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ब्लैक होल क्या है और कैसे बनता है? | Black hole kya hota hai

नमस्कार दोस्तों स्वागत है हमारे वेबसाइट पर आज की पोस्ट में बात करेंगे ब्लैक होल क्या है और कैसे बनता आप लोगों ने देखा होगा कि ब्लैक होल जैसी घटना घटित होती रहती है ब्लैक होल की घटना जब घटित होती है तो उस समय उसके अंदर से प्रकाश भी गुजर नहीं पाता है और black hole देखने में काले धब्बे के समान होता है ऐसे में सारे लोगों के मन में सवाल आता है कि ब्लैक होल क्या होता है और कैसे बनता है अगर आप इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो हमारे साथ आर्टिकल पर बने रहिए चलिए शुरू करते हैं-

ब्लैक होल क्या होते हैं? (What is Black hole in hindi)

ब्लैक होल अंतरिक्ष में घटित होने वाली एक ऐसी घटना है जहां पर घूट अक्सर बार इतना ज्यादा हो जाता है कि वहां से प्रकाश भी निकल नहीं पाता है इसके अलावा कोई तारा ग्रह और अंतरिक्ष यान अगर इसके नजदीक आए तो वह उसे अपनी तरफ खींच लेता है इस प्रक्रिया को स्पेगेटीफिकेशन के नाम से जाना जाता है. ब्लैक होल की प्रक्रिया में या प्रकाश को पूरी तरह से अवशोषित कर लेताI है इसलिए इसे देख पाना संभव नहीं है अगर आप ब्लैक और को देखना चाहते हैं तो उसके लिए आपको टेलीस्कोप का इस्तेमाल करना होगा इसी के माध्यम से आप इसे देख पाएंगे I

ब्लैक होल क्या है? | Black-Hole-kya-hota-hai

ब्लैक होल कितने बड़े होते हैं?

वैज्ञानिकों के अनुसार ब्लैक होल बड़े और छोटे दोनों आकार में होते हैं. इसका आकार परमाणु के जैसा छोटा होता है लेकिन इसका mass काफी बड़ा होता है ब्लैक होल को  तारकीय (Stellar) ब्लैक होल कहा जाता हैI इसका द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान से 15-20 गुना अधिक हो सकता है. आकाशगंगा में अनेक प्रकार के ब्लैक होल उपस्थित होते हैंI सबसे बड़े ब्लैक होल को विशालकाय  ब्लैक होल कहा जाता है इसका मास सूर्य की अपेक्षा काफी बड़ा होता हैI हमारी आकाशगंगा में सबसे बड़ा ब्लैक होल Sagittarius A  हैI इसका द्रव्यमान 40 लाख सूर्यों के द्रव्यमान के बराबर हो सकता हैI इसका आकार इतना बड़ा है कि इसके अंदर आपका ही पृथ्वी को रखा जा सकता हैI

> आइये जाने जेम्स वेब टेलिस्कोप के बारे में कुछ खास बातें

ब्लैक होल कैसे बनता है?

ब्लैक होल नाम दो शब्दों का योग है: ब्लैक और होल. इसका नाम ब्लैक होल इसलिए पड़ा क्योंकि इसके अंदर से प्रकाश भी गुजर नहीं सकता है जब ब्लैक होल की घटना घटित होती है तो उस समय गुरुत्वाकर्षण बल इतना ताकतवर होता है कि अगर उसके पास से कोई भी चीज अगर गुजर जाए तो उसे अपनी तरफ आकर्षित कर अपने अंदर समाहित कर लेती है यही वजह है कि इसे हम लोग ब्लैक होल कहते हैं सबसे महत्वपूर्ण बात है कि ब्लैक होल कभी भी खाली नहीं होता है बल्कि इसके अंदर एक सिंगल प्वाइंट होता है जिसमें बहुत सारा पदार्थ संघनित होता है इस पॉइंट को ‘Singularity’ के नाम से जाना जाता हैI

ब्रह्मांड वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्लॉक होल का निर्माण उसी समय शुरू हो गया था जब ब्रम्हांड का निर्माण हो रहा था जैसा कि हमने आपको बताया कि ब्लैक होल कई प्रकार के होते हैं ऐसे में तारे ब्लैक होल तब बनते हैं जब किसी बड़े तारे का केंद्र अपने आप में ढह जाता है और अधिक गुरुत्वाकर्षण बल के कारण बड़े धारे अपने इंधन को बहुत ही तेजी के साथ दहन करते हैं जो उनके केंद्र को अधिक गर्म और सघन बना देता है इस दौरान अधिक परमाणु प्रक्रिया की घटना घटित होती है जिसके कारण तारों में दो तरह के बल उत्पन्न हो जाते हैं जो एक दूसरे के खिलाफ लड़ाई करते हैं दूसरे force काफी ताकतवर होता है वह पहले फोर्स को अपनी तरफ खींच लेता है इन सभी प्रक्रियाओं के कारण ब्लैक होल की घटना घटित होती है ऐसी ब्लैक होल को तारकीय ब्लैक होल कहते हैंI

ब्लैक होल का पता कैसे लगाया

ब्लैक होल का पता लगाने के लिए वैज्ञानिक टेलीस्कोप और सेटेलाइट की मदद लेते हैं इसके माध्यम से वैज्ञानिकों को आसानी से मालूम चल जाता है कि ब्लैक होल की घटना घटित हुई हैI

ब्लैक होल के अंदर क्या है?

ब्लैक होल के अंदर क्या है, आज भी एक पहेली है क्योंकि इसके अंदर कोई भी व्यक्ति अगर जाएगा तो वह वापस नहीं आएगा क्योंकि इसके अंदर प्रकाश जैसी चीजें भी नहीं पहुंच सकती हैं क्योंकि इसका गुरुत्वाकर्षण बल इतना मजबूत है कि वह प्रकाश को अवशोषित कर सकता है यदि आप ब्लैक होल के भीतर टॉर्च चला कर भी देखना चाहेंगे तो आपको कुछ भी चीजें दिखाई नहीं पड़ेगी इसके अंदर केवल आपको अंधेरा ही दिखाई पड़ेगा जब आप प्ले खोल के नजदीक जाएंगे तो आपको पहले चरण में केवल आप उसके event horizon को पार कर जाएंगे इस प्रक्रिया के दौरान आपकी घड़ी की जो सही है वह धीमी हो जाएगी और आप कुछ भी चीजें अनुभव नहीं कर पाएंगे यदि आप नजदीकी स्पेस सेंटर में कोई सिग्नल देने की कोशिश करेंगे तो वहां पर आपका सिग्नल नहीं पहुंचेगाI

सबसे महत्वपूर्ण बात है कि अगर आप ब्लैक होल के अंदर उपस्थित Singularity के नासिक पहुंचेंगे तो आप एक्स-रे और गामा किरणों के संपर्क में आकर आप पूरी तरह से जल जाएंगे इसलिए हम कह सकते हैं कि ब्लैक होल के अंदर जाना काफी खतरनाक हैI

ब्रह्मांड में कुल मिलाकर कितने ब्लैक होल हैं?

समूचे ब्रह्मांड में कुल मिलाकर कितने ब्लैक वाले इसके बारे में कोई भी सटीक डाटा अभी तक उपलब्ध नहीं है लेकिन कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार 40 अरब से अधिक ब्लॉक और इस ब्रह्मांड में उपस्थित और आए दिन कोई ना कोई नया ब्लैक होल वैज्ञानिकों के द्वारा खोजा जा रहा है इसलिए इनकी संख्या तेजी के साथ बढ़ रही हैl

ब्लैक होल की आवाज कैसी है?

नासा के द्वारा ब्लैक होल की आवाज रिकॉर्ड कही गई है जो काफी डरावनी और खतरनाक है वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में पाया है कि ब्लैक होल में कुल मिलाकर 8 प्रकार की आवाजें पाई जाती हैं इन आवाजों को Black Hole Binaries का नाम दिया गया हैI शोधकर्ताओं द्वारा ब्लैक होल इको सिस्टम वाले आवाजों की भी खोज की है अभी जान को बताना है कि इन आवाजों के माध्यम से आकाशगंगा में किस प्रकार का बदलाव हो रहा है उसकी जानकारी हमें मिलती हैI

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आइये जानें-

ब्लैक होल कैसे दिखते हैं?

ब्लैक होल कैसे दिखते हैं इसके बारे में कई लोगों के मन में सवाल आता है तो हम आपको बता दें कि ब्लैक होल बिल्कुल काला और आकृति बिहीन होती है सूर्य के mass के मुकाबले अधिक बड़ा होने के बावजूद भी आकाशगंगा में यह काफी छोटे दिखाई पड़ते हैंI

पहले ब्लैक होल की खोज कब और किसने की?

ब्लैक होल के अस्तित्व की भविष्यवाणी सबसे पहले मशहूर वैज्ञानिक आइंस्टीन ने की थी लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात ब्लैक होल शब्द का इस्तेमाल पहली बार सन् 1967 में अमेरिकी खगोल शास्त्री जॉन व्हीलर द्वारा किया गया. उसका नाम Cygnus X-1 था. इसकी खोज 1971 में की गई थीI 

हाल के दिनों में कौन से ब्लैक होल की खोज की गई है?

हाल के दिनों में वैज्ञानिकों ने Gaia BH1 नाम का ब्लैक होल खोजा है यह अबतक का सबसे नजदीक खोजा गया ब्लैक होल है जिसकी दूरी पृथ्वी से लगभग 1600 प्रकाशवर्ष आकी गई है यह सूर्य से लगभग दस गुना अधिक भारी है। यह ओफाशस तारामंडल में हैंI

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यह ओफाशस तारामंडल में हैं इससे पूर्व अभी तक 20 ब्लैक हॉल की पुष्टि की गई है वैज्ञानिकों का कहना है कि केवल हमारी आकाशगंगा में ही करोड़ों ब्लैक हॉल हो सकते हैं। इससे पहले खोजा गया ब्लैक हॉल पृथ्वी से 3000 प्रकाशवर्ष की दूरी पर स्थित है।

FAQ

ब्लैक होल के अंदर क्या होता है?

इसके अंदर केवल अंधेरा होता है और साथ में गुरुत्वाकर्षण बल इतना अधिक होता है क्या कोई भी चीज को अपने अंदर समाहित कर सकता हैI

ब्लैक होल की खोज कब की गई थी?

1967 में अमेरिकी खगोल शास्त्री जॉन व्हीलर द्वारा किया गयाI उसका नाम Cygnus X-1 था. इसकी खोज 1971 में की गई थीI

ब्लैक होल कितना छोटा हो सकता है?

ब्लैक होल एक परमाणु के जितना छोटा हो सकता हैI

हाल के दिनों में कौन से ब्लैक होल की खोज की गई है?

हाल के दिनों में वैज्ञानिकों ने Gaia BH1 नाम का ब्लैक होल खोजा है जो पृथ्वी के मुकाबले 10 गुना बड़ा हैI

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