्यालय को टारगेट करना था।
भारत में एक मिसाइल नाव और दो युद्ध पोत भेजें। युद्ध पोतों ने रात में ही कराची बंदरगाह को पूरी तरीके से घेर लिया। उसके बाद करांची के तट पर जहाज के एक समूह पर भारतीय नौसेना बलों ने एंटी सिप मिसाइल से हमला किया।
इस हमले से कराची बंदरगाह पर मौजूद तेल स्टोर करने वाला टैंक भी पूरी तरीके से नष्ट हो गया। इससे लगी आग को 60 किलोमीटर दूर से भी देखा जा सकता था, जो कई दिनों तक धधकता रहा। इस युद्ध में भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के चार जहाज को डुबो दिया था,जिसमें से उनका एक खास जहाज पीएनएस खैबर भी था।
उनके सैकड़ो सैनिक भी मारे गए थे। भारतीय नौसेना बल की यह उपलब्धि इतिहास के पन्नों पर स्वर्ण अक्षरों से लिखा गया है। इस तरह भारत के नौसेना ने अपने दम पर पाकिस्तान के कराची नौसैनिक अड्डे को पूरी तरीके से तहस-नहस कर दिया।
इस उपलक्ष में हर साल 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना की ताकत और बहादुरी को सम्मानित करने के उद्देश्य से भारतीय सेवा दिवस मनाया जाने का निर्णय लिया गया।
1612 में भारतीय नौसेना की स्थापना (Establishment of Indian Navy)
भारतीय नौसेना का इतिहास ब्रिटिश काल से जुड़ा हुआ है। क्योंकि इसकी स्थापना अंग्रेजों के द्वारा 1612 ईस्वी में कि गई थी। उस समय ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने जहाज की सुरक्षा के उद्देश्य से एक समुद्री सेना के रूप में एक सेना का गठन किया था जिसका नाम रखा गया ईस्ट इंडिया मरीन।
1686 में जब ब्रिटिश व्यापारी पूरी तरीके से मुंबई में स्थानांतरित हो गए, तो उन्होंने इस सेना का नाम ईस्ट इंडिया मरीन से बदलकर बॉम्बे मरीन कर दिया। इस सेना ने मराठा, सिंधी युद्ध और 1824 के बर्मा युद्ध में भी हिस्सा लिया था।
उसके बाद इसका नाम बदलकर रॉयल इंडियन नेवी कर दिया गया। भारत जब आजाद हुआ तो 1950 में फिर से भारतीय नौसेना के रूप में इस सेना का गठन किया गया।
नौसेना दिवस के तारीख में होता रहा बदलाव
जैसा कि आपको पता है नौसेना दिवस 4 दिसंबर को वर्ष 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में भारत के नौसेना की महत्वपूर्ण उपलब्धि के उपलक्ष में मनाया जाता है। लेकिन उससे पहले भी नौसेना दिवस कई बार मनाया जा चुका है।
हालांकि इसकी तारीख में कई बार बदलाव हुए हैं। 21 अक्टूबर 1944 को सबसे पहले रॉयल इंडियन नेवी ने नौसेना दिवस मनाया था। उस समय आम लोगों के बीच नौसेना के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया गया। उसके बाद 1945 के द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 1 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया गया। 1972 तक 15 दिसंबर को नौसेना दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
भारतीय नौसेना से जुड़ी रोचक तथ्य (Interesting Facts about Indian Navy Day in hindi )
- भारतीय नौसेना का नेतृत्व भारत के राष्ट्रपति के द्वारा किया जाता है।
- 4 दिसंबर को इंडियन नेवी के मुंबई स्थित मुख्यालय में धूमधाम से इस दिन को मनाया जाता है,जिसमें नौ सैनिक अपने शौर्य का प्रदर्शन करते हैं।
- भारतीय इंडियन नेवी से पहले रॉयल इंडियन मरीन था,जिसमें कमीशन होने वाले पहले भारतीय लेफ्टिनेंट डी.एन. मुखर्जी थे।
- प्रथम विश्व युद्ध के दौरान इंडियन मरीन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाया था।
- भारत का नौसेना बल ताकत के मामले में पूरे दुनिया में चौथे स्थान पर आता है।
- भारत के आजादी के समय इंडियन नेवी में 11000 के लगभग अधिकारी और जवान थे। वंही आज भारतीय नौसेना में 67000 से भी ज्यादा सक्रिय सैनिक और 75000 के लगभग रिजर्व सैनिक है।