परवेज मुशर्रफ का जीवन परिचय, जीवनी, उम्र, धर्म, पत्नी, जाति, मृत्यु, (Parvez Muzaffar Biography in Hindi, Birth Place, Cast, religion, death, Parvez Muzaffar News, Pervez Musharraf biography in hindi)
5 फरवरी 2023 को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का देहांत हो गया। परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद के साथ-साथ सेना प्रमुख के रूप में भी अपनी भूमिका निभा चुके थे। पाकिस्तानी राष्ट्रपति के तौर पर परवेज मुशर्रफ का कार्यकाल किसी तानाशाही से कम नहीं था।
साल 1999 में परवेज मुशर्रफ ने तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की लोकतांत्रिक सरकार का तख्तापलट कर दिया और पाकिस्तान की सत्ता में तानाशाही का रुख अपना लिया।
परवेज मुशर्रफ कारगिल युद्ध के मास्टरमाइंड थे। इतना ही नहीं उनके ऊपर राजद्रोह का आरोप भी सिद्ध हुआ था जिसके बाद उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी। 5 फरवरी 2023 को दुबई के एक अस्पताल में भर्ती परवेज मुशर्रफ की मौत हो गई।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको परवेज मुशर्रफ का जीवन परिचय (Parvez Muzaffar biography in hindi) के बारे में बताएंगे। इसके अलावा हम उनसे जुडी हुई महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में भी चर्चा करेंगे।
विषय–सूची
परवेज मुशर्रफ का जीवन परिचय (Parvez Muzaffar biography in hindi)
परवेज मुशर्रफ दिल्ली में पैदा हुए थे। पाकिस्तान के राष्ट्रपति और सेना प्रमुख रह चुके परवेज मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त 1943 को ब्रिटिश सत्ता के आधीन भारत के दिल्ली में हुआ था।
वह दिल्ली के दरियागंज इलाके में पैदा हुए थे। भारत विभाजन के बाद परवेज मुशर्रफ अपने परिवार के साथ पाकिस्तान में चले गए और कराची में अपने पूरे परिवार के साथ बस गए।
परवेज मुशर्रफ का संक्षिप्त परिचय (Who is Parvez Muzaffar biography in hindi, bio, age, caste Education, family, father, mother name)
पूरा नाम (Full Name) | परवेज मुशर्रफ |
प्रसिद्धी | पाकिस्तान के 10वें राष्ट्रपति |
प्रसिद्ध नाम | “काउबॉय”, “मश”, “पल्लू” |
जन्म (Date of Birth) | 11 अगस्त 1943 |
जन्म स्थान (Place of Birth) | पुरानी दिल्ली, ब्रिटिश भारत |
राष्ट्रीयता (Nationality) | पाकिस्तानी |
गृहनगर (Home Town) | कराची, पाकिस्तान |
पिता (Father Name) | सैयद मुशर्रफुद्दीन (पाकिस्तानी अधिकारी और राजनयिक) |
माता का नाम (Mother Name) | बेगम जरीन मुशर्रफ |
भाई | डॉ. जावेद मुशर्रफ |
मृत्यु का कारण (Reason of Death) | अमाइलॉयडॉसिस बीमारी से पीड़ित |
स्कूल | सेंट पैट्रिक माध्यमिक विद्यालय, कराची |
कॉलेज | फॉर्मन क्रिश्चियन कॉलेज, लाहौर, पंजाब पाकिस्तान सैन्य अकादमी, काकुल, एबटाबाद |
शिक्षा | मास्टर डिग्री Royal College of Defence Studies, Britain |
निधन (Death) | 17 नवंबर 1928, लाहौर |
उम्र (age) | 79 वर्ष (2023) |
राजनीतिक दल | ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग पाकिस्तान मुस्लिम लीग |
पेशा | राजनीतिज्ञ पूर्व सेना |
धर्म (Religion) | इस्लाम |
जाति | सुन्नी (भी, सैय्यद) |
वैवाहिक स्थिति | वैवाहिक |
शादी की तारीख | 28 दिसंबर, 1968 |
पत्नी का नाम (Wife) | शेहबा मुशर्रफ़ |
बच्चे | बिलाल मुशर्रफ(बेटा), आयला मुशर्रफ(बेटी) |
परवेज मुशर्रफ का राजनीतिक और सैनिक करियर–
पाकिस्तानी सेना अध्यक्ष के तौर पर कार्यकाल–
साल 1998 में परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष नियुक्त किए गए। इस दौरान परवेज मुशर्रफ ने कारगिल युद्ध में पाकिस्तान की ओर से साजिश रची। परवेज मुशर्रफ ने कारगिल युद्ध जीतने के लिए हर संभव साजिश रची लेकिन भारतीय सैनिकों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और आखिरकार पाकिस्तान को कारगिल युद्ध में हार का सामना करना पड़ा।
परवेज मुशर्रफ ने अपनी जीवनी में यहां तक लिखा है कि वह कारगिल युद्ध को जीतना चाहते थे और कारगिल पर पाकिस्तान का कब्जा स्थापित करना चाहते थे और उन्होंने इस बात की कसम भी खाई थी लेकिन वह नवाज शरीफ के कारण अपने इस सपने को पूरा नहीं कर सके।
परवेज मुशर्रफ नवाज शरीफ के कार्यकाल में सेना अध्यक्ष बनाए गए थे लेकिन वह नवाज शरीफ के भी नहीं हुए और उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया।
1999 में उन्होंने नवाज शरीफ की तत्कालीन सरकार का तख्तापलट कर दिया और पाकिस्तान पर अपनी तानाशाही थोप दी। इस दौरान नवाज शरीफ ने भी उनकी तानाशाही से भयभीत होकर अपने परिवार के साथ पाकिस्तान छोड़ दिया।
राष्ट्रपति के तौर पर कार्यकाल–
नवाज शरीफ की सरकार गिरने के बाद साल 2001 में सेना प्रमुख के तौर पर परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्तानी राष्ट्रपति के तौर पर अपने नाम का ऐलान कर दिया। जिसके बाद साल 2002 में सत्ता में बहुमत के साथ वह फिर से 5 वर्षों के लिए राष्ट्रपति बने।
6 अक्टूबर 2007 को एक बार फिर परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने और साल 2007 में ही 3 नवंबर के दिन उन्होंने पाकिस्तान पर आपातकाल लागू कर दिया।
आपातकाल के बाद पाकिस्तान में परवेज मुशर्रफ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की आग उमड़ पड़ी जिसके कारण 18 अगस्त 2008 को उन्होंने राष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे दिया।
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परवेज मुशर्रफ के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाएं –
परवेज मुशर्रफ के कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान समेत दुनिया भर में कई सारी महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई। इन महत्वपूर्ण घटनाओं में भारत और पाकिस्तान का कारगिल युद्ध भी शामिल है। यही कारण था कि परवेज मुशर्रफ को कारगिल युद्ध का मास्टरमाइंड माना जाता था।
उनके कार्यकाल में घटी हुई इन सारी घटनाओं का संबंध कहीं ना कहीं उनसे निकाला गया और उनकी तानाशाही छवि उभर कर सामने आई।
भारत पाकिस्तान का कारगिल युद्ध–
1999 में जिस समय भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल का युद्ध हुआ था उस दौरान परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष थे। उन्हें पाकिस्तान की ओर से कारगिल युद्ध का मास्टरमाइंड माना जाता है।
अमेरिका पर आतंकवादी हमला (9/11)–
11 सितंबर 2001 को जब अमेरिका पर आतंकवादी हमला पाकिस्तान का नेतृत्व करते हुए परवेज मुशर्रफ ने इराक और बगदाद के खिलाफ अमेरिका की सैन्य कार्रवाई का पूरा समर्थन किया था। इस घटना के बाद परवेज मुशर्रफ सुर्खियों में आ गए थे।
पाकिस्तान में आपातकाल–
परवेज मुशर्रफ ने अपने कार्यकाल के दौरान ही साल 2007 में पाकिस्तान में 3 नवंबर को आपातकाल यानी कि इमरजेंसी को लागू कर दिया था। परवेज मुशर्रफ ने 2007 में आपातकाल लागू होने के पूर्व ही तत्कालीन पाकिस्तानी मुख्य न्यायाधीश जस्टिस इफ्तिखार मोहम्मद चौधरी को जबरन पद से हटा दिया और नए मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति कर दी।
लाल मस्जिद पर हमला और बेनजीर भुट्टो की हत्या–
परवेज मुशर्रफ के पाकिस्तान पर कार्यकाल के दौरान ही लाल मस्जिद पर हमला और बेनजीर भुट्टो की हत्या जैसी निर्मम घटनाएं हुई थी। परवेज मुशर्रफ के आदेश पर ही साल 2007 में पाकिस्तान के लाल मस्जिद पर सैन्य कार्रवाई की गई थी। घटना में 90 विद्यार्थियों की मौत हो गई थी जो वहां से धार्मिक शिक्षा प्राप्त कर रहे थे।
इतना ही नहीं परवेज मुशर्रफ के कार्यकाल में ही पाकिस्तान की 11वीं और 13वीं प्रधानमंत्री के तौर पर भूमिका निभाने वाली पाकिस्तान के लोकप्रिय राजनेता बेनजीर अली भुट्टो की हत्या हुई थी। दिसंबर 2007 में पाकिस्तान के रावलपिंडी में हो रही चुनावी रैली के दौरान बम और गोलीबारी के दोहरे आक्रमण में उनकी हत्या हो गई थी।
बेनजीर भुट्टो की हत्या के बाद सुरक्षा में लापरवाही का दोषारोपण परवेज मुशर्रफ के ऊपर आया। उनके ऊपर आरोप लगाए गए कि उन्होंने बेनजीर अली भुट्टो को जरूरी सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जिसके कारण उनकी हत्या हो गई।
परवेज मुशर्रफ के कार्यकाल में ही अटल बिहारी वाजपेई जी के साथ आगरा शिखर वार्ता को अंजाम दिया गया था हालांकि से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते में कोई खास सुधार नहीं आया।
राजद्रोह का मुकदमा और फांसी की सजा–
साल 2007 में जब पाकिस्तान पर आपातकाल लागू किया गया था उस दौरान न्यायालय के जजों को हिरासत में कर लिया गया था। बाद में इसी मामले को लेकर साल 2013 में नवाज शरीफ द्वारा परवेज मुशर्रफ पर राजद्रोह का मुकदमा दायर किया गया।
इतना ही नहीं साल 2019 में संविधान निलंबन से जुड़े राजद्रोह के मुकदमे पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने उन्हें फांसी की सजा भी सुनाई गई थी लेकिन बाद में उनकी यह सजा भी निलंबित कर दी गई।
परवेज मुशर्रफ की मृत्यु –
5 फरवरी 2023 को परवेज मुशर्रफ की दुबई में मृत्यु हो गई। वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और अमाइलॉयडॉसिस नाम की बीमारी से पीड़ित थे। मृत्यु के दौरान परवेज मुशर्रफ की उम्र 79 साल थी और दुबई के एक अस्पताल में उन्होंने अपनी अंतिम सांसे ली।
FAQ
कौन है परवेज मुशर्रफ
परवेज मुशर्रफ ने 1999 में पाकिस्तान का तख्तापलट किया और अपने आपको वहां का राष्ट्रपति घोषित कर दिया था। 1998 में वह पाकिस्तान के सेना प्रमुख के पद पर नियुक्त किये गये थे।
क्या परवेज मुशर्रफ जिंदा है?
नहीं परवेज मुशर्रफ जिंदा नहीं है, 5 फरवरी 2023 को परवेज मुशर्रफ की दुबई में मृत्यु हो गई।
परवेज मुशर्रफ का जन्म कब और कहां हुआ था?
11 अगस्त 1943 को पुरानी दिल्ली, ब्रिटिश भारत में हुआ था।
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