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कौन है Upsc Topper इशिता किशोर? आइए जाने इनका जीवन परिचय (Ishita Kishore UPSC Topper Biography in Hindi)

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हाल ही में भारतीय संघ लोक सेवा आयोग द्वारा सिविल सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट (Upsc Result 2023) जारी किया है।

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संघ लोक सेवा आयोग द्वारा जारी किए गए परिणाम में दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स कॉलेज से अर्थशास्त्र विषय से B.A. ऑनर्स में ग्रेजुएट हो चुकी इशिता किशोर ने पूरे भारत में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

इशिता ने महज 27 वर्ष की उम्र में भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा मानी जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम अंक पाकर युवाओं का हौसला बुलंद किया है और लाखों अभ्यर्थियों की रोल मॉडल बन चुकी हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर को सिविल सेवा परीक्षा 2022 में अपने तीसरे प्रयास में ही सफलता मिल गई और उन्होंने ऑल इंडिया रैंक वन लाकर यूपीएससी की परीक्षा टॉप की।

आज इस लेख के जरिए हम आपको इशिता किशोर का जीवन परिचय (Upsc Topper Ishita Kishore Biography In Hindi) के बारे में बताने वाले हैं।

Who is Ishita-Kishore-Upsc-Topper-Biography-in-Hindi

कौन है इशिता किशोर, जीवन परिचय (Ishita Kishore UPSC Topper Biography in Hindi)

इशिता किशोर सिविल सर्विस परीक्षा 2022 की टॉपर हैं। जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया में टॉप वन रैंक हासिल किया है।

इशिता किशोर ने सिविल सर्विस परीक्षा में तीन प्रयास दिए हैं और तीसरी बार में ही सफलता हासिल हो गई। हालांकि इशिता किशोर प्रथम 2 प्रयासों में प्रीलिम्स की परीक्षा भी उत्तीर्ण नहीं कर पाई थी।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इशिता किशोर का जन्म साल 1996 में बेगमपेट, हैदराबाद, वर्तमान तेलंगाना में हुआ था। इनके पिता भारतीय वायुसेना में विंग कमांडर थे जिनकी पोस्टिंग उस दौरान हैदराबाद में ही थी।

इशिता किशोर का परिवार (Family of Ishita Kishore) –

इशिता किशोर के पिता संजय किशोर भारतीय वायु सेना में एक विंग कमांडर अधिकारी थे हालांकि अब वह इस दुनिया में नहीं रहे। साल 2004 में इशिता के पिता संजय किशोर की मौत हो गई थी। उनकी माता का नाम ज्योति किशोर है जो एक सेवानिवृत शिक्षिका है। इशिता के परिवार के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक उनका एक भाई भी है जो पेशे से वकील भी है। इशिता किशोर के भाई का नाम ईशान हर्ष है।

एक इंटरव्यू के दौरान इशिता किशोर ने बताया कि उन पर उनके पारिवारिक अनुशासन, सेवा एवं कर्तव्यों का भरपूर प्रभाव पड़ा जिसकी देन है कि आज वह अपने सपनों को साकार करने में सक्षम हुई है।

वर्तमान समय में इशिता किशोर ग्रेटर नोएडा (गौतमबुद्ध नगर), उत्तर प्रदेश में रहती हैं। हालांकि उनका परिवार मूल रूप से पटना, बिहार का रहने वाला है। इशिता किशोर के दादा और नाना दोनों मूल रूप से बिहार के ही रहने वाले हैं। इशिता का पैतृक घर पटना साहिब में जबकि बिहार के सासाराम में है।

इशिता किशोर की उम्र और जाति (Ishita Kishore Caste and Age) –

सिविल सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट आते ही Upsc topper इशिता किशोर की उम्र और जाति को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। कोई उन्हें दलित समाज की बेटी बता रहा है तो कोई कायस्थ। कोई कह रहा है कि इशिता ने यादव समाज का नाम रोशन किया है तो कोई इशिता को मुजफ्फर पुरिया कुशवाहा बता रहा है।

यूपीएससी रिजल्ट 2023 के आते ही सोशल मीडिया पर इशिता की उम्र और जाति को लेकर काफी ज्यादा लोग सर्च कर रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इशिता किशोर की उम्र साल 2023 के मुताबिक 27 वर्ष है।

यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर की जाति को लेकर भी तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। हालांकि उनकी जाति से बढ़कर उनकी सफलता और मेहनत को स्थान देना चाहिए। इशिता किशोर ने अपनी जाति को लेकर अभी तक कोई खुलासा नहीं किया है। हमें उनकी सफलता और उनके परिश्रम को आप ना चाहिए ना की उन्हें उनकी जाति से पहचान मिलनी चाहिए।

इशिता किशोर की शिक्षा (Ishita Kishore Education in Hindi)

इशिता किशोर ने अपनी 12वीं की साल 2014 में पढ़ाई एयर फोर्स बाल भारती से पूरी की है। इशिता किशोर की पढ़ाई लिखाई ज्यादातर दिल्ली में ही हुई। साल 2017 में इशिता किशोर ने दिल्ली विश्वविद्यालय से संबंधित श्रीराम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स अर्थशास्त्र विषय में बैचलर ऑफ आर्ट्स (ऑनर्स) पूरा किया है।

अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर ने अर्न्स्ट एंड यंग नाम की कंपनी में बतौर रिस्क एनालिस्ट काम करना शुरू कर दिया था। हालांकि 2 साल काम करने के बाद उन्होंने यह नौकरी छोड़ दी और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में लग गई।

अर्थशास्त्र से बैचलर ऑफ आर्ट्स में ग्रेजुएशन पूरा करने के बावजूद इशिता किशोर ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में अपना वैकल्पिक विषय राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध चुना।

इशिता किशोर मधुबनी पेंटिंग को अपनी रूचि के तौर पर बनाती हैं। उन्होंने मधुबनी पेंटिंग अपनी मां, नानी मां और दादी से सीखी है। मधुबनी पेंटिंग के साथ-साथ इशिता किशोर खेलकूद अर्थात स्पोर्ट्स की भी शौकीन है। स्पोर्ट्स में फुटबॉल उनका पसंदीदा खेल है और वह बड़े स्तर पर भी फुटबॉल प्रतियोगिता खेल चुकी हैं। साल 2012 में इशिता ने सुब्रतो कप के फुटबॉल टूर्नामेंट में बतौर टीम कप्तान अपनी भूमिका निभाई थी।

एक साधारण सी एनालिस्ट से यूपीएससी टॉपर (IAS) बनने तक का सफ़र – (Ishita Kishore UPSC Journey to became An IAS)

दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से अर्थशास्त्र में बीए ऑनर्स करने वाली इशिता किशोर का एक मामूली सी रिस्क एनालिस्ट से आईएएस बनने का सफर काफी रोचक रहा। इशिता ने अपना यह मुकाम अपनी तपस्या लगन और समर्पण के बल पर हासिल किया है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीए ऑनर्स से अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद इशिता किशोर ने अर्न्स्ट एंड यंग कंपनी के लिए बतौर एक रिस्क एनालिस्ट काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने 2 साल तक यह काम किया उसके बाद नौकरी छोड़ दी।

नौकरी छोड़ने के पीछे इशिता किशोर का उद्देश्य सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करना था। इशिता के शर हमेशा से एक बढ़िया नौकरी करना चाहती थी लेकिन ढेर सारे विकल्प होने के कारण वह असमंजस में पड़ी हुई थी। इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि उनके सामने एमबीए, मास्टर्स और सिविल सेवा तीन प्रमुख विकल्प थे हालांकि उन्होंने इन दिनों विकल्पों में से सिविल सर्विस को चुना।

सिविल सेवा का विकल्प चुनने के पीछे इशिता की मंशा यही थी कि सिविल सेवा के जरिए आपको देश के लिए कुछ करने का मौका मिलता है। वह एक ऐसे परिवार से संबंध रखती थी जहां उनके पिता भारतीय वायु सेना में विंग कमांडर थे और देश की सेवा कर रहे थे और शायद इसी का प्रभाव इशिता पर ह पड़ा।

उनके भीतर भी देश की सेवा का भाव हमेशा से ही था वह देश के लिए कुछ करना चाहती थी इसीलिए उन्होंने सिविल सर्विस को अपने विकल्प के रूप में चुना। इंटरव्यू के दौरान इशिता किशोर ने बताया कि भले ही उन्होंने अपना स्नातक अर्थशास्त्र से पूरा किया था लेकिन ग्रेजुएशन के दौरान राजनीतिक शास्त्र भी उनका एक विषय था।

इसीलिए राजनीति शास्त्र पर भी इशिता किशोर की पकड़ अच्छी थी। इशिता किशोर ने यह फैसला लिया कि वह राजनीति शास्त्र में खुद को ज्यादा बेहतर तरीके से अभिव्यक्त कर सकती हैं इसीलिए उन्होंने राजनीति शास्त्र और इसके समकालीन विषय वस्तु अंतरराष्ट्रीय संबंध को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुना।

इशिता किशोर में इंटरव्यू के दौरान बताया कि यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी के दौरान वह पूरे सप्ताह में तकरीबन 42 से 45 घंटे पढ़ाई करती थी यानी कि रोजाना 8 से 9 घंटे पड़ा करती थी। खासकर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी में यह सवाल अक्सर पूछा जाता है की कितने घंटे पढ़ाई करनी चाहिए ज्यादातर सुझाव 12 घंटे के लिए आते हैं लेकिन इशिता किशोर रोजाना केवल 8 से 9 घंटे पढ़ाई करती थी।

यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के दौरान इशिता किशोर ने सोशल मीडिया से भी अपना संपर्क बनाए रखा उनका मानना है कि सोशल मीडिया के जरिए आप अपने दोस्तों के साथ संपर्क में रह सकते हैं। वह यूपीएससी परीक्षा के सफर में अपने दोस्तों से अलग नहीं होना चाहती थी इसीलिए उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपने दोस्तों से संपर्क जारी रखा और आज सभी दोस्तों उनकी इस खुशी में शामिल है।

सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के दौरान इशिता किशोर दो बार प्रीलिम्स भी क्वालीफाई नहीं कर पाई थी लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। इशिता किशोर का मानना है कि आपको अपने ऊपर दृढ़ विश्वास रखना चाहिए और असफलता के बावजूद भी सफलता की तलाश करती रहनी चाहिए।

इशिता किशोर की इसी सोच ने उन्हें रिस्क एनालिस्ट से आईएएस अधिकारी बनने तक के सफर में बनाए रखा और आज उनका यह सपना साकार हो चुका है। उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में पूरे भारत में पहला पायदान हासिल किया है।

यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर (Upsc Topper Ishita Kishore)

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि इशिता किशोर भारतीय संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2022 की टॉपर है। इशिता किशोर बचपन से ही देश की सेवा करना चाहती थी और एक आईएएस अधिकारी बनना चाहती थी। अपने पिता की तरह ही देश की सेवा का जुनून उनके सर पर भी सवार था। एक तरफ़ जहां उनके पिता एयरफोर्स में विंग कमांडर बनकर देश की सेवा कर रहे थे तो वहीं इशिता के लिए भी उनकी मां ने देश की सेवा का क्षेत्र प्रशासनिक सेवा को चुना और उन्हें आईएएस की परीक्षा देने के लिए प्रोत्साहित किया।

बचपन के दौरान ही इशिता के सर से पिता का साया हट चुका था। लेकिन इनकी मां ने उन्हें कभी भी किसी चीज की कमी महसूस नहीं होने दी। इंटरव्यू के दौरान इशिता किशोर ने बताया कि उनकी सफलता में उनकी माता का बहुत विशेष योगदान है जिन्होंने उन्हें बिना किसी चिंता के अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही। उनके प्रोत्साहन की बदौलत थी आज इशिता किशोर सिविल सेवा परीक्षा में भारत में प्रथम स्थान पर आई हैं।

आईएएस परीक्षा की तैयारी करते हुए इशिता किशोर ने पॉलिटिकल साइंस तथा इंटरनेशनल रिलेशनशिप अर्थात राजनीतिक विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध को अपना ऑप्शनल सब्जेक्ट अर्थात वैकल्पिक विषय चुना। उन्होंने कुल मिलाकर तीन बार सिविल सेवा की परीक्षा दी हालांकि शुरुआती दो प्रयासों में वह प्रीलिम्स भी क्वालीफाई नहीं कर पाई लेकिन तीसरे ही प्रयास में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में टॉप किया।

23 मई 2023 को यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट घोषित किया गया जिसमें टॉपर इशिता किशोर का नाम शीर्ष पर रहा। UPSC सिविल सेवा परीक्षा टॉप करने के साथ ही “इशिता किशोर” भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी (IAS) के तौर पर चयनित होकर देश की सेवा करेंगी।

अगर आप भी भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी यानी कि एक आईएएस अधिकारी चाहते हैं तो ऊपर दिए गए लिंक को क्लिक करके आईएएस कैसे बनें से  जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।

दोस्तों आज इस लेकर जरिए हमने आपको यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर का जीवन परिचय (Ishita Kishore Upsc Topper Biography In Hindi) के विषय में बताया। उम्मीद करते हैं हमारा यह लेख आपको पसंद आया होगा।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (Frequently Asked Questions) FAQ –

इशिता किशोर कौन है?

इशिता किशोर सिविल सेवा परीक्षा 2022 की टॉपर है जिन्होंने पूरे इंडिया में टॉप वन रैंक हासिल किया।

इशिता किशोर किस राज्य की हैं?

इशिता किशोर का परिवार मूल रूप से पटना बिहार में रहने वाला है हालांकि इस समय इशिता किशोर उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा (गौतम बुद्ध नगर) में रहती हैं।

इशिता किशोर की उम्र कितनी है?

इशिता किशोर की उम्र 27 साल है।

इशिता किशोर किस जाति की हैं?

इशिता किशोर की Caste को लेकर सोशल मीडिया पर काफी बवाल मच रहा है। कोई उन्हें ब्राह्मण, तो कोई उन्हें यादव समाज से संबंधित बता रहा है। कई लोग उन्हें कायस्थ बता रहे हैं। लेकिन कुछ दावों के मुताबिक इशिता किशोर कुशवाहा जाति की बताई जा रही हैं

सिविल सेवा परीक्षा 2022 का टॉपर कौन है?

इशिता किशोर ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में ऑल इंडिया टॉप किया है और प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

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