अक्षय ऊर्जा दिवस 2023: अक्षय ऊर्जा दिवस पर निबंध कैसे लिखे, अक्षय ऊर्जा दिवस पर निबंध लिखे, अक्षय ऊर्जा दिवस क्यों मनाया जाता है?, ऊर्जा संरक्षण के सरल और बेहतर उपाय, अक्षय ऊर्जा दिवस पर स्लोगन कविता शायरी (Essay on Renewable Energy Day in Hindi, Renewable Energy Day Essay in hindi, Renewable Energy Day 2023 Slogan In Hindi, Poem On Renewable Energy Day Quotes In Hindi)
Renewable Energy Day 2023: भारतीय लोगों के बीच नवीकरणीय के स्रोत तथा उपयोग से जुड़ी जागरूकता फैलाने के लिए हमारे देश में प्रतिवर्ष 20 अगस्त का दिन भारतीय अक्षय ऊर्जा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
भारतीय अक्षय ऊर्जा दिवस मनाने का सबसे प्रमुख उद्देश्य ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देना तथा ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों के बारे में लोगों को जागरूक करना है।
एक तरफ जहां कोयला पेट्रोलियम ईंधन आदि ऊर्जा के सीमित संसाधन है तो वहीं दूसरी तरफ सूर्य की सौर ऊर्जा पवन ऊर्जा तथा जैव उष्मीय ऊर्जा आदि ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत हैं। ऊर्जा के यह नवीकरणीय स्रोत मानव जीवन के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
ऊर्जा के इन्हीं नवीकरणीय स्रोतों के बारे में आम जनता को जागरूक करने के लिए भारत में हर साल 20 अगस्त का दिन अक्षय ऊर्जा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
आज इस लेकर जरिए हम आपको अक्षय ऊर्जा दिवस पर निबंध (Essay On Renewable Energy Day In Hindi) के साथ-साथ इसका इतिहास महत्व तथा ऊर्जा संरक्षण के उपायों सहित अक्षय ऊर्जा दिवस पर स्लोगन शायरी तथा कविता के बारे में बताएंगे।
प्रस्तावना: लोगों को उर्जा संबंधित विकास के लिए जागरूक करने के लिए अक्षय ऊर्जा दिवस भारत में दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी जयंती के दिन 20 अगस्त को मनाया जाता है।
वर्तमान समय में अक्षय ऊर्जा दिवस मनाना और भी आवश्यक बनता जा रहा है, क्योंकि खतरनाक दर से धीरे-धीरे हर दिन पृथ्वी पर संसाधन समाप्त होते जा रहे हैं। इसलिए भारत के सभी लोगों को जागरूक करने के लिए अक्षय ऊर्जा दिवस मानना अति आवश्यक है। क्योंकि बायोगैस, विद्युत ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल विद्युत जैसे प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग के बारे में जागरूक करना इस दिवस का मुख्य उद्देश्य है।
प्राकृतिक संसाधनों की कमी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, यह हमारी युवा पीढ़ी के लिए गंभीर समस्या का विषय बन सकता है। नागरिकों को जागरूक करने के लिए भारत में पहली बार अक्षय ऊर्जा दिवस 2004 में मनाया गया था। यह दिवस प्राकृतिक संसाधनों जैसे-बायोगैस,विद्युत ऊर्जा, जलविद्युत आदि। की जागरूकता लोगों में बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
विषय–सूची
अक्षय ऊर्जा दिवस पर निबंध (Essay on Renewable Energy Day in hindi)
अक्षय ऊर्जा दिवस का इतिहास-
नवीकरणीय ऊर्जा और भारतीय नवीन स्रोत मंत्रालय के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सबसे पहले इस दिन का आयोजन साथ मिलकर किया। भारत के नागरिकों में हरित ऊर्जा स्रोतो के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए मानव श्रृंखला इस खास दिन पर 12000 स्कूली बच्चे आम जनता के लिए एकत्रित हुए थे।
प्राकृतिक संसाधनों की कुशल उपयोग की भूमिका को प्रोत्साहित करने के लिए पहली बार यह आयोजन 20 अगस्त 2004 नई दिल्ली में मनाया गया था। 2006 में भी नई दिल्ली में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया और 2007 में हैदराबाद मे वह 2008 में पंचकूला में आयोजित किया गया था। प्रधानमंत्री द्वारा अक्षय ऊर्जा दिवस के पहले समारोह के दिन हि एक स्मारक डाक टिकट जारी किया गया था। यह अभियान लोगों में पारंपरिक ऊर्जा के साथ-साथ अक्षय ऊर्जा के बारे में भी अवगत कराता है।
इस दिन या ऊर्जा दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग की अवधारणा अपने युवा पीढ़ी जो कॉलेज या स्कूल के है उनको समझने पर अपना ध्यान केंद्रित करना है।
अभियानों के द्वारा हम लोगों को इस बात से अवगत कराते हैं की पर्यावरण या उससे होने वाले दुष्प्रभाव कितने भयंकर होते हैं।
अक्षय ऊर्जा दिवस मनाने का महत्व-
भारत के सभी नागरिकों को नवीकरणीय ऊर्जा के लाभो के बारे में जागरूक करने के लिए यह दिवस एक जागरूकता अभियान के रूप में मनाया जाता है। दिन प्रतिदिन जैसे-जैसे प्राकृतिक संसाधन पृथ्वी पर खतरनाक दर से समाप्त हो रहे हैं, उसी प्रकार अक्षय ऊर्जा दिवस मनाना अत्यधिक आवश्यक या महत्वपूर्ण होता जा रहा है।
इस अभियान द्वारा कॉलेज और स्कूल की युवा पीढ़ी की जागरूकता बढ़ाने के लिए शैक्षणिक संस्थानों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं, ड्राइंग प्रतियोगिता, पोस्टर के साथ रैलिया जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। बैटरी चालित दोपहिया रैली द्वारा पहली बार 2012 में आयोजित किया गया था।
प्राकृतिक स्रोतों के द्वारा हमें नवीकरण ऊर्जा प्राप्त होता है, नवीकरण ऊर्जा के उपयोग द्वारा हम पर्यावरणीय क्षरण और नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकते हैं।
प्राकृतिक संसाधन जो अधिक तेजी से सूर्य के प्रकाश और हवा सहित उपयोग की तुलना में पुनः पूर्ति करते हैं, वह नवीकरण ऊर्जा के स्रोत होते हैं।
अक्षय ऊर्जा दिवस पर कविता, शायरी, स्लोगन, सुविचार (Quotes, Poem & Shayari On Renewable Energy Day Slogan In Hindi)
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अक्षय ऊर्जा दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य–
इस अभियान द्वारा अक्षय ऊर्जा के विकास के बारे में सभी युवा पीढ़ी को जागरूक करना है। हमारे लिए अत्यधिक आवश्यक है, क्योंकि किसी भी आधुनिक सभ्यता की कल्पना हम ऊर्जा के बिना नहीं कर सकते हैं। ऊर्जा का सीधा संबंध पर्यावरण से ही होता है, इसके द्वारा हम पर्यावरण संबंधित समस्या को रोक सकते हैं।
इस दिवस अक्षय ऊर्जा विकास के बारे में जागरूक करने के साथ-साथ लोगों को ग्रहों के बारे में भी जागरूक कराया जाता है। यह समारोह मुख्यतः स्कूल और कॉलेज के युवा के लिए होता है, उन को जागरूक करने के लिए किया जाता है, क्योंकि यह हमारे भविष्य की कुंजी रखते हैं।
इस दिन देश के कई सारे स्कूल प्रशासन विभिन्न तरह के आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, वाद विवाद, पोस्टर व रैलियां आदि संबंधित कार्यक्रम आयोजित करता है।
अक्षय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा इसलिए दिया जा रहा है, जिससे ग्रीन हाउस में ऊर्जा स्रोतों से होने वाले गैसों का उत्सर्जन कम कर सके। रिपोर्ट के मुताबिक यह पता चला है कि जीवाश्म ईंधन का ग्रीनहाउस उत्सर्जन में अधिक योगदान है।
एक अलग मंत्रालय अक्षय ऊर्जा विकास के लिए-
पर्यावरण और ऊर्जा का एक सीधा संबंध है। देखा जाए तो, पर्यावरण के लिए के लिए बहुत ही सीमित मात्रा में ऊर्जा के परंपरागत साधन (गैस,पेट्रोलियम, कोयला) अधिक हानिकारक है।
इन संसाधनों का प्रयोग आधुनिकता की तरफ बढ़ने के लिए करना ही पड़ रहा है, क्योंकि इसका प्रयोग करने के अलावा हमारे पास कोई अन्य विकल्प भी नहीं है।
जिसका नतीजा हमारे लिए विनाशकारी होता जा रहा है, इस नतीजे से बचने व इसका बेहतरीन विकल्प अक्षय ऊर्जा है जो पर्यावरण को भी किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक बताया गया है कि, अच्छे ऊर्जा के विकास के लिए विश्व का एकमात्र देश भारत ही जो एक अलग मंत्रालय गठित है। भारत में ऊर्जा क्षमता वर्तमान समय में करीब 7 गीगावॉट है, आपको बता दें कि नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र 2022 में 225 गीगावॉट हासिल कर लेने तक का लक्ष्य है।
अक्षय ऊर्जा कैसे प्राप्त होती हैं?
प्राकृतिक संसाधनों से अक्षय ऊर्जा प्राप्त होती है। जिसे खपत की तुलना में फिर से प्राप्त किया जा सकता है जैसे- धूप और हवा। आधिकारिक वेबसाइट पर संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, नवीकरणीय ऊर्जा अधिकांश देशों में अब सस्ती है,और 3 गुना अधिक जीवाश्म ईंधन की तुलना में रोजगार पैदा करते है। जो गैर- नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोत हैं।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा इस दिन को चिन्हित करने के लिए सूचनात्मक अभियान ऊर्जा स्रोत मंत्रालय के साथ नवीकरणीय और नवीन बिजली स्टेशन के रूप में नियोजित या व्यवस्थित किया गया था।
मित्रों आज इस लेख के जरिए आपके साथ हमने अक्षय ऊर्जा दिवस पर निबंध कविता शायरी सुविचार तथा स्लोगन उपलब्ध कराए उम्मीद करते हैं कि हमारा यह लेख आपको पसंद आया होगा।
FAQ
अक्षय ऊर्जा दिवस कब है?
20 अगस्त
अक्षय ऊर्जा दिवस क्यों मनाया जाता है?
नवीकरणीय ऊर्जा के लाभो के बारे में जागरूक करने के लिए यह दिवस एक जागरूकता अभियान के रूप में मनाया जाता है।
अक्षय ऊर्जा दिवस पहली बार कब मनाया गया था?
पहली बार अक्षय ऊर्जा दिवस 2004 में दिल्ली में मनाया गया था ।
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