Advertisements

राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस 2023 थीम, इतिहास | National Endangered Species Day history & Essay in Hindi

राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस 2023, National Endangered Species Day Essay in Hindi, राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस का इतिहास , थीम 2023 ( NATIONAL ENDANGERED SPECIES DAY history, facts & Significance in hindi )

आज का यह लेख राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस पर दिया गया है इसके माध्यम से आप लुप्त होने वाली प्रजातियों के बारे में जानेंगे। लुप्तप्राय प्रजाति दिवस के बारे में कई चीजे जानने को मिलेंगी ए लुप्तप्राय प्रजातियां क्या हैं यह दिन कब और  क्यों मनाया जाता हैए इस दिन को मानाने का इतिहासए थीम 2023 और कई रोचक तथ्य जानने को मिलेंगे।

Advertisements

प्रस्तावना: राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस इस वर्ष यानी 2023 में 19 मई को मनाया जा रहा है। यह दिन हर साल मई माह के तीसरे शुक्रवार को मनाया जाता है।  इस दिन को मानाने का उद्देश्य हमारे ग्रह की लुप्त होती प्रजातियों की सुरक्षा करना है।  यह वर्ष ये 17वां राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस है।  यह दिन पृथ्वी के वनस्पतियो और जीवो के संरक्षण पर ध्यान देने के लिए मनाया जाता हैं। हम इन लुप्त होती प्रजातियों के लिए बहुत कुछ कर सकते है।  इस दिन को मानाने का उद्देश्य लुप्त प्रजातियों के संरक्षण के तरीको और जैव विविधता की समझ के बारे में शिक्षित करना है। हमे यह पता होना चाहिए की कुछ जानवरो, पौधों और कीड़ो का अस्तित्व बहुत नाज़ुक होता है , और हमे यह जानने के लिए समय निकलना याद दिलाता है की लुप्तप्राय प्रजातियों को किसी और नुकसान से बचाना इतना महत्वपूर्ण क्यों है।

लुप्तप्राय प्रजातियां क्या हैं?

लुप्तप्राय प्रजातियां ऐसे जीवो की आबादी है, जिनके लुप्त होने का खतरा है क्योकि वे या तो संख्या में काम है या पर्यावरण में बदलाव के कारण और वनों की कटाई के कारण, भोजन/पानी की कमी के कारण विलुप्त हो रही है।वैज्ञानिक प्रमाण बताते है की प्राचीन काल की तुलना से आधुनिक काल में प्रजातियों के विलुप्त होने की दर बहुत अधिक है। भारत में कुल 199 प्रजातियों के लुप्त होने का खतरा है और यह IUCN RED LIST 2021 के अनुसार माना जाता है। जैसे- गैंडे, अमूर तेंदुए, काले गैंडे, जंगली हाथी इत्यादि।

भारत में लुप्तप्राय प्रजातियां कौन-कौन सी हैं?

भारत की लुप्तप्राय प्रजातियां में बंगाल टाइगर, भारतीय शेर, भारतीय हाथी, भारतीय गेंडा, गौर, शेर, जंगली उल्लू, हिम तेंदुआ, नीलगिरि तहर, अफ्रीकी लंगूर पूंछ वाला, तिब्बती हिरन, गंगा नदी डॉल्फिन, ढोल, काली बत्तख, महान भारतीय बस्टर, बत्तख (सफेद पंखों की) और कई प्राजातियां है जिन्हें लुप्तप्राय जिन्हें संकटग्रस्त घोषित किया जा चुका है।

राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस | National-Endangered-Species-Day-in-hindi

राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस हर वर्ष मई माह के तीसरे शुक्रवार को मनाया जाता है। इस वर्ष यानि 2023 को यह दिन 19 मई को मनाया जा रहा है। यह दिन इस बात के लिए आगाह करने के लिए बनाया गया था की कुछ जानवरों, पौधों और कीड़ो का अस्तित्व बहुत नाज़ुक है। सन 1960 में पर्यावरण और इसमें अपना अमूल्य योगदान देंने वाले वन्यजीवों की रक्षा के लिए चिंता ज़ाहिर की गयी है।  जो प्रजातियां धीरे धीरे विलुप्त हो रही हैं उनका संरक्षण कितना महत्वपूर्ण है, इसके बारे में लोगो का ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रयास किया गया है।

लुप्तप्राय प्रजातियों के सरंक्षण के लियें सरकार को वनों की कटाई, ग्लोबल वार्मिंग को कम करने पर जोर देना। विलुप्त प्रजातियों के शिकार व तस्करी को रोकने के लिये हरसंभव उपाय करना अति आवश्यक हो गया हैं।

राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस 2023 की थीम

राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस का उद्देश्य वनस्पतियो और जीवो के सामने आने वाले जोखिम को कम करने की दिशा में हमारी ज़िम्मेदारी की याद दिलाना है। हर वर्ष एक थीम को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। राष्ट्रीय लुप्तप्रज प्रजाति दिवस 2023 की थीम “ लुप्तप्राय प्रजाति अभियान की 50 वी वर्षगांठ मना रहा है!’’ है।

राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस का इतिहास

28 दिसंबर को सभी लुप्तप्राय के लिए वन्यजीव संरक्षण और प्रयासों के महत्व को उठाने के लिए लुप्तप्राय प्रजाति अधिनियम 1973 को क़ानून हस्ताक्षरित किया गया था। राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस 2006 में डेविड रोब्बिन्सन और लुप्तप्राय प्रजाति गठबंधन द्वारा स्थापित और शुरू किया गया। 2006 से मई के तीसरे शुक्रवार को राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस के रूप में मनाया जाता है।

निष्कर्ष

इस दिन को मानाने का खास मकसद केवल विलुप्त होति प्रजातियों का संरक्षण करने से है। इस दिन को मानाने के लिए हम सोशल मीडिया पर पोस्ट करके बाकी सब को भी जागरूक करे जिससे हमारी ये लुप्त होती प्रजातियों को समय रहते बचाया जाए।

HomeGoogle News

FAQ

राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस कब मनाया जाता है?

यह हर वर्ष मई माह के तीसरे शुक्रवार को मनाया जाता है।

Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram group Join Now

इस वर्ष कौनसा राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस मनाया जा रहा है?

इस वर्ष 17 वां राष्ट्रीय लुप्तप्रे प्रजाति दिवस मनाया जा रहा है।

राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस 2023 की थीम क्या है?

राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस 2023 की थीम “ लुप्तप्राय प्रजाति अभियान की 50 वी वर्षगांठ मना रहा है!’’ है।

महत्वपूर्ण दिवस:-

Leave a Comment