राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह 2023 पर निबंध (National Safety Day Essay in Hindi, Safety Day Theme 2023, National Security Day 2023, Essay on National Safety Day and Week 2023 in Hindi)
National Safety Day 2023: आज इस लेख के जरिए हम आपको भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस/सप्ताह पर निबंध (National Safety Day 2023 Essay In Hindi) के बारे में बताने वाले हैं।
भारत में हर साल 4 मार्च का दिन राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए केवल राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस ही नहीं अपितु राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 4 मार्च से ही होती है और यह सप्ताह 10 मार्च तक चलता है। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और सप्ताह हर साल एक नई थीम अर्थात विषय के साथ मनाया जाता है।
इस साल भी 4 मार्च 2023 को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाएगा और 4 मार्च 2023 से लेकर 10 मार्च 2023 तक राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह की गतिविधियां और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और सप्ताह के खास मौके पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों और सरकारी तथा गैर सरकारी संगठनों द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और सप्ताह पर निबंध लेखन (Essay On National Safety Day / Week In Hindi) प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।
- राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस क्यों मनाया जाता है?
- राष्ट्रीय एकता दिवस पर निबंध व कविता
- राष्ट्रीय बालिका दिवस पर निबंध व भाषण
- राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर भाषण
- राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 पर स्लोगन
विषय–सूची
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 का संक्षिप्त विवरण (Essay on National Safety Day in Hindi)
लेख का प्रकार | निबंध |
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस क्यों मनाया जाता है? | सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिये जागरुकता लाना |
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस कब मनाया जाता है? | 4 मार्च – 11 मार्च 2023 तक |
पहली बार कब शुरु हुआ? | 1972 |
इस बार कौन सा दिवस मनाया जाएगा? | 52वां राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस |
इसको मनाने की शुरुआत किसने की | डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (राष्ट्रपति) |
कहां-कहां मनाया जाता है। | भारत में |
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 की थीम | हमारा लक्ष्य – शून्य नुकसान |
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर निबंध (National Safety Day Essay in Hindi) –
प्रस्तावना–
प्रत्येक वर्ष 4 मार्च का दिन भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। 4 मार्च 1972 का दिन वह विशेष दिन था जब राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने की शुरुआत हुई।
भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने की पहल भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (National Safety Council) ने की थी। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद एक गैर-लाभकारी संगठन है जिसकी स्थापना 4 मार्च साल 1966 में मुंबई में सोसायटी अधिनियम एक्ट के तहत की गई थी।
यही कारण है कि 4 मार्च के दिन भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना होने के कारण साल 1972 से इसे राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के रुप में मनाया जाने लगा।
जब भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने की शुरुआत हुई तो उस समय भारत के राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी थे। जिन्होंने सुरक्षा मामले में जागरूकता की गंभीरता को समझते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने का आह्वान किया ताकि भारतीय उद्योगों और उद्योगपतियों को औद्योगिक सुरक्षा के मामले में जागरूक किया जा सके।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की शुरुआत होने के बाद लगातार भारत में होने वाली औद्योगिक और अन्य दुर्घटनाओं में कमी देखने को मिली है। सुरक्षा मामलों में यह सतर्कता और उपलब्धि राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और सप्ताह की ही देन है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस एवं सप्ताह मनाने के उद्देश्य –
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस एवं सप्ताह मनाने का सबसे प्रमुख उद्देश्य भारतीय लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा और स्वयं की सुरक्षा दोनों के प्रति जागरूक करना है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के खास मौके पर पूरे सप्ताह भर राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम और गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। इन सुरक्षा कार्यक्रमों के जरिए न केवल देश की राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि पर्यावरण एवं मानव स्वास्थ्य की सुरक्षा इत्यादि मुद्दों पर भी चर्चा होती है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस केवल लोगों को उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूक ही नहीं करता बल्कि परस्पर सुरक्षा में सहयोग की भूमिका के लिए भी प्रेरित करता है। इस पूरे सप्ताह और राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के विशेष मौके पर सुरक्षा के उपायों पर गहन शोध और चर्चाएं होती हैं।
आपकी और हमारी सुरक्षा केवल सुरक्षा परिषद की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है और हमें अपनी जिम्मेदारी का पूरी तरह निर्वहन करना चाहिए। राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह और दिवस पर्यावरण तथा परिवेश की सुरक्षा के लिए भी समर्पित होता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस एवं सप्ताह के मुद्दों में पर्यावरण की स्वच्छता, प्रदूषण की रोकथाम, औद्योगिक सुरक्षा, गरीबी एवं बेरोजगारी, प्राकृतिक आपदा प्रबंधन, आतंकवाद और नक्सलवाद से सुरक्षा तथा नारी सुरक्षा सशक्तिकरण और स्वावलंबन जैसे विषय शामिल होते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस एवं सप्ताह के कार्यक्रम –
भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह की गतिविधियां 4 मार्च को शुरू होती हैं और 10 मार्च तक चलती हैं।
सप्ताह के 7 दिनों में अलग-अलग मुद्दों पर अलग-अलग गतिविधियां और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में पर्यावरण और स्वास्थ्य सुरक्षा के ऊपर भी विचार-विमर्श किया जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह और दिवस भारत की सीमा सुरक्षा के लिए भी बेहद विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह नेशनल सिक्योरिटी से भी संबंधित है। इन खास मौके पर विभिन्न कार्यक्रमों में भारत की सीमा सुरक्षा पर कुर्बान वीर जवानों और सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें याद भी किया जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 की थीम (National Safety Day Theme 2023)
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस एवं सप्ताह भारत में हर साल एक नई थीम के साथ मनाया जाता है।
इस दिवस को थीम के साथ मनाने का सबसे प्रमुख उद्देश्य है अलग-अलग विषयों पर एक-एक करके प्रकाश डालना और उनसे जुड़ी हुई समस्याओं का निपटारा करना।
इस साल राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 के लिए एक नई थीम “Our Aim – Zero Harm” अर्थात् “हमारा लक्ष्य – शून्य नुकसान” निर्धारित की गई है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस एवं सप्ताह का महत्व –
सुरक्षा के प्रति जागरूकता को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस एक बेहद खास दिन है। इसके कार्यक्रम लगातार राष्ट्र की सुरक्षा और राष्ट्रीय नागरिकों की सुरक्षा को बढ़ावा देने में और उन्हें सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
जब से राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस एवं सप्ताह बनाने की शुरुआत हुई है भारत में औद्योगिक दुर्घटनाओं में बेहद कमी आई है और लगातार औद्योगिक सुरक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में सुरक्षा के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ती जा रही है।
सुरक्षा दिवस मनाने का प्रमुख उद्देश्य ही है लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करना।
भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद –
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद एक गैर लाभकारी संगठन है जिसका काम राष्ट्रीय सुरक्षा और उसकी रणनीति के मामले में लोगों को सुझाव देना और जागरूक करना है।
इसकी स्थापना 4 मार्च 1966 को भारतीय श्रम मंत्रालय द्वारा की गई थी।
उपसंहार –
सुरक्षा के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना केवल राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का काम नहीं है बल्कि यह हमारी व्यक्तिगत जिम्मेदारी भी है।
हमें एक साथ मिलकर देशभर के लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा पर्यावरण की सुरक्षा और उनके स्वयं की सुरक्षा के प्रति जागरूक करना चाहिए।
हमें परस्पर सुरक्षा में सहयोग की भूमिका निभानी चाहिए और हमेशा एक दूसरे की सुरक्षा में मदद करनी चाहिए।
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