आज के इस पोस्ट में (Amazing Facts about Jellyfish in hindi) हम ऐसे जीव के बारे में चर्चा करेंगे जो बड़ा ही अनोखा है। जिसका नाम तो जेलीफिश है परन्तु वो कोई फिश नहीं है। ये एक ऐसा जीव है जिसके हड्डियां नहीं है और ना ही इसके पास दिमाग मौजूद है। जी हां दोस्तों, आज हम ऐसे ही अनोखे जीव के बार में बात करने जा रहे हैं। जिसका नाम है जेली फिश (Jelly Fish).
आज हम jellyFish के बारे में सभी विषयों पर बात करेंगे और कुछ रोचक तथ्य भी देखेंगे। जिनको अगर आप ध्यानपूर्वक पढ़ते हैं एक आप भी चौंक जाएंगे। तो आइए जेलीफिश के बारे में पूरी जानकारी जानते है।
Jellyfish का वैज्ञानिक नाम Scyphozoa है। Jellyfish एक समुद्र में रहने वाला जीव है। Jellyfish लगभग हर एक समुद्र में सतह में पाई जाती हैं। लेकिन वहीं कुछ जेलीफिश ऐसी भी होती हैं, जो बिल्कुल साफ पानी में पाई जाती हैं।
कुछ बड़ी और रंगीन जेलीफिश भी होती हैं जो लगभग विश्व भर में सामान्यतः तटीय क्षेत्रों में पाई जाती हैं। जेलीफिश को अमेरिका जैसे देश के मछली घरों में जैली या समुद्री जैली के नाम से बुलाते हैं।
जेलीफिश के समूह को कभी कभी ब्लूम या झुण्ड भी कहते हैं। ब्लूम शब्द का प्रयोग आमतौर पर छोटे क्षेत्रों में इकठ्ठे होने वाले बड़े-बड़े समूहों के लिए प्रयोग में जाता है।
विषय–सूची
जेलीफ़िश के रोचक तथ्य (All Information and Facts about Jellyfish in hindi)
जेलीफ़िश का आकार
दोस्तों जेली फिश के साइज की बात करें तो, जेलीफ़िश हर एक आकार और प्रकारों में आती हैं। अधिकांश जेली फिश आधे इंच से लेकर लगभग 16 इंच तक होती है। हालांकि सबसे छोटी केवल एक मिलीमीटर चौड़ी होती हैं! सबसे बड़ी जेली लायंस माने जेलीफ़िश (सायनिया कैपिलाटा) हैं, जो औसतन लगभग 3 फीट चौड़ी हैं।
जेलीफ़िश के शरीर की बनावट (Body Shape)
जेली फिश की बॉडी शेप की बात करें तो, जहां जेलीफ़िश और मूंगा को पॉलीप आकार माना जाता है, वहीं जेलीफ़िश मेडुसा आकार में होती है। अगर मेडूसा की बात करें तो मेडुसा मुक्त तैरने वाली आकृतियाँ होती हैं जिनके शरीर के तल पर उनके जाल होते हैं। चूंकि वे चारों ओर घूमते हैं, इसलिए नव विकसित तंत्रिका तंत्र काम में आता है।
जेलीफ़िश के प्रकार (Name and Types of Jellyfish)
- Moon Jelly
- Box Jellyfish
- Lion’s mane Jellyfish
- Blue Jellyfish
- Compass jellyfish
- Barrel Jellyfish
- Comb Jellies
- Pelagia noctiluca
- True Jellyfishes
जेलीफ़िश भोजन कैसे करती हैं?
सबसे पहले जेली फिश अपने शिकार को पंगु बना देती हैं। जिसको वो अपने अकशेरुकीय जाल की सहायता से करती है। जेलीफिश के शरीर के एकदम बीचों-बीच उसका मुख होता है जो छोटे आकार का होता है। जिसकी मदद से यह भोजन को अन्दर लेती है और बाहर भी निकालती है। जेलीफिश अपने भोजन को बहुत जल्दी पचा लेती है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह अपना मल (वेस्ट) मुंह से ही बारह निकालती है।
जेलीफ़िश किससे बनी होती है?
जेलीफिश तीन परतों से बनी होती हैं। इसकी बाहरी परत को एपिडर्मिस कहा जाता है, एक मध्य परत होती है जिसे मेसोग्लिया कहा जाता है, और एक आंतरिक परत होती है जिसे गैस्ट्रोडर्मिस कहा जाता है। एक प्राथमिक तंत्रिका तंत्र अथवा तंत्रिका जाल होती है जो जेलीफिश को सूंघने में, प्रकाश का पता लगाने और अन्य उत्तेजनाओं का जवाब देने की अनुमति देता है। इसका 98 प्रतिशत शरीर पानी से ही बना होता है।
जेलीफ़िश का इंसानों पर प्रभाव:
दोस्तों वैसे तो अधिकतर जेली फिश मनुष्यों के लिए हानिकारक नहीं होती हैं लेकिन फिर भी जेलीफिश की कुछ ऐसी प्रजातियां भी होती हैं जो कि मनुष्यों के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकती हैं। जैसे कि बॉक्स जेली फिश, मनुष्य के लिये बहुत खतरनाक होती है। यह एक बॉक्स के आकार की होती है। इसके सम्पर्क में आने पर मनुष्य को असहनीय दर्द होता है इसके साथ-साथ यह दिल की धडकन भी रोक सकती है।
जेलीफिश का दिमाग:
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें की जेलीफिश में दिमाग नहीं होता है। इसके अलावा उसमें हड्डियां, ह्रदय और रक्त अथवा केंद्रीय तंत्रिका तंत्र भी नहीं होता है। लेकिन इसके बावजूद भी जेलीफ़िश अपनी नसों के द्वारा आसपास के वातावरण को महसूस करती है।
जेलीफिश का जीवनकाल:
दोस्तों, अधिकतर जेलिफिश की आयु एक वर्ष से भी कम होती है। यानी कि 1 वर्ष तक ही जीवित रहती हैं। तथा कुछ जेली सबसे छोटी होती है जो केवल कुछ ही दिनों तक जीवित रह सकती हैं। हर एक प्रजाति का एक प्राकृतिक जीवन चक्र होता है। जिसमें जेलीफिश का रूप का जीवन चक्र केवल एक हिस्सा होता है।
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जेलीफिश से सम्बंधित रोचक तथ्य (Interesting Facts About Jellyfish)
अब हम जेलीफिश से संबंधित रोचक तथ्य के बारे में जानेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं।
- आपको जानकर हैरानी होगी वैज्ञानिकों के अनुसार डायनासोर से पहले से ही लगभग 500 मिलियन वर्षों से पृथ्वी पर जेलीफिश मौजूद हुआ करती थी।
- ज्यादातर जेलीफिश सफेद रंग के होते हैं लेकिन कुछ जेलीफिश लाल, गुलाबी आदि रंग के भी हो सकते हैं।
- कुछ जेलीफिश बायोलुमिनसेंट भी हो सकते हैं जिसका अर्थ है कि वह अपना प्रकाश स्वयं पैदा करते हैं।
- इस बात को जानने के बाद हर कोई आश्चर्य चकित हो जाएगा वो ये कि जेलीफिश के पास दिमाग, दिल, हड्डियां और आंखे भी नहीं होती हैं। फिर भी वे अपना छोटा सा जीवन जीने में समर्थ होती हैं।
- दुनियां के सबसे बड़ी जेलीफिश The lion’s mane Jellyfish है इसका वजन 200 किलो का है। इसकी कुल लंबाई मापे तो यह लगभग 120 फुट होगी।
- जेलीफिश अपने भोजन को बहुत जल्दी पचाने कि क्षमता रखती हैं।
- दुनियाभर में बहुत से देशों में जेलीफिश को एक व्यजंन के रूप में परोसा जाता है।
- बाहर के देशों में जैसे चीन में जेलीफिश को चिकित्सा के रुप में प्रयोग किया जाता है।
- जेलीफिश का एक डंक मानवों के लिए हानिकारक भी हो सकता है और कहीं कहीं पर तो जानलेवा भी हो सकता है। लेकिन एक बात ये भी है कि ये मानवों पर जानबूझ कर हमला नहीं करती हैं। ये तभी हमला करती हैं, जब मानव गलती से इनको छू लेता है।
- कुछ प्रयोगों में भी जेलीफिश का प्रयोग किया गया है जिसके कारण उन्हें अंतरिक्ष में भी भेजा गया है। अभी तक कुल 60,000 से ज्यादा जेलीफिश अंतरिक्ष में जा चुकी हैं।
- जेलीफिश लगभग लगभग पूरी तरह से पानी से बनी होती हैं।
- बॉक्स जेलीफिश को दुनिया का सबसे खतरनाक समुद्री जैली फिश माना जाता है।
- जेलीफिश के नाम में फिश है परन्तु वे मछली नहीं होती है।
- जेलीफिश अपने भोजन के रुप में अन्य समुद्री जीवों को खा जाती हैं।
- जेलीफिश की कुछ ऐसी प्रजातियां भी मौजूद है। जो अमर है मतलब कभी नहीं मरती है। इस जीव का यदि दो भागों में काट भी दें तो इससे दो जेलीफिश बन जाती हैं।
- जेलीफिश का शरीर लगभग पूरी तरह पानी से ही बना होता है इसके शरीर का 98 प्रतिशत भाग पानी का बना होता है।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने जेलीफिश (Amazing Facts about Jellyfish in hindi) के विषय में बात करी है। जो ऐसी जीव है, जिसके पास ना आंख है, ना दिमाग है और ना ही हड्डियां है फिर भी वे अमर है मतलब कभी नहीं मर सकती है। हम उम्मीद करते हैं आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। यदि पसंद आया हो तो इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
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