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कौन हैं अचिंता शेउली जीवन परिचय | Achinta Sheuli biography in Hindi

कौन हैं अचिंता शेउली, कॉमनवेल्थ गेम्स 2022  वेटलिफ्टिंग में जीता तीसरा स्वर्ण पदक, अचिंता शेउली का जीवन परिचय, जन्म, परिवार, शिक्षा (Achinta Sheuli biography in hindi, Weightlifting, Age, Family, Commonwealth Games 2022 )

बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय वेटलिफ्टरो का जुनून थमने का नाम नहीं ले रहा। कामनवेल्थ गेम्स के आगाज से ही लगातार भारतीय वेटलिफ्टर ने शानदार प्रदर्शन किया है और एक के बाद एक सफलता उनके हाथ लगी है। भारतीय वेटलिफ्टरों के शानदार प्रदर्शन से भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल काफी बढ़ गया है।

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31 जुलाई 2022 का दिन भारत के लिए काफी यादगार रहा क्योंकि इसी दिन भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में दो स्वर्ण पदक मिले।

कॉमनवेल्थ गेम्स में 31 जुलाई 2022 को पहला पदक जेरेमी लालरिन्नूंगा को मिला जिन्होंने 67 किलोग्राम भार वर्ग में 300 किलोग्राम संयुक्त स्नैचिंग कर रिकॉर्ड बनाया। और इसी दिन देर रात एक नए वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ अचिंता शेउली ने 73 किलोग्राम भार वर्ग में भारत के लिए एक और गोल्ड मेडल जीत लिया।

अचिंता के इसी गोल्ड मेडल के साथ भारत के वेटलिफ्टर कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में कुल 6 पदक और तीसरा स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।

पश्चिम बंगाल के अचिंता शेउली एक भारतीय वेटलिफ्टर हैं जिन्होंने इस वर्ष कामनवेल्थ गेम्स में 31 जुलाई 2022 को नए वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। तो आइए भारत के इस जांबाज वेटलिफ्टर के बारे में अच्छे से जानते हैं।

आइये इन्हें भी जानें

Achinta-Sheuli-Biography-in-Hindi

अचिंता शेउली का जीवन परिचय (Achinta Sheuli biography in Hindi)

कौन हैं अचिंता शेउली, प्रारम्भिक जीवन

भारत के लिए बर्मिंघम में तीसरा स्वर्ण पदक जीतने वाले अचिंता शेउली 24 नवंबर 2001 में पश्चिम बंगाल के देउलपुर में पैदा हुए थे। इस समय उनकी उम्र 20 वर्ष है और वह भारत के लिए 73 किलोग्राम भार वर्ग में वेटलिफ्टिंग करते हैं। अचिंता के पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे। उनकी मां का नाम पूर्णिमा शेउली है। उनका एक भाई भी है जिसका नाम आलोक शेउली है।

महज 11 साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था

जब अचिंता शेउली महज 11 साल के थे, उसी समय साल 2013 में उनके पिता की मृत्यु हो गई जो परिवार के भरण-पोषण के लिए मजदूरी का काम करते थे। उनके पिता का नाम जगत शेउली था जिनकी मृत्यु के बाद उनके परिवार को आर्थिक कठिनाइयों से गुजरना पड़ा जिसके कारण उनके भाई आलोक ने वेटलिफ्टिंग छोड़ दी। आपको बता दें कि अचिंता और आलोक दोनों ही वेटलिफ्टिंग का प्रशिक्षण कर रहे थे लेकिन पिता की मृत्यु के बाद उनके बड़े भाई आलोक के ऊपर परिवार की सारी जिम्मेदारियां आ गई जिसके कारण उन्हें वेटलिफ्टिंग छोड़नी पड़ी। उनका परिवार इस समय हावड़ा के धूलागढ़ में रहता है। अपने एक इंटरव्यू के दौरान चिंता ने बताया कि वह 10 साल की उम्र से ही अपने भाई आलोक के साथ जिम ट्रेनिंग के लिए जाया करते थे और जी तोड़ मेहनत किया करते थे।

पिता की मृत्यु के बाद उनकी मां पूर्णिमा ने भी सिलाई और अन्य कई कामों को करना शुरू कर दिया ताकि उनकी आर्थिक तंगी अचिंता के करियर के बीच में ना आए। और आज उसी का परिणाम है कि अचिंता ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए वेटलिफ्टिंग में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता है।

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इस समय अचिंता पटियाला के SAI केंद्र NSNIS में प्रशिक्षण ले रहे हैं और अपनी ट्रेनिंग कर रहे हैं।

अचिंता शेउली के बारे में जानकारी (Achinta Sheuli Biography, coach, birth place, father, mother, brothers name, height, weight)

पूरा नाम (Full Name)अंचिता शेउली
बचपन का नाम (Nick Name )अंचिता
जन्म  (Date of Birth)24 नवंबर 2001
जन्म का स्थान (Birth Place)देउलपुर, पश्चिम बंगाल
उम्र (Age)20 वर्ष (2022)
राष्ट्रीयता (Nationality)भारतीय
प्रसिद्धी (उपलब्धि)गोल्ड मेडल, बर्मिंघम, कॉमनवेल्थ गेम्स 2022
पेशा (Occupation)भारतीय भारोत्तोलक (Weightlifter)
वर्ग (Category)73 kg
कोच (Coach)विजय शर्मा
कद (लम्बाई)5 फीट 8 इंच
वजन (Weight)73 kg
धर्म (Religion)हिंदू
परिवार (Family Details)
पिता का नाम (Father’s)प्रतीक शेउली
माता का नाम (Mother)पूर्णिमा शेउली
भाई (Brothers Name)आलोक शेउली
वैवाहिक स्थितिअविवाहित

अचिंता शेउली करियर के रिकार्ड एवं उपलब्धियां(Achinta sheuli Records & Career )

  • अचिंता शेउली ने साल 2011-12 में अपने वेटलिफ्टिंग करियर की शुरुआत की। अचिंता अपने भाई आलोक शेउली को अपना आदर्श मानते हैं। दरअसल उनके भाई आलोक ने ही उन्हें वेटलिफ्टिंग के लिए प्रेरित किया था और उनके भाई ने ही उन्हें वेटलिफ्टिंग का प्रारंभिक पर प्रशिक्षण भी दिया था।
  • साल 2015 में अचिंता ने आर्मी स्पोर्ट इंस्टिट्यूट ज्वाइन कर लिया और वहां अपना प्रशिक्षण लेने लगे।
  • साल 2015 में ही चिंता ने कामनवेल्थ यूथ चैंपियनशिप में 56 किलोग्राम भार कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता था।
  • साल 2018 मे यह इंडियन नेशनल कैंप में शामिल हो गए।
  • साल 2018 में अचिंता ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता।
  • साल 2018 में ही इन्होंने एशियाई युथ चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था।
  • अचिंता शेउली कामनवेल्थ चैंपियनशिप गेम्स में दो बार स्वर्ण पदक विजेता रहे हैं।
  • साल 2019 में उन्होंने पहली बार सीनियर एंड जूनियर कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था।
  • साल 2021 में इन्होंने जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता।
  • इसके बाद एक बार फिर साल 2021 में यह सीनियर कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडलिस्ट रहे।
  • कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप 2021 के दौरान इन्होंने 316 किलोग्राम संयुक्त स्नैचिंग के साथ गोल्ड मेडल जीता था।
  • बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में इन्होंने 31 जुलाई को इन्होंने कामनवेल्थ गेम्स में अपना पहला पदक जीता और इसके साथ ही यह 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए तीसरा पदक है।

कामनवेल्थ गेम्स 2022 में जीता स्वर्ण पदक (Gold Medal in 2022 Commonwealth games)

31 जुलाई 2022 का दिन बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए बहुत यादगार रहा क्योंकि इसी दिन भारत को वेटलिफ्टिंग में दो स्वर्ण पदक मिले जिसमें से पहला स्वर्ण पदक जेरेमी लालरिन्नूंगा को और दूसरा अचिंता शेउली को मिला।

जेरेमी लालरिन्नूंगा ने 67 किलोग्राम भार वर्ग में 300 किलोग्राम संयुक्त स्नैचिंग के साथ बर्मिंघम में भारत की ओर से दूसरा गोल्ड मेडल अपने नाम किया।

अचिंता शेउली पुरुष वेटलिफ्टिंग में 73 किलोग्राम भार कैटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इस दौरान अचिंता ने क्लीन एंड जर्क राउंड में अपने पहले प्रयास में 166 किलोग्राम की स्नेचिंग की और उनका दूसरा प्रयास 170 किलोग्राम स्नेचिंग करने में सफल रहा।

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जबकि फाइनल राउंड में चिंता ने अपने पहले प्रयास में 137 किलोग्राम भार स्नैचिंग की तो वही दूसरे प्रयास में 140 किलोग्राम का भार वहन किया। और अपने तीसरे प्रयास में उन्होंने 143 किलो ग्राम की भारी स्नैचिंग करके एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है।

आइये इन्हें भी जानें

अचिंता शेउली ने बनाया नया रिकॉर्ड (New Records)

अचिंता शेउली ने बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में वेटलिफ्टिंग करते क्लीन एंड जर्क राउंड में 170 किलोग्राम स्नैचिंग का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया तथा फाइनल राउंड में 143 किलोग्राम स्नैचिंग का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।

इस दौरान उन्होंने पुरूष 73 किलोग्राम भार वर्ग कुल मिलाकर 313 किलोग्राम की संयुक्त स्नैचिंग की जो कामनवेल्थ गेम्स में अब तक की रिकॉर्ड स्नेचिंग है।

अपने बड़े भाई को समर्पित किया गोल्ड मेडल –

अचिंता शेउली ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वह अपने इस गोल्ड मेडल को अपने बड़े भाई आलोक को समर्पित करना चाहते हैं क्योंकि वेटलिफ्टिंग के करियर के इस सफर में उनके भाई का बहुत बड़ा योगदान रहा है।

इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि उनके भाई ने वेटलिफ्टिंग में उनका करियर बनाने के लिए अपने सपनों को छोड़ दिया।

अचिंता के गोल्ड मेडल समेत भारत को मिल चुके हैं कुल 6 पदक –

इस बार बर्मिंघम में कामनवेल्थ गेम्स में भारतीय वेटलिफ्टरो का प्रदर्शन शानदार रहा। इस दौरान वेटलिफ्टिंग में भारत को कुल 6 पदक मिले हैं जिसमें से तीन स्वर्ण पदक हैं। भारत के लिए पहला रजत पदक संकेत महादेव सरगर ने जीता था जबकि दूसरा ब्रांज मेडल गुरुराज पुरवारी ने जीता था। इसी क्रम में भारत के लिए तीसरा सिल्वर मेडल बिंदिया रानी देवी ने जीता था और फिर साइखोम मीराबाई चानू ने भारत के लिए चौथा पदक जीता जो कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में पहला स्वर्ण पदक था।

मीराबाई चानू के स्वर्ण पदक जीतने के बाद भारतीय वेटलिफ्टर ने एक के बाद एक स्वर्ण पदक जितने का सिलसिला जारी रखा। और 31 जुलाई 2022 को भारत को वेटलिफ्टिंग में दो और स्वर्ण पदक मिले जिनमें से पहला जेरेमी लालरिन्नूंगा और दूसरा अचिंता शेउली को मिला।

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FAQ

अचिंता शेउली कौन है?

अचिंता शेउली 73 किलोग्राम भार वर्ग में वेटलिफ्टिंग करने वाले भारतीय वेटलिफ्टर हैं जिन्होंने 31 जुलाई की देर रात को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता।

अचिंता शेउली ने कौन सा नया रिकॉर्ड बनाया है?

अचिंता ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में 313 किलोग्राम संयुक्त स्नैचिंग का नया रिकॉर्ड बनाया है।

अचिंता शेउली की उम्र कितनी है?

इस समय अचिंता की उम्र 20 वर्ष है।

अचिंता के भाई का क्या नाम है?

अचिंता के भाई का नाम आलोक शेउली है जिन्हें वह अपना प्रेरणा स्रोत मानते हैं।

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