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जेरेमी लालरिनुंगा का जीवन परिचय | Jeremy Lalrinnunga Biography in Hindi

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022  वेटलिफ्टिंग में जीता स्वर्ण पदक, जेरेमी लालरिनुंगा का जीवन परिचय, जन्म, परिवार, शिक्षा,  (Jeremy Lalrinnunga Biography in Hindi, Weightlifting, Age, Family, Commonwealth Games 2022 )

बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय वेटलिफ्टरों ने पूरी तरह से अपना जलवा बिखेर दिया है।

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31 जुलाई 2022 को कॉमन वेल्थ गेम्स में वेटलिफ्टिंग में भारत को पांचवां पदक मिल चुका है। आपको बता दें कि भारत के लिए वेटलिफ्टिंग में यह पांचवा पदक स्वर्ण पदक है जिसे जेरेमी लालरिन्नूंगा ने अपने नाम किया है।

इसके पहले साइखोम मीराबाई चानू ने 30 जुलाई 2022 की रात को भारत के लिए वेटलिफ्टिंग में पहला गोल्ड मेडल जीता था और अब जेरेमी लालरिन्नूंगा ने भारत के लिए दूसरा गोल्ड मेडल जीता है।

जेरेमी लालरिन्नूंगा एक भारतीय वेटलिफ्टर यानी की भारोत्तोलक है। जेरेमी लालरिन्नूंगा के पिता नेशनल लेवल के बॉक्सर थे जिनसे प्रेरित होकर जेरेमी लालरिन्नूंगा ने अपना शुरुआती प्रशिक्षण मुक्केबाजी में लिया लेकिन बाद में उन्होंने वेटलिफ्टिंग को अपने हुनर को दिखाने के जरिए के रूप में चुना।

जेरेमी लालरिन्नूंगा ने महज 15 वर्ष की आयु में यूथ ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय का खिताब अपने नाम कर लिया था।

उन्होंने साल 2018 में आयोजित यूथ ओलंपिक गेम्स में उन्होंने मेंस वेटलिफ्टिंग में 62 किलो भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा उन्होंने एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता था। जेरेमी लालरिन्नूंगा ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भी अपनी जीत का सिलसिला नहीं रुकने दिया और मेंस वेटलिफ्टिंग के 67 किलो भार कैटिगरी में 30 जुलाई 2022 को स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है।

तो आइए भारत के इस जांबाज वेटलिफ्टर के बारे में बताते हैं कि कैसे बॉक्सिंग से उनकी एंट्री वेटलिफ्टिंग में हुई और उनके करियर की कौन सी उपलब्धियां रही।

आइये इन्हें भी जानेंसाइखोम मीराबाई चानू का जीवन परिचय

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जेरेमी लालरिन्नूंगा का जीवन परिचय (Jeremy Lalrinnunga Biography in Hindi)

जेरेमी लालरिन्नूंगा भारत के युवा भारोत्तोलक हैं जिनका नाम यूथ ओलंपिक गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय के रूप में दर्ज है। इनका पूरा नाम जेरेमी लालरिन्नूंगा राल्टे है।

जेरेमी लालरिन्नूंगा का जन्म मिजोरम की राजधानी आइजोल में 26 अक्टूबर 2002 को हुआ था। इनके पिता का नाम लालमैथुआवा राल्ते है जो लोक निर्माण विभाग में मस्टररोल मजदूर का काम करते हैं। आपको बता दें कि इनके पिता लालमैथुआवा राष्ट्रीय स्तर के जूनियर बॉक्सर रह चुके हैं। इनकी माता का नाम लालमुआनपुई राल्ते है। 

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जेरेमी लालरिन्नूंगा चार भाई हैं। तथा उनके तीनों भाई जेरी राल्टे, जोसेफ राल्टे और जेम्स राल्टे मुक्केबाजी करते हैं। अपने जीवन के शुरुआती दिनों में पिता की मुक्केबाजी से प्रेरित होकर इन्होंने बॉक्सिंग में अपना करियर बनाने का सपना था जिसके कारण इन्होंने बॉक्सिंग का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था हालांकि बाद में इनका झुकाव वेटलिफ्टिंग में हो गया और आज पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन कर रहे हैं।

आइये इन्हें भी जानें– मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन का जीवन परिचय

जेरेमी लालरिन्नूंगा के बारे में जानकारी (Jeremy Lalrinnunga Biography, coach, birth place, father, mother, brothers name, height, weight)

पूरा नाम (Full Name)जेरेमी लालरिनुंगा राल्टे
बचपन का नाम (Nick Name )जलेबी और जर्मन
जन्म  (Date of Birth)26 अक्टूबर 2002
जन्म का स्थान (Birth Place)आइजोल, मिजोरम
उम्र (Age)19 वर्ष (2022)
राष्ट्रीयता (Nationality)भारतीय
प्रसिद्धी (उपलब्धि)2018 में यूथ ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता
पेशा (Occupation)भारतीय भारोत्तोलक (Weightlifter)
वर्ग (Category)62 to 67 kg
कोच (Coach)मालसावमा खियांगते
कद (लम्बाई)5 फीट 5 इंच (165 cm)
वजन (Weight)60 kg
परिवार (Family Details)
पिता का नाम (Father’s)लालमैथुआवा राल्ते
माता का नाम (Mother)लालमुआनपुई राल्ते
तीन भाई (Brothers Name) जेरी राल्टे, जोसेफ राल्टे और जेम्स राल्टे
वैवाहिक स्थितिअविवाहित

जेरेमी लालरिन्नूंगा करियर के रिकार्ड एवं उपलब्धियां (Jeremy Lalrinnunga Records & Career )

  • महज 6 साल की उम्र में पिता की मुक्केबाजी से प्रेरित होकर जेरेमी लालरिन्नूंगा ने मुक्केबाजी के प्रशिक्षण के लिए अपने पिता की बॉक्सिंग अकादमी को ज्वाइन कर लिया था। लेकिन उसके 2 साल बाद ही जब जेरेमी की उम्र 8 वर्ष थी उनके पिता को आर्थिक तंगी की वजह से अपनी एकेडमी को बंद करना पड़ा।
  • जेरेमी लालरिन्नूंगा का झुकाव वेटलिफ्टिंग की तरफ तब हुआ जब 7 साल की उम्र में उन्होंने एक जिम में लड़कों को भारी वजन उठाते हुए देखा यहीं से जेरेमी को प्रेरणा मिली और उन्होंने वेटलिफ्टिंग में अपना करियर बनाने का सोचा।
  • वेटलिफ्टिंग में अपना करियर बनाने का सपना लेकर जेरेमी लालरिन्नूंगा अपने पहले कोच माल्सावमा खियांगते से मिले और उनसे वेटलिफ्टिंग का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया।
  • वेटलिफ्टिंग में प्रशिक्षण शुरू करने के कुछ दिनों बाद ही उन्हें पटियाला नेशनल कैंप में भारतीय वेटलिफ्टिंग कोच विजय शर्मा से ट्रेनिंग लेने का मौका मिला।
  • साल 2018 में जेरेमी लालरिन्नूंगा ने यूथ ओलंपिक गेम्स में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता और वह पहले ऐसे भारतीय बने जिन्होंने महज 15 साल की उम्र में यूथ ओलंपिक में पहली बार स्वर्ण पदक जीता
  • यूथ ओलंपिक के अलावा जेरेमी ने एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भी सिल्वर मेडल जीता था। इसके अलावा उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स और पिछले वर्ष कॉमन वेल्थ यूथ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर क्वालीफाई हुए।
  • साल 2018 में यूथ ओलंपिक गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही वह 62 किलोग्राम भार वर्ग में पदक जीतने वाले पहले भारतीय युवा बने। और उन्होंने कुल 274 किलोग्राम स्नैचिंग की।
  • 31 जुलाई 2022 को उन्होंने इंग्लैंड के बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स फिर से नए रिकॉर्ड के साथ वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक जीता है।

कामनवेल्थ गेम्स 2022 में जीता स्वर्ण पदक (Gold Medal in 2022 Commonwealth games)

31 जुलाई 2022 को जेरेमी लालरिन्नूंगा ने बर्मिंघम में आयोजित राष्ट्रमंडल खेल में वेटलिफ्टिंग में नए रिकॉर्ड के साथ भारत के लिए दूसरा स्वर्ण पदक और वेटलिफ्टिंग में पांचवां पदक जीता है।

जेरेमी लालरिन्नूंगा कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में 67 किलोग्राम पुरूष भार वर्ग में स्नैचिंग में 140 किलोग्राम का रिकॉर्ड वजन उठाया। इसके अलावा उन्होंने क्लीन एंड जर्क राउंड में 160 किलोग्राम का वजन उठाया।

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भारत के लिए कामनवेल्थ गेम्स 2022 में यह पांचवा मेडल और दूसरा गोल्ड मेडल है। इसके पहले 30 जुलाई 2022 को मीराबाई चानू ने वूमेंस वेटलिफ्टिंग में 201 किलोग्राम के रिकॉर्ड total स्नैचिंग के साथ भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता था।

जबकि इसके अलावा पुरुष वर्ग में संकेत महादेव सरगर ने सिल्वर मेडल, गुरु राजा पुजारी ने ब्रॉन्ज मेडल और महिला वेट लिफ्टिंग में बिंदिया रानी देवी ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।

गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही बनाया नया रिकॉर्ड –

महज 19 साल की उम्र में 67 किलोग्राम भार वर्ग में वेटलिफ्टिंग करने वाले मिजोरम के जेरेमी लालरिन्नूंगा ने कामनवेल्थ गेम्स में नया रिकॉर्ड स्थापित किया है।

उन्होंने फाइनल राउंड की स्नैचिंग में रिकॉर्ड 140 किलोग्राम का वजन उठाया है जबकि क्लीन एंड जर्क राउंड में 160 किलोग्राम का वजन उठाया था। इसी के साथ उन्होंने संयुक्त भारोत्तोलन में कुल 300 किलोग्राम का वजन उठाकर कॉमनवेल्थ गेम्स का नया रिकॉर्ड बनाया है।

FAQ

जेरेमी लालरिन्नूंगा कौन है ?

जेरेमी लालरिन्नूंगा भारतीय वेटलिफ्टर है जो 67 किलोग्राम भार वर्ग में भारत के लिए वेटलिफ्टिंग करते हैं।

जेरेमी लालरिन्नूंगा ने कौन सा नया रिकॉर्ड बनाया है ?

जेरेमी ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में 300 किलोग्राम संयुक्त भारोत्तोलन करके कॉमनवेल्थ गेम्स का नया रिकॉर्ड बनाया है।

जेरेमी लालरिन्नूंगा की उम्र कितनी है –

वर्तमान समय में जेरेमी लालरिन्नूंगा की उम्र 19 वर्ष है।

जेरेमी लालरिन्नूंगा किस लिए जाने जाते हैं ?

जेरेमी लालरिन्नूंगा यूथ ओलंपिक गेम्स में महज 15 साल की उम्र में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय वेटलिफ्टर हैं।

जेरेमी लालरिन्नूंगा का मुक्केबाजी से क्या नाता है ?

जेरेमी लालरिन्नूंगा के पिता राष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाज रह चुके हैं। उन्हीं से प्रेरित होकर जेरेमी ने अपने करियर की शुरुआत मुक्केबाजी से करनी चाहिए थी लेकिन बाद में पब्लिक जिम में कुछ लड़कों के भार वाहन से उठ प्रेरित होकर उन्होंने वेटलिफ्टिंग को अपने करियर के रूप में चुना।

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