आतंकवाद विरोधी दिवस 2023- Anti-Terrorism Day Essay in hindi, आतंकवाद विरोधी दिवस का इतिहास और महत्व ( Anti- Terrorism Day history, facts & significance in hindi )
आज के इस निबंध का विषय “आतंकवाद विरोधी दिवस” ( Anti-Terrorism Day) है| इस लेख के माध्यम से आप जानेंगे की क्यों आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है?, यह दिवस कब मनाया जाता है ?, आतंकवाद विरोधी दिवस की शपथ?, आतंकवाद किरोधी दिवस का इतिहास और कई ऐसे रोचक तथ्य जिनके बारे में जानकारी होना आवश्यक है | यह लेख आप अपने विद्यालय / कॉलेज के प्रतिस्पर्धा में भी लिख सकते है अथवा इस निबंध को बोल कर प्रस्तुत कर सकते है। आइये पढ़ते है इस निबंध को।
प्रस्तावना : आतंकवाद विरोधी दिवस हर वर्ष 21 मई को मनाया जाता है। इस वर्ष यानि 2023 को यह रविवार के दिन मनाया जाएगा। हर वर्ष 21 मई को मनाये जाने वाले आतंकवाद विरोधी दिवस पर देश के समस्त व्यक्तियों को आतंवाद विरोधी शपथ दिलाई जाती है| केंद्रीय ग्रह मंत्रालय ने राज्य के मुख्य साचिवो को पत्र लिखकर आतंकवाद विरोधी दिवस मानाने के लिए निर्देश दिए है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य देश के समस्त व्यक्तियों को हंसा और आतंकवाद के पथ से दूर रखना, और देश में मानवता, शांति और एकता बनाए रखना और इस उद्देश्य के बारे में लोगो को जागरूक करना है।
इस दिन को मनाने के पीछे का कारण तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी की हत्या से है। इस दिन यानी 21 मई 1991 को राजीव गाँधी की हत्या कर दी गई थी, इनकी हत्या के बाद से ही आतंकवाद विरोधी दिवस मनाने का फैसला लिया गया। यह दिन हमे उन हज़ारो सैनिकों और पुलिसकर्मियों के बलिदान को याद करने में मदद करता है जिन्होंने हमे स्वतंत्रता और अधिकार दिलाने में एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा दिया और अपनी जान की परवाह किये बिना हमारे लिए अपनी जान कुर्बान कर दी थी| इन सबके बारे में जानने से पहले हमे विस्तार से यह समझना होगा की यह दिन कब और क्यों मनाया जाता है।
विषय–सूची
आतंकवाद विरोधी दिवस पर निबंध (Anti-Terrorism Day Essay in Hindi)
कब और क्यों मनाया जाता है आतंकवाद विरोधी दिवस?
प्रतिवर्ष 21 मई को विरोधी दिवस मनाया जाता है , इस वर्ष यानि 2023 को यह रविवार के दिन मनाया जायेगा। तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में 21 मई 1991 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की हत्या के बाद से ही 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस के तौर पर मनाने का फैसला लिया गया।
राजीव गाँधी जी जिस चुनाव प्रसार के लिए गए थे , उसी चुनाव प्रसार के दौरान एक महिला अपने शरीर पर विस्फोट लगा कर आई थी। भीड़ के बीच जैसे ही महिला राजीव गांधी जी के चरण स्पर्श करने के लिए झुकी , एक तेज़ धमाका हुआ और उस धमाके में राजीव गाँधी जी के समेत 25 लोगो की मृत्यु हो गयी थी। एक मानव रुपी बम बन कर आई महिला का सम्बन्ध एक आतंकवादी संगठन एलटीटीई से था। इस दिन सभी देश के व्यक्तियों को एक शपथ दिलाई जाती है तो आइये जानते है की कोनसी है वो शपथ।
आतंकवाद विरोधी शपथ
हम भारतवासी अपने देश की हिंसा और सेहेनशीलता की परम्परा में दॄढ़ विशवास रखते है और निष्ठापूर्वक शपथ लेते है की हम सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करेंगे। हम मानवजाति के सभी वर्गों के बीच शांति, सामाजिक सद्भाव और सूझबूझ कायम रखेंगे और मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहुंचाने वाली विघटनकारी शक्तियों से लड़ने की शपथ लेते है।
आतंकवाद विरोधी दिवस का इतिहास
तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में 21 मई 1991 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की हत्या कर दी गयी थी। उनकी हत्या के बाद से ही 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस के तौर पर मानाने का फैसला लिया गया था। राजीव गाँधी जी जिस चुनाव प्रसार के लिए गए थे, उसी चुनाव प्रसार के दौरान एक महिला अपने शरीर पर विस्फोट लगा कर आई थी। भीड़ के बीच जैसे ही महिला राजीव गांधी जी के चरण स्पर्श करने के लिए झुकी और एक तेज़ धमाका हुआ और उस धमाके में राजीव गाँधी जी के समेत 25 लोगो की मृत्यु हो गयी थी। एक मानव रुपी बम बन कर आई महिला का सम्बन्ध एक आतंकवादी संगठन एलटीटीई से था।
आतंकवाद विरोधी दिवस का महत्व
भारत में हर साल 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस (ANTI-TERRORISM DAY) मनाया जाता है, यह आतंकवाद, लोगो और राष्ट्र पर इसके प्रभावों के बारे जागरूकता फ़ैलाने के लिए भी मनाया जाता है। आतंकवाद विरोधी दिवस हमे आतंकवा से पीड़ित लोगो और उनके परिवारों को याद करने में मदद करता है। यह दिन सभी हितधारकों के बीच आतंकवाद विरोधी सहयोग और समन्वय के महत्व को प्रतिबंधित करने का एक अवसर भी है।
आतंकवाद विरोधी दिवस पर 10 महत्वपूर्ण बिंदु
- हर वर्ष 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है।
- यह दिन आतंकवाद के खतरों के बारे में लोगो के बीच जागरूकता बढ़ने के लिए है।
- पूर्व भारतीय प्रधान मंत्री राजीव गाँधी की याद में भी मनाया जाता है, जिनकी एक आतंकवादी महिला ने हत्या कर दी थी।
- इस दिन को मनन का उद्देश्य समाज में शांति , एकता और सद्भाव को बढ़ावा देना है।
- यह दिन याद दिलाता है की आतंकवाद पूरे समाज के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है।
- यह दिन लोगो को एक साथ आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने / आवाज़ उठाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
- ये दिन आतंकवाद का मुकाबल करने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग और समन्वय की आवश्यकता को भी बढ़ावा देता है।
- यह आतंकवादी हमलो के निर्दोष पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने का दिन है।
- जागरूकता फ़ैलाने के लिए इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
- यह आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का दिन है।
निष्कर्ष
आतंकवाद विरोधी दिवस केवल देश में शांति, एकता और मानवता का भाव बनाए रखने और आतंकवाद से पीड़ित लोगो की याद में मनाया जाता है। इस दिन हमे अपना योगदान ज़रूर देना चाहिए और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेना चाहिए। और बाकी सभी को जागरूक करने के लिए इस मैसेज को शेयर करे ताकि बाकी सब भी जानकारी प्राप्त कर पाए।
FAQ
आतंकवाद विरोधी दिवस कब मनाया जाता है?
राजीव गाँधी जी की हत्या किसने की?
राजीव गाँधी जी की हत्या एक महिला आतंकवादी ने की थी।
आतंकवादी महिला का सम्बन्ध किस संगठन से था?
आतंकवादी महिला का सम्बन्ध एलटीटीई संगठन से था।
राजीव गाँधी जी की हत्या कब हुई?
राजीव गाँधी जी की हत्या 21 मई 1991 को हुई थी।
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